इब्राहिम अल्काज़ी कौन थे? जाने उनके बारे में|

इब्राहिम अल्काज़ी एक सुप्रसिद्ध भारतीय थिएटर के निर्देशक होने के साथ-साथ एक मशहूर नाटक शिक्षक भी थे|उनका जन्म 18,अक्टूबर 1925 को पुणे, महाराष्ट्र में हुआ था| उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय यानी (एनएसडी) में काफी लंबे वक्त तक निर्देशक के पद पर काम किया था|

न्यू एजुकेशन पॉलिसी क्या है? जाने महत्वपूर्ण बातें|

आपको जानकर खुशी होगी कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में बुधवार 29,जुलाई 2020 को कैबिनेट की मीटिंग में न्यू एजुकेशन पॉलिसी को लेकर बड़ा फैसला लिया गया|और केंद्र सरकार ने इस पर मंजूरी भी दे दी|मीटिंग में लिए गए सभी फैसलों की जानकारी का खुलासा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया| साथ ही मानव संसाधन मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया|

डिजिटल स्ट्राइक से बदले चीन के तेवर, कहा- भारत और चीन की अर्थव्यवस्था को अलग करना नुकसानदायक

भारत-चीन के बीच रिश्तों में आई तकरार पर चीनी राजदूत का कहना है कि भारत से चीन की अर्थव्यवस्था को अलग करने में दोनों देशों का नुकसान होगा। चीन के राजदूत सुन वीडॉन्ग ने कहा कि चीन भारत के लिए कोई खतरा नहीं है। चीन की ओर से ये बयान तब आया जब भारत चीन की कुल 106 एप्स पर प्रतिबंध लगा चुका है और भारत में रंगीन टीवी के आयात पर रोक लगा चुका है।

एक दुर्लभ भगवान शिव की मूर्ति को ब्रिटेन द्वारा भारत को लौटाया जाना

भगवान शिव की एक पत्थर की मूर्ति, जो वर्तमान में यूके में है, जल्द ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को वापस कर दी जाएगी । नटराज पत्थर, 9 वीं शताब्दी की एक दुर्लभ मूर्ति जो कि लगभग 4 फीट लंबी है और प्रतिहार शैली में भगवान शिव का एक दुर्लभ चित्रण है।

धूमकेतु Neowise क्या है और यह कब वापस आएगा?

आकाशगंगा महान सितारों, ग्रहों और कई और आकाशीय पिंडों (celestial bodies) से भरी है । और यह सब एक दूसरे से बहुत दूर हैं । ऐसा न होता तो हमारा ब्रह्मांड एक भीड़ भाड़ वाला पार्किंग स्थल होता । कभी कभी ये आपस में टकरा भी जाते हैं ।

कोरोना वाइरस का शिक्षा पर असर

भारत अब दुनिया का सातवाँ सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है । देश 25 मार्च से लेकर 31 मार्च तक एक पूरे लोक डाउन में था । लोक डाउन के चलते सभी स्कूल, विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान बंद हो गए, तो अब छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है । कभी किसी ने ऐसा सोचा भी नहीं होगा कि महीनों तक हम घर पर रहेंगे और ऑनलाइन शिक्षित होंगे । वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग 2010 से आम हो गई थी लेकिन इस लोक डाउन में इसका उपयोग सबसे ज़्यादा हुआ है ।

रोबोट डॉल्फ़िन: बिलकुल असली डॉल्फ़िन जैसी

न्यूज़ीलैंड के व्यवसायी अमेरिकी निर्मातायों (कुछ प्रसिद्ध हॉलीवुड पात्रों के) के साथ मिल कर मशीनी डॉल्फ़िन बना रहे हैं जो कि बिलकुल असली डॉल्फ़िन जैसी दिखती हैं । उन्हे रिमोट कंट्रोल के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है । यह डॉल्फ़िन कैलिफोर्निया में रहने वाले एक डिज़ाइनर रोजर होल्ज़बर्ग द्वारा डिज़ाइन की गई हैं जिन्होने सोचा कि अब वक़्त है कि इस इंडस्ट्री को अब एक मानवीय द्रष्टिकोण देना चाहिए ।

थायलैंड में युवा क्यों विरोध कर रहे हैं?

18 जुलाई 2020 को, 2500 – 3000 युवायों की भीड़ थायलैंड के बैंकॉक में डेमॉक्रसी इमारत के पास इकट्ठी हो गई, तीन उंगली दिखाती हुई जो कि मुक्ति का चिह्न है ।

क्या COVID-19 हवा से फैल सकता है? क्या लोगों को घबराना चाहिए?

कक्षा 9 की छात्रा द्वारा लिखित तीन महीने से अधिक समय से लोकडाउन में होने के बाद भी कोरोना वाइरस के खिलाफ युद्ध खतम...