गीतांजली पाण्डेय द्वारा लिखित, 17 साल की छात्रा

जो काम करेगा लड़का
वह लड़की भी कर सकती है
जो नाम करेगा लड़का
वह लड़की भी कर सकती है
सपने देख सकती है; उनको पूरा कर सकती है
अपना और अपने देश का भविष्य उज्जवल कर सकती है
सब कर सकती है क्योंकि वह लड़की है
रूकेगी न वह झुकेगी न वह
आगे बढ़ सकती है
जो काम करेगा लड़का
वह लड़की भी कर सकती है
यह मत समझो दब जाएगी
क्योंकि वे कोमल बच्ची है
यह मत समझो झुक जाएगी
क्योंकि अभी वह कच्ची है
पाषाण ह्रदय वालों के लिए
वे पाषाण बन सकती है
जो नाम करेगा लड़का
वह लड़की भी कर सकती है!