अभिषेक झा द्वारा लिखित – कक्षा 12 का छात्र

सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री जी ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत किया था| इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की पढ़ाई लिखाई से लेकर उनकी शादी तक होने वाले खर्चों को आसानी से पूरा करना है|

इस योजना के अंतर्गत कन्या(बेटी) के माता पिता या कानूनी अभिभावक कन्या(बेटी) के नाम पर खाता खुलवा सकते हैं और उसका संचालन कन्या के 10 साल की उम्र होने तक कर सकते हैं|

सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए बैंक में खाता खुलवाना अनिवार्य है| इस योजना का खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक में खुलवाया जा सकता है| जैसे-भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक आदि|

सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएं:——

  • इस योजना में कन्या के नाम से 1 साल में 1000 से 150000 रुपए तक जमा करवा सकते हैं|
  • इस योजना के अंतर्गत माता-पिता कन्या के नाम से केवल एक ही खाता खुलवा सकते हैं| यदि दो लड़कियां हैं, तो उनके नाम पर अलग-अलग खाता खुलवाना पड़ेगा|
  • अगर माता-पिता की दो जुड़वा बेटियां हैं, तो उनको उनका जन्म प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेजों को जमा करवाना पड़ेगा| उसके बाद ही उनके नाम से खाता खुल पाएगा|
  • सुकन्या समृद्धि योजना के खाते का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें टैक्स की छूट मिलती है|
  • बैंक में खाता खुलने के बाद केवल 14 साल तक ही इसमें पैसा जमा करना होगा और यह खाता बेटी के 21 साल पूरे होने पर मैच्योर हो जाएगा|
  • यदि किसी वजह से माता पिता के द्वारा इसमें पैसे जमा नहीं किए गए तो खाता बंद कर दिया जाएगा| खाता को दोबारा चालू करने के लिए उन्हें ₹50 प्रति वर्ष फाइन देना पड़ेगा|
  • यदि बेटी की 18 साल से 21 साल के बीच शादी हो जाती है, तो अकाउंट उसी समय बंद कर दिया जाएगा| और निर्धारित पैसे कन्या को दे दिया जाएगा|

खाता खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज:—–

खाता खुलवाने के लिए तीन सबसे जरूरी दस्तावेज हैं| जैसे:—–

  • कन्या का जन्म प्रमाण पत्र|
  • ऐड्रेस प्रूफ|
  • आईडी प्रूफ|