गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा

विश्वभर में प्रगतिशील और समाज में सुधार करने वाले लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के पुरस्कारों का निर्माण किया गया है जिनके द्वारा उन्हें सम्मानित करके उनके आत्मबल को बढ़ावा दिया जाए तथा अन्य लोगों को भी प्रेरित किया जा सके। ऐसे ही पुरस्कारों में से बहुत प्रसिद्ध तथा विश्व का सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कार नोबेल पुरस्कार है। आज हम नोबेल पुरस्कार के बारे में पूर्ण जानकारी लेने वाले हैं।

नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार के बारे में मूलरूप से कहा जा सकता है कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले महत्वपूर्ण पुरस्कार हैं जो वैश्विक रूप से मानव समाज को लाभ पहुंचाने और विकास में योगदान देने वाले लोगों या संस्थानों को प्रदान किये जाते हैं। यह पुरस्कार हर वर्ष दिया जाता है।

नोबेल पुरस्कार का इतिहास

नोबेल पुरस्कार के बारे में जानते हुए हमें नोबेल पुरस्कार के संस्थापक आल्फ्रेड नोबेल को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि उन्होंने ही इस पुरस्कार की स्थापना की थी। उन्होंने 1895 में जब वह बीमार थे तथा जीवन के अंतिम चरण में थे तो अपनी सारी वसीयत इस नोबेल पुरस्कार के नाम कर दी। 1896 में उनकी मृत्यु हो गई, उन्हीं की याद में 1901 में नोबेल पुरस्कार का आरंभ किया गया जो आज तक चलता आ रहा है। उन्हीं के नाम पर नोबेल पुरस्कार का नाम भी रखा गया है।

नोबेल पुरस्कार कितने क्षेत्रों में दिया जाता है?

अगर हम नोबेल पुरस्कार की बात कर रहे हैं तो यह जानना बहुत जरूरी है कि वह कितने क्षेत्रों में दिया जाता है। नोबेल पुरस्कार प्रमुख रूप से पांच क्षेत्रों में दिया जाता है जिनमें भौतिक विज्ञान, शारीरिक विज्ञान या चिकित्सा, रसायन विज्ञान, साहित्य और शांति के क्षेत्र शामिल हैं। उन लोगों या संस्थानों को नोबेल पुरस्कार दिया जाता है जिसने वैश्विक स्तर पर इन श्रेणियों में बहुत बढ़िया काम करके या परिवर्तन लाकर मानव समाज के लिए सकारात्मक राह प्रदान की है।

कौन प्रदान करता है नोबेल पुरस्कार?

आप सोच रहे होंगे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नोबेल पुरस्कार कौन प्रदान करता है? क्या संयुक्त राष्ट्र शांति पुरस्कार देता है? नहीं, इस पुरस्कार को स्वीडन और नार्वे के द्वारा दिया जाता है। स्वीडन और नॉर्वे में स्थित शीषर्स्थ संस्थाएं इस पुरस्कार को प्रदान करती हैं, जिनमें प्रमुख नाम शाही स्वीडिश विज्ञान अकैडमी, स्वीडिश विज्ञान अकैडमी, नोवीजन नोबेल समिति आदि शामिल है।

क्या सम्मिलित है नोबेल पुरस्कार में?

नोबेल पुरस्कार विश्वभर का महत्वपूर्ण पुरस्कार है। यह जानकर आपके मन में इस पुरस्कार में मिलने वाले चीजों के बारे में जानने की चाहत जरूर उत्पन्न हुई होगी तो बता दें कि नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले लोगों और संस्थाओं को क्या दिया जाता है। उन्हें चिन्ह के रूप में एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और मौद्रिक रूप से बड़ी धनराशि दी जाती है।

2022 के नोबेल पुरस्कार विजेता

हर वर्ष की तरह 2022 में भी नोबेल पुरस्कार दिए गए इसलिए अक्टूबर के आरंभ से ही विजेताओं के नाम घोषित करना आरंभ कर दिया गया था।

2022 में शांति के लिए एलेस बियालियात्स्की (बेलारूस), मेमोरियल (रूस की संस्था) और सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज (यूक्रेन की संस्था) को दिया गया है।

साहित्य के क्षेत्र में एनी एनॉक्स को 2022 का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ।

कैरोलिन बर्टोज़ी (अमेरिका), बैरी शार्पलेस (अमेरिका), मोर्टन मेल्डल (डेन्मार्क) को नोबेल रसायन पुरस्कार 2022 प्रदान किया गया है।

एलेन एस्पेक्ट (फ्रांस), जॉन एफ क्लॉसर (अमेरिका), एंटोन जिलिंगर (ऑस्ट्रिया) को भौतिकी में नोबेल पुरस्कार मिला।

 2022 का चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार स्वांते पैबो (स्वीडन) को प्राप्त हुआ।

बेन बर्नानके (अमेरिका), डगलस डायमंड (अमेरिका), फिलिप डायबविगो (अमेरिका) को इस वर्ष अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

नोबेल पुरस्कार पर लगाए गए आरोप

नोबेल पुरस्कार एक बहुत महत्वपूर्ण तथा बड़ा पुरस्कार है इसीलिए कमेटी द्वारा चुने गए पुरस्कार प्राप्तकर्ता पर हर बार कुछ ना कुछ संदेश तथा विरोधाभास उत्पन्न होते हैं क्योंकि संपूर्ण विश्व में केवल एक ही व्यक्ति को चुनना बहुत ही विरोधाभास तथा आपत्तिजनक काम है।

बहुत सारे देशों द्वारा नोबेल पुरस्कार की आलोचना करते हुए कहा गया है कि यह  राजनीतिक प्रतिक्रियाओं से प्रेरित तथा संचालित है।

एशिया तथा अफ्रीका के देशों को ऐसा लगता है कि यह पुरस्कार यूरोप केंद्रित हैं क्योंकि अधिकतर पुरस्कार यूरोप के देशों को प्राप्त हुए हैं।

चीन ने कई बार नोबेल पुरस्कार का विरोध किया है क्योंकि उसे लगता है कि इसमें निष्पक्षता का अभाव है।

क्या आप जानते हैं कि भारत में भी कुछ विद्वान यह मानते हैं कि नोबेल पुरस्कार निष्पक्ष नहीं है क्योंकि अहिंसा के मार्ग पर चलकर भारत को आज़ादी दिलाने वाले महात्मा गांधी जी को भी 5 बार नोमिनेट होने के बावजूद नोबेल पुरस्कार नहीं प्राप्त हुआ।

नोबेल पुरस्कार का आरंभ 1901 में हुआ जिस समय विवेकानंद जी ने संपूर्ण विश्व में शांति के लिए बहुत कार्य किया था तथा संसार को बेहतर बनाने का प्रयास किया, फिर भी उन्हें यह पुरस्कार प्राप्त नहीं हुआ।

आज हमने नोबेल पुरस्कार के बारे में सभी मूलभूत चीजें तथा उस पर उत्पन्न होने वाली आपत्तियों तथा विरोधाभासों के बारे में जाना है। आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा फिर मिलते हैं नई खबरों के साथ।

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