प्रियंका द्वारा लिखित, 23 साल की छात्रा

कुछ शब्द उस इंसान के लिए जिसे पिता कहते हैं
कहते तो सब हैं उस माँ की कहानी
माना हमने माँ धरती है हमारी
तो पिता को आसमां कहते हैं
माना माँ घर है हमारी
तो पिता को उस घर की नींव कहते हैं
कुछ शब्द उस इंसान के लिए जिसे पिता कहते हैं।

जिंदगी में ना जाने कितने ही दोस्त बने
कितने मिले कितने बिछड़े
बस एक पिता की दोस्ती ही ऐसी है
जो निभाती साथ जिंदगी भर का है
माँ के बाद पिता ही ऐसे हैं
जिनके प्यार में छलता और कपटता नजर नहीं आती
कुछ शब्द उस इंसान के लिए जिसे पिता कहते हैं।

उनका होना ही काफी है
उस छोटे से घर के बादशाह हैं वो
उनकी अहमियत ही हमें उस घर का नवाब बनाती हैं
खूब अच्छी दी शिक्षा उन्होंने हमें
उनकी दी हुई शिक्षा ही हम में जीने का अहसास जगाती है
बुने थे जो खवाब तुमने हमारे लिए
हम चल पड़े हैं उन्हें मुक़्क़मल करने
कुछ शब्द उस इंसान के लिए जिसे पिता कहते हैं।।