अग्रिम द्वारा लिखित, कक्षा 9 का छात्र
IIT खड़गपुर ने हेल्थकेयर उत्पाद कोविराप का सफलतापूर्वक व्यवसायीकरण किया है।
आईआईटी खड़गपुर ने अपने प्रमुख स्वास्थ्य उत्पाद कोविराप को COVID-19 के लिए बाज़ारों में बिक्री की मंजूरी दे दी है। कोविराप covid-19 सहित संक्रामक को कम करने के लिए "उपन्यास नैदानिक ​​तकनीक"(Novel Diagnostic Technique) द्वारा बनाया गया है। इसके प्रमुख शोधकर्ताओं प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, डॉ अरिंदम मोंडल और उनका अनुसंधान समूह है । IIT खड़गपुर द्वारा विकसित उत्पाद को रैपिड डायग्नोस्टिक ग्रुप ऑफ कंपनीज, इंडिया और ब्रामर्टन होल्डिंग्स एलएलसी, यूएसए के व्यवसायीकरण के लिए लाइसेंस दिया गया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (IIT खड़गपुर) भारत के पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में भारत सरकार द्वारा स्थापित एक सार्वजनिक तकनीकी और अनुसंधान विश्वविद्यालय है। 1951 में स्थापित, संस्थान IIT की स्थापना करने वाला पहला संस्थान है और इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है। 2019 में इसे भारत सरकार द्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस का दर्जा दिया गया।
कोविराप क्या है? 
कोविराप COVID-19 वायरस का पता लगाने के लिए एक नई ​​तकनीक है। यह तकनीक इन्फ्लूएंजा, डेंगू, मलेरिया के परीक्षण में भी सक्षम है। इस तकनीक का उपयोग अन्य वेक्टर जनित रोगों के परीक्षण के लिए किया जा सकता है। कोविराप आधारित की परीक्षण लागत मात्र रु-500 है।
कोविराप के पास जीनोमिक विश्लेषण की पेहचान के लिए एक विशेष इकाई है, पूर्व-प्रोग्राम, तापमान नियंत्रण इकाई और परिणामों के लिए एक अनुकूलित स्मार्टफोन ऐप है ।इसमें तीन मास्टर मिक्स भी हैं जो COVID-19 की उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए विभिन्न जीन के मार्कर के रूप में काम करते हैं। स्वाब के माध्यम से एकत्र किए गए नमूने इन मिक्स के साथ प्रतिक्रिया करते हैं। आवश्यक रसायनों के साथ कोडित पेपर स्ट्रिप्स को फिर नमूनों और मिक्स से प्रतिक्रिया कीये गए उत्पादों में डुबोया जाता है। रंगीन रेखाएं COVID-19 वायरस की उपस्थिति का संकेत देती हैं।
यह उपकर्ण वास्तविक समय पीसीआर मशीनों और थर्मल साइक्लर की आवश्यकता को कम करेगा।
कोविराप एक पोर्टेबल परीक्षण उपकरण है। यह एक घंटे में परिणाम देने में सक्षम है। इससे ग्रामीण और सीमावर्तिय क्षेत्रों में COVID-19 की स्क्रीनिंग को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
10,000 रुपये से कम की लागत से कोविराप आधारित मशीनों को विकसित किया जा सकता है।
कोविराप एक स्वैब नमूने का उपयोग करके COVID-19 परीक्षण आयोजित करता है। यह आर.एन.ए निष्कर्षण के लिए एक अलग सुविधा की आवश्यकता नहीं है। यह उपकरण आने वाले समय में सुरक्षित, शत - प्रतिशत सही परिणाम कम समय में देने में लाभदायक सिद्ध होगें और आज के बढ़ते कोरोना पर लगाम लगाने के लिए ऐसे उपकरण अत्यंत आवश्यक है ।
क्या आप भी नन्ही खबर के लिए लिखना चाहते हैं?
संपर्क करें nanhikhabar@gmail.com पर