नाओमी ओसाका ने फ्रेंच ओपन से वापिस लिया अपना नाम

दुनिया की नंबर दो महिला टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने फ्रेंच ओपन से हटने का फैसला लिया है। नाओमी का ये फैसला किसी चोट की वजह से नहीं है, बल्कि उन्होंने ये फैसला डिप्रेशन और तनाव के चलते लिया है। नाओमी ओसाका के फैसले से सारे टेनिस जगत में हलचल मच गई है।

दुनिया का पहला नैनो यूरिया लिक्विड लॉन्च. इसके बारे में सब कुछ जानिए।

इफको के अनुसार “नैनो यूरिया लिक्विड को इसके वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा कई वर्षों के शोध के बाद स्वदेशी तकनीक के माध्यम से विकसित किया गया है। जिसे नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर , कलोल में “आत्मनिर्भर भारत” और “आत्मनिर्भर कृषि” के अनुरूप विकसित किया है ।

इंटरनेट एक्सप्लोरर जून 2022 में सेवानिवृत्त होगा

इंटरनेट एक्सप्लोरर 11 (IE 11) का डेस्कटॉप एप्लिकेशन 15 जून, 2022 से इस्तेमाल के बाहर हो जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट अगले साल जून से विंडोज 10 (Windows 10) पर इंटरनेट एक्सप्लोरर का इस्तेमाल समाप्त करने के लिए तैयार है।

आसमान से गुजरा एफिल टॉवर से बड़ा एस्टेरॉयड

1 जून, 2021 मंगलवार की रात करीब 7.54 बजे आपकी घर की छत के ऊपर से एक क्षुद्रग्रह (Asteroid) गुजर गया। इस एस्टरॉयड को पिछले महीने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने धरती के लिए खतरनाक बताया था। केटी1

ब्रिटनी स्पीयर्स कौन है?

आज हम बात करेंगे अमेरिकन पॉपुलर स्टार यानी ब्रिटनी स्पीयर्स की जो कि एक सिंगर, डांसर और एक्ट्रेस हैं। इनका जन्म 2 दिसंबर 1981 मैककोम्ब, मिसिसिपी, यूनाइटेड स्टेट्स में हुआ था।

जापान की बड़ी सफलता, समुद्र में ढूंढे दुर्लभ खनिज

जापान के वैज्ञानिकों ने 8023 मीटर समुंदरी गहराई को छूने का नया रिकॉर्ड बनाते हुए समुंदर में दुर्लभ खनिजों (Rare Minerals) की खोज की है। ये सफलता जापानी शोध जहाज़ (Research ship) काइमी ने हासिल की है। ये शोध जहाज़ पहले से ही बड़े भुकम्प आने की वजहों की पड़ताल कर रहा है।

प्रियंका मोहिते – साहस के जादू से सपनों को वास्तविकता बनाया

प्रियंका मोहिते एक भारतीय पर्वतारोही है, जिसका जन्म 30 नवंबर 1992 को महाराष्ट्र के सतारा शहर में हुआ था। प्रियंका बचपन से ही शिवाजी महाराज के बारे में जानने को जिज्ञासु रहती थी, उन्हीं के कारनामों से वह बचपन से ही प्रेरित रही और अपने चाचा के साथ अलग-अलग छोटे-छोटे पर्वत नापती रही।

सुंदरलाल बहुगुणा कौन थे?

सुंदरलाल बहुगुणा एक मशहूर पर्यावरणविद व भारतीय कार्यकर्ता थे। उनका जन्म 9 जनवरी, 1927 को उत्तराखंड के टिहरी जिले में मरोड़ा नामक स्थान पर हुआ था। वे बहुत ही संवेदनशील और गांधीवादी स्वभाव वाले व्यक्ति थे। उन्होंने बहुत ही कम उम्र (13 वर्ष की आयु) में राजनीतिक व सामाजिक गतिविधियां शुरू कर दी थीं।