
थायलैंड में युवा क्यों विरोध कर रहे हैं?
18 जुलाई 2020 को, 2500 – 3000 युवायों की भीड़ थायलैंड के बैंकॉक में डेमॉक्रसी इमारत के पास इकट्ठी हो गई, तीन उंगली दिखाती हुई जो कि मुक्ति का चिह्न है ।
18 जुलाई 2020 को, 2500 – 3000 युवायों की भीड़ थायलैंड के बैंकॉक में डेमॉक्रसी इमारत के पास इकट्ठी हो गई, तीन उंगली दिखाती हुई जो कि मुक्ति का चिह्न है ।
कक्षा 5 के छात्र द्वारा लिखित क्या आपने ग्रीनपीस नामक एक एनजीओ (गैर-सरकारी संस्था) के बारे में सुना है ? यह वही एनजीओ है...
रूस फार ईस्ट में स्थित खाबरोवस्क शहर में 18 जुलाई 2020 को लगभग 50,000 लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे । ये विरोध प्रदर्शन सर्गेई फ़र्गल की गिरफ्तारी के खिलाफ एक हफ्ते से चल रहे थे । फ़र्गल जो रूस में खाबरोवस्क क्राइ के गवर्नर रह चुके थे, उन्हे रूसी अधिकारियों ने 9 जुलाई 2020 को गिरफ्तार किया था । हालांकि, अधिकारियों ने COVID-19 के फैलने के डर से इतने सारे लोगों को इकट्ठा होने से रोकने का बहुत प्रयास किया, फिर भी हजारों लोग सड़कों पर जमा हुए पुतिन के खिलाफ नारे लगते हुए, बैनर लहराते हुए और फ़र्गल की रिहाई की मांग की ।
रफाल विमानों की हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई है. लैंडिंग को देखते हुए अंबाला एयरबेस पर पुलिस ने सैन्य अड्डे के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. भारतीय वायुसीमा में पांचों रफाल विमानों के घुसते ही युद्धपोत INS कोलकाता ने स्वागत करते हुए कहा- ये गर्व की उड़ान है, हैप्पी लैंडिंग. वहीं 5 रफाल विमानों की ऐतिहासिक लैंडिग पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट किया.
असम अपनी स्थलाकृति (एक क्षेत्र की भौतिक विशेषताओं की व्यवस्था) के कारण वार्षिक बाढ़ का सामना करता है और बाढ़-ग्रस्त क्षेत्र है । हालांकि, इस साल तबाही और विनाश बहुत ज़्यादा हुआ है...
साल 1998 में भारत सरकार के द्वारा “किसान क्रेडिट कार्ड” की शुरुआत की गई थी| इसका मुख्य उद्देश्य गरीब किसानों को समय-समय पर आर्थिक मदद पहुंचाना है| जिससे कि वह अच्छे से अपनी खेती और अन्य जरूरतों को पूरा कर सकें| इस योजना के अंतर्गत जरूरतमंद किसानों को ₹50000 से ₹300000 तक का कर्ज दिया जाता है| जिसका व्याज दर काफी कम होता है, जिसकी वजह से किसान आसानी से कर्ज ले सकते हैं|
दशरथ मांझी एक गरीब मजदूर थे| जिनका जन्म 14,जनवरी 1929 को बिहार के गहलोर गांव में हुआ था|अब उन्हें ‘माउंटेन मैन’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने बिना किसी की मदद लिए छेनी और हथौड़ा के सहारे अकेले ही 360 फुट लंबी(110 मी•), 30 फुट चौड़ी(9.1 मी•) और 25 फुट ऊंचे पहाड़ को काटकर सड़क का निर्माण किया था| इनके ऊपर एक फिल्म भी बन चुकी है:-“द माउंटेन मैन” जो 21, अगस्त 2015 को रिलीज हुई थी|
10 जुलाई 2020 को, भारत के प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी ने, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से, मध्य प्रदेश के रीवा जिले में 750 मेगावाट (मेगावट) सौर ऊर्जा प्लांट के शुभारंभ के बारे में बताया । इस प्लांट को बनाने की लागत लगभग 4500 करोड़ रूपये होगी ।
केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है और भारत के 108 पवित्र विष्णु मंदिरों में से एक है । हाल ही में, सूप्रीम कोर्ट ने मंदिर को कौन संभालेगा उसपर अपना फैसला सुनाया और मंदिर के शाही परिवार को ' शेबैतशिप’ (shebaitship) नियुक्त किया । ‘शेबैत’ हिन्दी के शब्द ‘सेवा’ से लिया गया है और उस व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो भगवान की सेवा करता है ।
सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री जी ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत किया था| इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की पढ़ाई लिखाई से लेकर उनकी शादी तक होने वाले खर्चों को आसानी से पूरा करना है|