रजनी द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा

साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को दुनिया भर के कई देशों में देखने को मिला। ये सूर्य ग्रहण ज्येष्ठ मास की अमावस्या को लगा है। भारतीय समय के अनुसार ये दोपहर 1:42 पर शुरू हुआ और शाम 6:41 पर समाप्त हुआ।ये सूर्य ग्रहण भारत में सिर्फ लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ही देखा जा सका। इनके अलावा भारत में इस ग्रहण का कुछ खास असर नहीं देखा गया।

कब होता है सूर्य ग्रहण:

विज्ञान के अनुसार जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चाँद आ जाता है, तब चाँद की छाया की वजह से सूर्य कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसे ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

किन किन स्थानों पर देखा गया ये सूर्य ग्रहण:

10 जून को लगा ये सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तरी अमेरिका, उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड, रूस और भारत में लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में दिखाई दिया।

साल के पहले सूर्य ग्रहण में आसमान में दिखा ‘रिंग ऑफ फायर’:

10 जून 2021 को लगे साल के पहले सूर्य ग्रहण के दौरान दुनिया के कई भागों में रिंग ऑफ फायर देखा गया तथा ऐसा अद्भुत दृश्य देखने को मिला। इसे बिना सुरक्षा उपकरण के नहीं देखना चाहिए। हालंकी रिंग ऑफ फायर का असली नज़ारा तो विदेशों में ही देखा गया। भारत में ये सूर्य ग्रहण अंशिक तौर पर ही देखाई दिया।

क्या होता है ‘रिंग ऑफ फायर’?

जब चाँद की परछाई सूर्य के करीब 97 प्रतिशत भाग को पूरी तरह से छुपा लेती है, इस दौरान सूर्या और चंद्रमा पृथ्वी के बिलकुल सीध में होते हैं। इसके दौरान सूर्य एक अंगूठी की तरह चमकता हुआ नजर आता है इसी घटना को ही ‘रिंग ऑफ फायर’ कहा जाता है।

वैज्ञानिक और धार्मिक आधार पर सूर्य ग्रहण के दौरान किन बातों का रखना चाहिए ध्यान:

▪सूर्य ग्रहण को कभी भी नगन आंखों से नहीं देखना चाहिए।

▪सूर्य ग्रहण के बाद स्नान जरुरी बताया जाता है।

▪गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण के दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए।

▪ऐसा माना जाता है की सूर्य ग्रहण के दौरान अनाज का दान करना चाहिए।

▪ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना- पीना नहीं चाहिए।

ग्रहण एक खगोलिय घटना है, ऐसी में किसी भी तरिके के अंधविश्वास को कोई जगह नहीं देनी चाहिए।

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