रीनू गौतम द्वारा लिखित, 18 साल की छात्रा

अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगलों में पिछले कुछ दिनो से अधिक भीषण आग लगी हुई थी । चारों और हाहकार मचा हुआ था जिसके कारण कई लोगों की मौत भी हुई और हजारों लोगों को अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसी के कारण आकाश का रंग भी नीले की जगह नारंगी हो गया । इसे देख कर ऐसा लगा कि मानो यह एक मंगल गृह हो। आजकल इस खबर की चर्चा सोशल मीडिया में आम है।

बुरी तरह से प्रभावित हुआ वातावरण

तेज़ हवाओं के कारण भीषण आग ने भयानक रूप दिखाया। धीरे धीरे अमेरिका के अन्य स्थान भी आग की चपेट में आने लगे जैसे – लॉस एंजलिस, बर्नाडिनो, डिएगो आदि। इस भयंकर अग्नि के कारण आसमान का रंग बिलकुल बदल गया है। एक ओर लोगों को साँस लेने में भी बहुत परेशानी हो रही है और दूसरी ओर वातावरण धुंध से ढका है जिससे जीवों और मनुष्यों को घुटन हो रही है ।

स्थानांतरण और प्रभावित स्थान

अब तक इस अग्नि ने कई लाख एकड़ भूमि पर कब्ज़ा कर लिया जिसमें 16500 दमकल कर्मी नियंत्रण कार्य में लगे हैं । सबसे अधिक नुकसान ओरेगन नामक क्षेत्र में हुआ। अमेरिकी उत्तरी पश्चिमी जंगलों में आग तेज़ हवाओं के कारण फैल गई है । हजारों से अधिक घर जलकर राख हो चुके हैं और लगभग 80 हज़ार से अधिक घरों को खाली कराया गया। इस ज्वाला ने 24 घंटों में 12,000 किलोमीटर से ज़्यादा स्थानों को जलाकर  राख़ कर दिया।

मौसम विभाग ने शुरू में लगी आग को देखकर दी थी चेतावनी

अमेरिकी राष्ट्रिय मौसम विभाग ने हालात देखकर शुरू में ही चेतावनी दे दी थी। दमकल अधिकारियों का कहना है कि हल्की, ठंडी रात के मौसम में बचाव कार्य में सहायता मिलेगी लेकिन गरम सूखी और तेज़ हवा चलने के कारण बिजली गिरने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। इस कारण उनके प्रयासों को भी प्रभावित होना पड़ सकता है। घटना स्थलों पर 72 घंटों में 11 हज़ार बार बिजली गिर चुकी है।

जलवायु परिवर्तन है इस समस्या का सबसे बड़ा कारण

आग लगने का सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन है। मनुष्य ने अपनी गतिविधियों से वातावरण को इतना अधिक प्रभावित कर दिया है कि अब हमे जलवायु परिवर्तन के प्रभाव देखने पड़ रहे हैं। कुछ लोग इस खतरे से अंजान हैं तो कुछ लोग अपनी फायदे के लिये इसे अंदेखा कर कर रहे हैं। भविष्य में ऐसा दोबारा दोहराया न जाए इसके लिए आज ही प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होने की आवश्यकता है। जागरूकता से बड़ी से बड़ी होनी (समस्या) को टाला जा सकता है।

सोशल मीडिया पर इस आग को आने वाले खतरे की चेतावनी बताया गया

वर्तमान में कैलिफोर्निया की स्थिति ठीक नहीं है। इस भयंकर दृश्य को देख कर सोशल मीडिया पर तरह तरह की चर्चाएँ आम हैं। ऐसा लग रहा है कि मानो दुनिया का अंत बहुत ही निकट है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस दृश्य की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की हैं। उन्होंने लिखा – “पश्चिमी तट पर बार बार लगने वाली आग ये आग बता रही हैं कि जलवायु परिवर्तन किस हद तक खतरनाक हो सकता है। यह एक चेतावनी है कि अपने ग्रह को बचाना अब बहुत ज़रूरी हो चुका है”। इसके अलावा डैनियल स्वैन नाम के एक वैज्ञानिक ने भी इसे एक बहुत खतरनाक घटना बताया।