हिन्दी दिवस
हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाने वाला हिन्दी दिवस भारतीय संस्कृति को सजाने और हिन्दी भाषा को सम्मान देने का एक तरीका है । वर्ष 1929 में इस दिन भारत का संविधान सभा द्वारा हिन्दी को देश आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था।
हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाने वाला हिन्दी दिवस भारतीय संस्कृति को सजाने और हिन्दी भाषा को सम्मान देने का एक तरीका है । वर्ष 1929 में इस दिन भारत का संविधान सभा द्वारा हिन्दी को देश आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था।
मेरे लिए सफलता बहुत ताकत वाला शब्द है और यह शब्द मेरी जिंदगी में बहुत महत्वपूर्ण है। बहुत सारे लोग या मैं कह सकती हूं कि सारे लोग इसके पीछे भागते हैं और इसे जीतना चाहते हैं । पर मैं यह कहना चाहती हूं कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हर एक इंसान इसको जाने इसको समझे और अपनी जिंदगी में कुछ ऐसा काम करें कि उसे सफलता प्राप्त हो ना की किसी और की नकल करे।
आज के वक़्त में जहाँ विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे रहस्य भी हैं जिन्हें आज तक कोई समझ नहीं पाया है।
मुझे पहचानते हो खुदा का बनाया मैं इंसान हूं खुद का बनाया मैं गुनहगार हूं मुझे पहचानते होमैं इंसान हूं।
ये कहानी है नीरजा की हमने बहुत सी वीरांगनाओं की कहानी सुनी है, जैसे रानी लक्ष्मीबाई, कल्पना चावला, किरण बेदी । मैं इन्ही महान हस्तियों में एक नाम नीरजा भनोट का जोड़ना चाहती हूँ।
महिला सशक्तिकरण को बेहद आसान शब्दों में परिभाषित किया जा सकता है, कि इससे महिलाएँ शक्तिशाली बनती हैं जिससे वो अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं ले सकती हैं और परिवार व समाज में अच्छे से रह सकती है । समाज में अनेक वास्तविक अधिकार को प्राप्त करने के लिए उन्हे सक्षम बनाना, महिला सशक्तिकरण है
आपको बता दें कि हर साल 14 सितंबर को पूरे भारत देश में “हिंदी दिवस” बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है|14 सितंबर,1949 को भारत की संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा के रूप में दर्जा दिया गया|और फिर साल 1953 में हिंदी भाषा को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के उद्देश्य से राष्ट्रभाषा प्रचार समिति,वर्धा के द्वारा बहुत अनुरोध करने पर पूरे भारतवर्ष में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा|
यदि आप चाइनीज़ खाने के शौकीन हैं और आपको चाऊमीन, चिप्स, 2 मिनट नूडल्स, सूप या बाहर के चिल्ली पोटैटो और मोमो अत्याधिक पसंद है तो आपके लिये ये जानना काफी जरूरी है । इन सभी चीजों में अजीनोमोटो का प्रयोग स्वाद बढ़ाने के लिये किया जाता है । इसे चाइनीज़ साल्ट या मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) के नामों से भी जाना जाता है।
वर्तमान में महिंदा राजपक्षे श्रीलंका के प्रधानमंत्री हैं| प्रधानमंत्री बनने से पहले सन् 2005 से 2015 तक ये श्रीलंका के राष्ट्रपति रह चुके हैं ।
भारत की पहली महिला हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ पद्मावती का निधन कोरोना वाइरस संक्रमण की वजह से 29 अगस्त, 2020 को हो गया । उनकी उम्र 103 साल की थी ।