कुलीन तंत्र (Oligarchy) क्या है?

कुलीन तंत्र भी एक प्रकार की शासन प्रणाली है। जिसमें सत्ता एवं शक्तियां कुछ आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के समूह अर्थात संपन्न वर्ग के पास होती हैं। वह लोग ही देश पर शासन करते हैं और राष्ट्र को चलाते हैं।

सोवियत संघ और रूस में क्या अंतर है?

गीतांजलि द्वारा लिखित, 18 साल का छात्र रूस, सोवियत संघ का एक हिस्सा था परंतु सोवियत संघ के विघटन के बाद यह एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया।

महीनों के नाम किस तरह रखें गए है?

आपने कभी सोचा है कि महीनों के नाम जनवरी, फरवरी-मार्च, अप्रैल आदि ही क्यों है? उनके पीछे कोई विशेष कारण है या नहीं? अगर है तो क्या कारण है?

सतत पोषणीय विकास इंडैक्स 2021: भारत का स्थान 120 वां

सतत पोषणीय विकास का अर्थ है ऐसा विकास जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना एवं आने वाली पीढ़ी के हितों को ध्यान में रखकर किया जाए।

विश्व का सबसे बुजुर्ग जीव: जॉनाथन

क्या आप जानते हैं? वह कौन सा जीव है जो आप के दादा परदादा से भी ज्यादा बुज़ुर्ग है। क्या नाम है उस विश्व के सबसे बुज़ुर्ग जानवर का?

हॉकी की जीत के पीछे कौन नायक?

2021टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल बाद इतिहास रचा और भारत को कांस्य पदक जीताकर विश्व में भारत का नाम रोशन किया।लेकिन 41 साल बाद से क्या मतलब है? इससे पहले भारत ने कितने गोल्ड मेडल जीते? और हॉकी टीम की इस जीत के पीछे किसका योगदान है?

भारतीय रेलवे की दुनिया के सबसे बड़ा हरित रेलवे नेटवर्क बनने की कोशिश

भारतीय रेलवे (IR) भारत सरकार के रेल मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में एक वैधानिक निकाय है जो भारत की राष्ट्रीय रेलवे प्रणाली का संचालन करता है। यह 31 मार्च 2020 तक 67,956 किमी (42,226 मील) की लंबाई के साथ दुनिया के चौथे सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क का प्रबंधन करता है।

10 जून को लगा साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण

साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को दुनिया भर के कई देशों में देखने को मिला। ये सूर्य ग्रहण ज्येष्ठ मास की अमावस्या को लगा है। भारतीय समय के अनुसार ये दोपहर 1:42 पर शुरू हुआ और शाम 6:41 पर समाप्त हुआ।

दुनिया का पहला नैनो यूरिया लिक्विड लॉन्च. इसके बारे में सब कुछ जानिए।

इफको के अनुसार “नैनो यूरिया लिक्विड को इसके वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा कई वर्षों के शोध के बाद स्वदेशी तकनीक के माध्यम से विकसित किया गया है। जिसे नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर , कलोल में “आत्मनिर्भर भारत” और “आत्मनिर्भर कृषि” के अनुरूप विकसित किया है ।