कक्षा 9 की छात्रा द्वारा लिखित

रूस फार ईस्ट में स्थित खाबरोवस्क शहर में 18 जुलाई 2020 को लगभग 50,000 लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे । ये विरोध प्रदर्शन सर्गेई फ़र्गल की गिरफ्तारी के खिलाफ एक हफ्ते से चल रहे थे । फ़र्गल जो रूस में खाबरोवस्क क्राइ के गवर्नर रह चुके थे, उन्हे रूसी अधिकारियों ने 9 जुलाई 2020 को गिरफ्तार किया था । हालांकि, अधिकारियों ने COVID-19 के फैलने के डर से इतने सारे लोगों को इकट्ठा होने से रोकने का बहुत प्रयास किया, फिर भी हजारों लोग सड़कों पर जमा हुए पुतिन के खिलाफ नारे लगते हुए, बैनर लहराते हुए और फ़र्गल की रिहाई की मांग की ।

2018 में व्यचेस्लाव शहपोर्ट को हरा कर सर्गेई फ़र्गल, खाबरोवस्क क्राइ के गवर्नर बने । शहपोर्ट की जीतने की उम्मीद ज़्यादा थी, जो कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के ही सदस्य हैं । हालांकि,  फ़र्गल ने काफी अंतर से जीत हासिल की और क्षेत्र के लोकप्रिय नेता बन गए । उन्हे लोगों का गवर्नर कहा जाता था क्योंकि वो लोगों की बात सुनते थे और उनके वादे पूरे करते थे । उनहोंने अपना वेतन कम कर दिया था और काफी जगह विमान किराया भी कम कर दिया था । फ़र्गल को जुलाई 2020 में 2004 और 2005 में कई व्यापारियों की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था ।

रूस फार ईस्ट के नागरिक फ़र्गल की गिरफ्तारी और रूस की राजधानी मॉस्को में उसकी हिरासत का विरोध कर रहे हैं । उनका कहना है कि फ़र्गल को अपने शहर खाबरोवस्क में एक निष्पक्ष परीक्षण मिलना चाहिए । लोग इस बात पर भी विरोध कर रहे हैं कि रूस अधिकारियों को फर्गल को 15 साल पहले ही गिरफ्तार करना चाहिए था जब ये हत्याएँ हुई थीं, और उन पर अब शक करने का कोई कारण नहीं बनता । फ़र्गल ने सभी आरोपों में खुद को दोषी होने से इंकार किया है, लेकिन दोषी पाये जाने पर उन्हे आजीवन कारावास की सजा हो सकती है ।

नागरिकों ने विरोध में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बोला है । इस समय रूस में सत्ता में यूनाइटेड रशिया पार्टी है जबकि फ़र्गल लिबरलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं । विरोधियों का कहना है कि फ़र्गल को गिरफ्तार करना एक राजनीतिक कदम है जिससे पुतिन के शासन को कोई चुनौती न दे पाये । पुतिन को हाल ही में संविधान में बदलाव करने के लिए पर्याप्त वोट मिले जिससे वे 2036 तक सत्ता में रह सकते हैं । वर्तमान कानून के अनुसार, उन्हे अगले रूसी चुनावों में 2024 में पद छोड़ना होगा, लेकिन इन बदलावों से उनका शासन और उनकी शक्ति बढ़ जाएगी

लोगों का कहना है कि उनके चुने हुए नेता को हिरासत में लेकर क्रेमलिन (रूसी सत्ता) उनकी आज़ादी छीन रही है । पुतिन विरोधी भावना बढ़ती जा रही है और पुतिन की लोकप्रियता भी गिर रही है । लोग क्रेमलिन की नीतियों से नाराज़ हैं और जिस तरह से वहाँ के लोगों के साथ बर्ताव किया जा रहा उससे भी नाखुश हैं । नागरिकों के इस प्रतिरोध को मॉस्को में क्रेमलिन की तरफ से बहुत विरोध नहीं मिला है और लोग यह सोच रहे हैं कि ये विरोध प्रदर्शन पुतिन के भविष्य के लिए क्या मायने रखता है । फिलहाल, पुतिन ने सर्गेई फर्गल की जगह मिखाइल डेग्यार्योव को दे दी है, एक और ऐसा निर्णय जिसने लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता और कम कर दी है । खाबरोवस्क के नागरिक चाहते थे कि कोई स्थानीय फ़र्गल की जगह ले, और डिग्यार्योव का इस क्षेत्र से कोई संबंध ही नहीं है । खाबरोवस्क में पुतिन के इस्तीफे को मांगते हुए प्रदर्शन जारी है, देखते हैं कि यह आंदोलन बाकी के देश में फैलता है या नहीं ।