थायलैंड में युवा क्यों विरोध कर रहे हैं?

18 जुलाई 2020 को, 2500 – 3000 युवायों की भीड़ थायलैंड के बैंकॉक में डेमॉक्रसी इमारत के पास इकट्ठी हो गई, तीन उंगली दिखाती हुई जो कि मुक्ति का चिह्न है ।

क्या COVID-19 हवा से फैल सकता है? क्या लोगों को घबराना चाहिए?

कक्षा 9 की छात्रा द्वारा लिखित तीन महीने से अधिक समय से लोकडाउन में होने के बाद भी कोरोना वाइरस के खिलाफ युद्ध खतम...

राइट ब्रदर्स कौन थे? उन्होंने क्या किया था? जानिए|

ऑरविल और विलबर राइट नाम के दो अमेरिकी भाई थे| जिन्होंने पहली बार हवाई जहाज का आविष्कार किया था|उनको राइट ब्रदर्स के नाम से भी जाना जाता है|ऑरविल राइट का जन्म 19,अगस्त 1871 को डेटन, ओहायो में और विलबर राइट का जन्म 16, अप्रैल 1867 को मिलविल, इंडियाना में हुआ था| उनके पिता हटिंगटन के यूनाइटेड ब्रेदेन चर्च में बिशप के पद पर काम करते थे| उनके पिता ने उन्हें बचपन में एक हेलीकॉप्टर वाला खिलौना भेंट किया था| जिससे प्रेरित होकर दोनों भाइयों ने असली का वायुयान(हवा में उड़ने वाला यंत्र) बनाने के बारे में सोचना शुरु कर दिया था|

रूस में लोग क्यूँ विरोध कर रहे हैं

रूस फार ईस्ट में स्थित खाबरोवस्क शहर में 18 जुलाई 2020 को लगभग 50,000 लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे । ये विरोध प्रदर्शन सर्गेई फ़र्गल की गिरफ्तारी के खिलाफ एक हफ्ते से चल रहे थे । फ़र्गल जो रूस में खाबरोवस्क क्राइ के गवर्नर रह चुके थे, उन्हे रूसी अधिकारियों ने 9 जुलाई 2020 को गिरफ्तार किया था । हालांकि, अधिकारियों ने COVID-19 के फैलने के डर से इतने सारे लोगों को इकट्ठा होने से रोकने का बहुत प्रयास किया, फिर भी हजारों लोग सड़कों पर जमा हुए पुतिन के खिलाफ नारे लगते हुए, बैनर लहराते हुए और फ़र्गल की रिहाई की मांग की ।

PM मोदी ने अलग अंदाज में किया रफाल का स्वागत

रफाल विमानों की हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई है. लैंडिंग को देखते हुए अंबाला एयरबेस पर पुलिस ने सैन्य अड्डे के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. भारतीय वायुसीमा में पांचों रफाल विमानों के घुसते ही युद्धपोत INS कोलकाता ने स्वागत करते हुए कहा- ये गर्व की उड़ान है, हैप्पी लैंडिंग. वहीं 5 रफाल विमानों की ऐतिहासिक लैंडिग पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट किया.

भारत छोड़ो आंदोलन क्या था? जाने इसके बारे में|

8 अगस्त,1942 का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है, क्योंकि इस दिन ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की शुरुआत हुई थी| इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करवाना था| इस आंदोलन की शुरुआत महात्मा गांधी ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई अधिवेशन से किया था| इस आंदोलन को अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है|

ग्रीन स्पेस क्या हैं और हमें उनकी आवश्यकता क्यों है?

सदियों से शहर और लोग के बीच एक दूसरे पर निर्भर रहने का रिश्ता है जहाँ लोग शहर बनाते हैं, उसे आकार देते हैं और शहर लोगों को आकार देते हैं । अब जब शहर का इतना प्रभाव होता है तो यह ज़रूरी है कि शहर की डिज़ाइन के निर्णय ऐसे ही नहीं लेने चाहिए । हमारी इमारतें और आसपास की जगह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करते हैं, खास कर के ऐसी महामारी के वक़्त जब हमे अपने आपको एक सीमित जगह पर ही रखना है (जैसे कि घर, कॉलोनी) । एक ही चीज़ जो हमे तनाव मुक्त और हमारे मानसिक स्वास्थ्य की वृद्धि करता है, वह है ग्रीन स्पेस ।

दांते एलघिएरी की जीवनी

दांते एलघिएरी, जो कि अपनी लुहावनी कवितायों के लिए जाने जाते हैं, उनका जन्म 1265 में फ्लोरेंस, इटली में हुआ था । उनके परिवार में उनकी माँ (बेला डिगली अबती), उनके पिता (एलिघेरियो डी बेलिनसिएन), और उनके दो भाई (फ्रांसेसो और गयाना अलघेरियो) थे । उन्हे प्राचीन रोमन परिवारों का वंशज माना जाता है जिन्होंने फ्लोरेंस की स्थापना की थी । दांते को जन्म देने के कुछ साल बाद उनकी माँ का देहांत हो गया था । 12 साल की उम्र में, डांटे ने डोनाटी परिवार की एक लड़की से शादी कर ली, और शादी के कुछ साल बाद उनके दो बेटे और एक बेटी हुई । डांटे ने बोलोग्ना विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की: मध्यकालीन दुनिया की सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक ।

COVID-19 महामारी का यमन के लोगों पर क्या असर हो रहा है? उनकी मदद करना क्यूँ ज़रूरी है ?

जहां सारे देश COVID-19 महामारी से लड़ रहे हैं, वहाँ एक देश सिर्फ अकेले कोरोना वाइरस से नहीं लड़ रहा । यमन में लोग न केवल महामारी का सामना कर रहे हैं बल्कि 2015 से चल रहे गृह युद्ध का भी सामने कर रहे हैं । युद्ध के कारण 75% से ज़्यादा लोग गरीबी में रह रहे हैं और लगभग 17 लाख लोगों को भोजन की कमी है । COVID-19 की वजह से 950 मामले और 250 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।