कैलिफोर्निया के आसमान का रंग नारंगी क्यूँ है?

अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगलों में पिछले कुछ दिनो से अधिक भीषण आग लगी हुई थी । चारों और हाहकार मचा हुआ था जिसके कारण कई लोगों की मौत भी हुई और हजारों लोगों को अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसी के कारण आकाश का रंग भी नीले की जगह नारंगी हो गया । इसे देख कर ऐसा लगा कि मानो यह एक मंगल गृह हो। आजकल इस खबर की चर्चा सोशल मीडिया में आम है।

एक अनोखी पहल : जैन बर्ड हॉस्पिटल

ईश्वर ने एक बहुत ही सुन्दर संसार का निर्माण किया है। इसमें रह-रहे जीव-जन्तु इसकी शोभा बढ़ाते हैं। पक्षी एक मूक प्राणी है, वे अपना दुख और दर्द हमें नही बता सकते हैं। इसलिए हमें ही उनका खास ख्याल रखना होता है।

फ्लेमिंगो का आगमन – मुंबई में फ़ैली गुलाबी रंग की लहर

मुंबई के मेट्रोपोलिटन इलाक़े में हज़ारों की संख्या में फ्लेमिंगो (राजहंस) पक्षी इकट्ठे हुए हैं। ये प्रवासी पक्षी हर साल सर्दियों के मौसम में ईरान से यहां आते हैं। पिछले कुछ सालों से इनके आने की संख्या में कमी आ रही थी। लेकिन इस बार पिछले साल से 25 प्रतिशत अधिक फ्लेमिंगो का आगमन हुआ है। इस बार करीब 1.5 लाख फ्लेमिंगो को मुंबई में देखा गया है।

डॉ.वर्गीज कुरियन कौन थे?

डॉ. वर्गीज कुरियन एक सुप्रसिद्ध भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता व उद्यमी थे.उनका जन्म 26 नवंबर,1921 को कोझीकोड,केरल में हुआ था.उनके पिता केरल के कोचीन में एक सिविल सर्जन थे.उन्होंने साल 1940 में चेन्नई के लोयला कॉलेज से भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर उसके बाद उन्होंने चेन्नई के ही जीसी इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री भी हासिल की.इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद डॉ वर्गीज कुरियन ने कुछ समय तक जमशेदपुर के टिस्कों में काम किया.साथ ही आपको बता दें की साल 1965 से साल 1998 तक वह(डॉ वर्गीज कुरियन) राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष भी बने रहे.उनको भारतीय श्वेत क्रांति का जनक और मिल्क मैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है,क्योंकि उन्होंने ना केवल भारत को विश्व के सबसे बड़े दूध उत्पादक के रूप में उभरने का मौका दिया बल्कि उन्होंने भारत को विश्व के सबसे बड़े दूध उत्पादक का केंद्र बनाने में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया.

मायानगरी मुंबई का दयनीय चेहरा: धारावी झुग्गी बस्ती

मुंबई एक सम्पन्न तथा विकसित महानगर है, इसे मायानगरी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है । यहाँ बड़ी- बड़ी इमारतें, उन्नत परिवर्तन तथा सामाजिक - आर्थिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इन्ही सुविधाओं से आकर्षित होकर बड़ी संख्या में लोग मुंबई आते हैं परन्तु मुंबई नगरी का एक दयनीय तथा दर्दनाक चेहरा, धारावी झुग्गी बस्ती में देखने को मिलता है। जहां लोग मूलभूत सुविधाओं के बिना ही जीवन जीते हैं। धारावी झुग्गी बस्ती एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। इस बस्ती की निम्नलिखित विशेताएँ हैं

कृषि अध्यादेश 2020

17 सितम्बर को लोकसभा में कृषि अध्यादेश (कानून) 2020 के तहत दो बिल- कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020 और कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वशन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 लोकसभा में पास हो गया जबकि तीसरा विधेयक आवश्यक वस्तु विधेयक पहले ही लोकसभा में पास हो चुका है। अब ये अध्यादेश कृषि कानून का रूप बन चुके हैं । इन क़ानूनों का देश में विरोध भी हो रहा है ।

लड़की

जो काम करेगा लड़का वह लड़की भी कर सकती है जो नाम करेगा लड़का वह लड़की भी कर सकती है सपने देख सकती है; उनको पूरा कर सकती है अपना और अपने देश का भविष्य उज्जवल कर सकती है सब कर सकती है क्योंकि वह लड़की है रूकेगी न वह झुकेगी न वह आगे बढ़ सकती है

विलुप्त होती प्रजाति और दुर्लभ कछुआ

संसार में कुछ जीवों का जीवन मात्र एक दिन का होता है, तो कुछ का तीन सौ वर्षों का होता है। सम्पूर्ण विश्व में कछुओं की 260 प्रजातियों में से भारत में 28 प्रजातियां पाई जाती हैं। हाल ही के दिनों में 19 जुलाई 2020 को ओडिशा के बालासोर जिले के सुजानपुर गाँव में रहने वाले किसान बासुदेव महापात्रा को अपने खेत में पीले रंग का एक दुर्लभ प्रजाति का कछुआ मिला। इस कछुए की उम्र डेढ़ से दो साल की बताई गई है। यह एक फ़्लैप शेल कछुआ था,जो कि मुख्यतः भारत,पाकिस्तान,नेपाल,