हम बच्चों को समझे कौन ?

आज की दुनिया में हम बच्चों की समस्याओं को कोई नही समझता। आज छोटे-छोटे एकाकी परिवारों में भौतिक सुख सुविधाओं के बीच हम बच्चों का बचपन सिमट कर रह गया है। आज हम भागदौड़ भरी व्यस्त जिन्दगी में नितांत अकेले हैं। पैसे कमाने की लगी माँ-बाप की होड़ में बचपन में ही बच्चे बड़े होते जा रहे हैं। माता-पिता अपनी व्यस्त जिन्दगी से बच्चों के लिए समय नहीं दे पाते और बच्चे लगातार भौतिक सुख-सुविधाओं के बीच अकेले तथा अपराध की दुनिया में घिरते जा रहे हैं।

आओ हम हिन्दी अपनाएं

हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है। हम प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को ‘हिन्दी दिवस’ के रूप में मनाते है। हिन्दी भाषा हमारे राष्ट्र का गौरव तथा हमारी शान है। हमारे देश में अनेक भाषाएं बोली जाती है। हिन्दी भाषा हमारे देश की सर्वाधिक प्रचलित भाषा है। पिछले कुछ दशकों में विदेशी सभ्यताओं ने हमारे देश में पैर पसारे तथा साथ ही विदेशी भाषाओं ने भी इस कारण हमारे देश में अंग्रेजी भाषा का भी बाहुल्य हो गया। अंग्रेजी भाषा के ज्ञान तथा प्रयोग के साथ ही साथ हमें अपनी मातृभाषा की महत्ता को कभी भी कम नहीं करना चाहिए।

राष्ट्र भाषा हिन्दी

भारत एक ऐसा देश है, जिसके बारे में कहा जाता है विविधता में एकता इसकी विशेषता है। ‘‘यह बात इस देश के भूगोल, धर्म, जाति, वेशभूषा, रहन-सहन, रंग-रूप’’ पर लागू नहीं होती अपितु भाषा की दृष्टि से भी यह बात खरी उतरी है। भाषा की दृष्टि से भारत एक बहुभाषि देश है। हिन्दी न केवल इसकी राष्ट्र भाषा है, अपितु मातृ भाषा है।

जलवायु परिवर्तन के कारण बच्चों और युवाओं ने 33 देशों पर किया मुक़दमा दर्ज

पुर्तगाल में चार बच्चों और दो नवयुवकों ने मिलकर 33 देशों पर केस कर दिया है। केस करने का कारण जलवायु में हो रहा परिवर्तन है। इस परिवर्तन का कारण इन 33 देशों को बताया गया है। यह मुक़दमा मानवाधिकार मामलों के यूरोपीय कोर्ट में दर्ज कराया गया है जो स्ट्रांसबर्ग में स्थित है।

महात्मा गांधीजी की कहानी

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म गुजरात राज्य के पोरबंदर नामक स्थान पर 2 अक्टूबर सन, 1869 को हुआ था। उनके पिता श्री करमचंद के ‌राजकोट के दिवान थे। गांधी जी की प्रारंभिक शिक्षा वहीं हुई । वह बचपन में बड़े संकोची स्वभाव के थे। किसी से लड़ना‌ और बड़ों से झूठ बोलना उन्हें पसंद नहीं था।

हिन्दी दिवस

14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मानया जाता है 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत वर्ष 1949 से हुई थी। 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिन्दी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया था।

हिन्दी दिवस के बारे में जाने

प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है और प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत वर्ष 1949 से हुई थी। 14 सितम्बर 1947 को भारत की संविधान सभा ने हिन्दी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया था तक से इस भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाने की शुरूआत हुई थी।

देवभूमि उत्तराखण्ड

देवों के देव महादेव की निवास भूमि कैलाश को अपनी गोद में संजोए पर्वतराज हिमालय की उपत्यकाओं में स्थित उत्तराखण्ड राज्य को प्रकृति के आलोकिक सौन्दर्य का वरदान मिला है। हिमालय को जहाँ देवी पार्वती का पिता कहा जाता है, वहीं यह दवेताओं की सर्वाधिक रमणीय भूमि के रूप में हिमालय की गोद में स्थित है तो देवी गंगा का उद्गम स्थल भी यही स्थित है।

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना क्या है?

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एक जनकल्याणकारी एवं माइक्रो क्रेडिट स्कीम है, जिसकी शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 1 जून 2020 को किया गया.आपको बता दें कि इस योजना को प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के नाम से भी जाना जाता है.