सतत पोषणीय विकास इंडैक्स 2021: भारत का स्थान 120 वां

सतत पोषणीय विकास का अर्थ है ऐसा विकास जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना एवं आने वाली पीढ़ी के हितों को ध्यान में रखकर किया जाए।

ताउते का खतरा, भारत सावधान

भारतीय मौसम विभाग ने बताया की ताउते बहुत ही खतरनाक चक्रवाती तूफान है। केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में हानि पहुंचाने के बाद इसने गुजरात में भी काफी तबाही मचाई। चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में हवा बहुत तेजी से चली, भारी बारिश भी हुई और समुंदर में बहुत तेज लहरें भी उठी।

नॉर्वे : इलेक्ट्रिक कारों वाला देश

नॉर्वे यूरोप का एक छोटा सा देश है। जिसकी जनसंख्या लगभग 50 लाख है। लेकिन इस छोटे से देश ने कमाल कर दिखाया है। नॉर्वे में 2020 में 54.3% इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई है। ऐसा करने वाला नॉर्वे विश्व का पहला देश बन गया है।

पेरिस जलवायु समझौता और अमेरिका

बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव के कारण अब हमे ग्लोबल वार्मिंग में भी बदलाव दिखने लगा है। यह प्रदूषण सभी विकसित देशों की देन है जो कि विकासशील देशों पर अब भारी पड़ने लगा है। दिसंबर 2015 में 195 देश साथ आए और जलवायु के ऊपर समझौते पर हस्ताक्षर किए।

धान की पराली : एक समस्या

पराली धान के बचे हुए हिस्से को कहते हैं, जिसकी जड़े धरती में होती हैं। धान की फसल पकने के बाद जो उसका ऊपरी हिस्सा होता है, उसे किसान काट लेते हैं, क्योकिं वही काम का होता है। जो बाकी का हिस्सा होता है वो किसान के लिए किसी काम का नहीं होता है। अगली फसल को उगाने के लिए खेतों को खाली करना होता है इसलिए किसान फसल के बाकी का यानि सूखी पराली को आग लगा देता है।

जलवायु परिवर्तन के कारण बच्चों और युवाओं ने 33 देशों पर किया मुक़दमा दर्ज

पुर्तगाल में चार बच्चों और दो नवयुवकों ने मिलकर 33 देशों पर केस कर दिया है। केस करने का कारण जलवायु में हो रहा परिवर्तन है। इस परिवर्तन का कारण इन 33 देशों को बताया गया है। यह मुक़दमा मानवाधिकार मामलों के यूरोपीय कोर्ट में दर्ज कराया गया है जो स्ट्रांसबर्ग में स्थित है।

कचरा उठाने वालों का ध्यान कौन रख रहा है COVID के दौरान ?

बहुत सस्ती, सब जगह मिल जाने वाली, आसानी से संभल जाने वाली और पर्यावरण की दुश्मन- प्लास्टिक कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवा केन्द्रों और अस्पतालों को चलाने और हमारे स्वास्थ्यकर्मियों को बचाने में बहुत मदद कर रही है ।

जलवायु परिवर्तन और महामारी

यह साल 2020 हमारे लिए आँखें खोलने वाला साल रहा है, अमेरिका में ब्लैक लाइव्स के खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से लेकर कोरोना वाइरस महामारी तक जिसने 633 हज़ार लोगों की जान ले ली है और हमारी स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत करने में मदद करी है । लेकिन एक बात जो हम भूल गए हैं वो है जलवायु परिवर्तन ।

पृथ्वी दिवस आ रहा हैI यह कब शुरू हुआ?

पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमें अपनी पृथ्वी को साफ रखना चाहिए । लेकिन क्या हमें केवल एक दिन ही यह याद रखना चाहिए?

पर्यावरण पर कोविद -19 का अच्छा असर

कोरोना वायरस इन दिनों ग्रह पर सबसे चिंताजनक समस्याओं में से एक बन गया है। सार्वजनिक स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ा है और...

अंटार्कटिका का तापमान बढ़ रहा है, और उसकी बर्फ पिघल रही है।

क्या आपने ग्लोबल वार्मिंग के बारे में सुना है? यह अंटार्कटिका को प्रभावित कर रहा है – क्योंकि यह पृथ्वी के इतिहास में पहली...

जियो इंजीनियरिंग क्या है? यह जलवायु परिवर्तन को कैसे हल करेगा?

जियो इंजीनियरिंग क्या है?जियो इंजीनियरिंग का अर्थ है बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन से लड़ना – जिसका मूल अर्थ है कि जब कई लोग,...

अमेज़न रेनफॉरेस्ट क्यों जल रहा है? यह दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा?

अमेज़ॅन रेनफॉरेस्ट दुनिया का सबसे बड़ा वर्षावन है – यह अमेरिका का लगभग आधा आकार है (कल्पना कीजिए!)। वर्षावन ब्राजील (दक्षिण अमेरिका में) में...