शिवांगी द्वारा लिखित, 21 साल की छात्रा

यदि आप चाइनीज़ खाने के शौकीन हैं और आपको चाऊमीन, चिप्स, 2 मिनट नूडल्स, सूप या बाहर के चिल्ली पोटैटो और मोमो अत्याधिक पसंद है तो आपके लिये ये जानना काफी जरूरी है । इन सभी चीजों में अजीनोमोटो का प्रयोग स्वाद बढ़ाने के लिये किया जाता है । इसे चाइनीज़ साल्ट या मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) के नामों से भी जाना जाता है। इसकी खोज 1909 में जापानी वैज्ञानिक प्रोफेसर किदुने इकेदा ने की थी ।

कैसा होता है अजीनोमोटो ?

यह चीनी की तरह दिखता है जो क्रिस्टल के रूप में होता है । इसका स्वाद बहुत ही अलग होता है । यह मीठा, खट्टा, तीखा या नमकीन नहीं होता बल्कि जिस चीज़ में डाला जाता है, उस चीज़ के स्वाद को बढ़ा देता है । अजीनोमोटो के कारण ही खाने का स्वाद आपकी जीभ पर काफी देर तक रहता है और आपका मन इस चीज़ को बार बार खाने का करता है ।

अजीनोमोटो के हानिकारक प्रभाव

कैंसर –  अधिक मात्र में अजीनोमोटो के सेवन से पेट का कैंसर हो सकता है । आजकल लोग बहुत अधिक मात्रा मे जंक फूड का सेवन कर रहे हैं, जिससे लोग कैंसर जैसी बीमारी की चपेट मे आ सकते हैं ।

गर्भवती महिलाओं पर प्रभाव – डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को चाइनीज़ खाने के सेवन की मनाही करते हैं । जिसका एक कारण चाइनीज़ खाने में प्रयोग किये जाने वाला अजीनोमोटो भी है। इसके सेवन से बच्चे के दिमाग का विकास बाधित हो सकता है । सोडियम की अधिक मात्रा के कारण ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है।

अन्य हानिकारक प्रभाव – इसके अलावा सीने में दर्द, सर में दर्द,  त्वचा पर एलर्जी, सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है। यह हमारी जीभ पर उपस्थित रिसेप्टर्स को प्रभावित करता है जिससे बेस्वाद खाना भी स्वादिष्ट लगता है । इसके अत्यधिक सेवन के कारण जीभ के रिसेप्टर्स  सुन्न हो जाते हैं जिससे धीरे धीरे स्वाद का पता लगना ही बंद हो जाता है।

अजीनोमोटो प्राकर्तिक रूप से टमाटर और अन्य कई चीजों में भी पाया जाता है । टमाटर में उपस्थित मोनोसोडियम ग्लूटामेट की मात्रा बहुत ही कम होती है (1 किलो ताजे टमाटर में 1.25 ग्राम तक) जो आपके लिए हानिकारक नहीं है ।

किन देशों में इस पर प्रतिबंध लग चुका है ?

अजीनोमोटो के हानिकारक प्रभावों के कारण बहुत से देशों ने इस के इस्तमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जैसे कि पाकिस्तान, अमेरिका, चीन, जापान लेकिन भारत में अब भी यह आसानी से उपलब्ध है ।