अभिषेक झा द्वारा लिखित – कक्षा 12 का छात्र

ऑरविल और विलबर राइट नाम के दो अमेरिकी भाई थे| जिन्होंने पहली बार हवाई जहाज का आविष्कार किया था|उनको राइट ब्रदर्स के नाम से भी जाना जाता है|ऑरविल राइट का जन्म 19,अगस्त 1871 को डेटन, ओहायो में और विलबर राइट का जन्म 16, अप्रैल 1867 को मिलविल, इंडियाना में हुआ था| उनके पिता हटिंगटन के यूनाइटेड ब्रेदेन चर्च में बिशप के पद पर काम करते थे| उनके पिता ने उन्हें बचपन में एक हेलीकॉप्टर वाला खिलौना भेंट किया था| जिससे प्रेरित होकर दोनों भाइयों ने असली का वायुयान(हवा में उड़ने वाला यंत्र) बनाने के बारे में सोचना शुरु कर दिया था|

वह हेलीकॉप्टर कागज, रबर और बांस का बना हुआ था|जो फ्रांस के एयरोनॉटिक विज्ञानी अल्फोंसे पेनाउड के एक आविष्कार पर आधारित था| दोनों भाइयों को वह खिलौना बहुत पसंद था| उन्होंने उस खिलौने से खेलना तब तक नहीं छोड़ा जब तक कि वह टूट नहीं गया|

राइट ब्रदर्स ने हवाई जहाज को बनाने की बहुत कोशिश की लेकिन उनके प्रयास हर बार बेकार होते चले गए| फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने काम में लगे रहे|उनकी कोशिशों की वजह से तो कई बार हवा में उड़ने वाले ग्लाइडर बने तो कभी कुछ ओर|बाद में उन्होंने साल 1900 से 1903 के बीच कड़ी मेहनत की ओर अंत में जाकर 17 दिसंबर,1903 को उनका हवाई जहाज बनाने का सपना पूरा हो गया|दोनों भाइयों ने पहली बार पूर्ण नियंत्रित मानव हवाई उड़ान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया| उन्होंने उसका नाम राइट फ्लायर रखा और उसे 120 फीट की ऊंचाई पर 12 सेकंड तक उड़ाने में सफल भी हुए|

कहां जाता है कि दोनों भाइयों को मशीनी तकनीकी के बारे में बहुत अच्छी जानकारी थी| जिसकी वजह से उन्हें इसे बनाने में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा|यह जानकारी उन्होंने प्रिंटिंग प्रेस, मोटरों की दुकाने और अन्य जगहों पर काम करके इकट्ठा की थी|उन्होंने हवाई जहाज का निर्माण साइकिल की संरचना को ध्यान में रखकर और इसमें अन्य दूसरे जरूरी पुर्जों को जोड़कर किया था|

आपको बता दें कि लेखिका पामेला डंकन ने अपनी किताब ” द राइट ब्रदर्स ” मे लिखा है कि विलबर ने कहा,’ हम खुशकिस्मत थे क्योंकि हमारा लालन-पालन ऐसे वातावरण में हुआ था जहां पर बच्चों को उनकी रुचियों और उत्सुकताओं की दिशा में काम करने की पूरी आजादी मिली हुई थी’|

कहां जाता है कि उस समय फ्रांस की एक कंपनी ने उनके आविष्कार के ऊपर आरोप लगाया था कि उन्होंने इस तरीके का आविष्कार पहले ही कर लिया था|लेकिन 1908 में पूरी दुनिया ने राइट बंधुओं के आविष्कार को ही मान्यता प्रदान की थी|

उनकी इस कोशिश ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया|आज हम उन्हीं के प्रयासों की वजह से कहीं भी कम समय में आ जा सकते हैं|इससे यह सीखने को मिलता है कि यदि हम किसी भी चीज को मन लगाकर करने की ठान ले तो, उसमें हम अवश्य सफल होते हैं|