क्या फ़ाइज़र वैक्सीन है कोरोना का इलाज़?

कई देशों में कोरोना वाइरस यानि कोविड-19 महामारी का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। सभी बड़ी कंपनियाँ एवं वैज्ञानिक इसी भागादौड़ में हैं कि कोई प्रभावी वैक्सीन बने जिससे यह महामारी रुके। ऐसे में अमेरिकी कंपनी फ़ाइज़र और उसकी सहयोगी जर्मन कंपनी बायोएनटेक द्वारा विकसित फ़ाइज़र वैक्सीन विकसित किया है जो कि हल्के और गंभीर लक्षण वाले मरीजों के इलाज में 95 प्रतिशत तक प्रभावी है।

आर्मेनिया और अज़रबैजान शांति की राह पर

आर्मेनिया और अज़रबैजान में जो युद्घ हो रहा था, अब वह थम चुका है। इस युद्घ में सबसे ज्यादा नुकसान मानव समुदाय और मानवता को हुआ है। इस युद्घ में हज़ारों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी और लाखों लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा और कई शहर तबाह हो गए। अब इन दोनों देशों के बीच शांति स्थापित हो गई है।

Crew 1: अंतरिक्ष में एक नई क्रांति

धरती से अलग एक अनोखी दुनिया अंतरिक्ष में है। बहुत सारे लोग अंतरिक्ष में जाना चाहते हैं, उनका यह सपना अब NASA और SpaceX का मिशन Crew 1 पूरा करेगा। यह मिशन अंतरिक्ष की दुनिया में एक नया कदम है।

बिहार चुनाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी|

जैसा कि हम सभी लोग जानते ही हैं कि बिहार में चुनाव का अलग ही अंदाज होता है|जिसमें सभी योग्य लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और अपने प्रतिद्वंदी को चुनते हैं|लेकिन इस बार कोरोना काल में बिहार चुनाव को लेकर के खास तैयारियां की गई थी|

क्या बदलाव लाएंगे जो बाइडेन और कमला हैरिस?

विश्व महाशक्ति अमेरिका में अभी कुछ दिनों पहले 46 वें राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए। इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। एक तरफ डोनाल्ड ट्रम्प थे, जो दूसरी बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहे थे, तो दूसरी ओर जो बाइडेन, जो बराक ओबामा के समय में उपराष्ट्रपति रह चुके थे।

धान की पराली : एक समस्या

पराली धान के बचे हुए हिस्से को कहते हैं, जिसकी जड़े धरती में होती हैं। धान की फसल पकने के बाद जो उसका ऊपरी हिस्सा होता है, उसे किसान काट लेते हैं, क्योकिं वही काम का होता है। जो बाकी का हिस्सा होता है वो किसान के लिए किसी काम का नहीं होता है। अगली फसल को उगाने के लिए खेतों को खाली करना होता है इसलिए किसान फसल के बाकी का यानि सूखी पराली को आग लगा देता है।

प्रदूषण : क्या यह है, दिल्ली को दीपावली का तोहफा?

जब सरकार ने भारत में लॉकडाउन लगाया तो लोगों को कुछ महीनों बाद प्रकृति का ऐसा रूप दिखा, जो हमने इससे पहले कभी भी नहीं देखा था, गंगा नदी स्वच्छ हो गई, आसमान में हवा साफ हो गई, लोगों को अपने घर की छतों से हिमालय की पहाड़ियाँ दिखने लगी, AQI( Air quality index) 50 से भी कम हो गया था।

कोरोनावाइरस के लिए फेलुदा पेपर स्ट्रिप टेस्ट किट

फेलुदा स्ट्रिप टेस्ट भारत की CRISPR (सीआरआईएसपीआर) जीन एडिटिंग टेक्नोलॉजी पर आधारित है। फेलुदा की फुल फॉर्म FNCAS9 Editor Linked Uniform Detection Assay है। फेलुदा पेपर स्ट्रिप टेस्ट RT-PCR जितना ही सही नतीजा देता है। हालांकि RT-PCR के नतीजे आने में काफी ज्यादा वक्त लग जाता है लेकिन फेलुदा के नतीजे 30 मिनट में आ जाते हैं। इसे इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी मंजूरी दे दी है।

पकिस्तान में जन आक्रोश

जनता का गुस्सा, क्रोध जब बढ़ता है तो सरकार के खिलाफ प्रदर्शन होते हैं, रैलियाँ होती है, नारेबाजी होती है। कुछ ऐसा ही हो रहा है, इन दिनों हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में।

BECA (बेका) एग्रीमेंट क्या है?

मंगलवार, 27 अक्टूबर, 2020 को अमेरिका और भारत दोनों देशों के बीच में BECA(बेका) यानी बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट साइन किया गया है| यह एग्रीमेंट दोनों देशों के बीच हुई ‘टू प्लस टू’ मिनिस्ट्रियल स्तर की बातचीत के दौरान साइन किया गया है| इस मीटिंग में भारत के विदेश मंत्री “एस.जयशंकर” व रक्षा मंत्री “राजनाथ सिंह” मौजूद थे|