क्या होगा अब म्यांमार का भविष्य?

जब 1 फरवरी की सुबह म्यांमार के लोग जागे, तो वे सब हैरान रह गए क्योकिं उनके देश में रातों-रात सेना द्वारा तख्तापलट हो गया और 1 वर्ष के लिए देश में आपातकाल लगा दिया गया है। भारत समेत विश्व के अनेक दशों ने इस तख्तापलट का विरोध किया है।

जूलियन असांजे (Julian Assange) कौन है?

जूलियन असांजे विकीलीक्स (Wikileaks) के ‘संस्थापक’ व ‘जनक’ हैं। उनका पूरा नाम ‘जूलियन पॉल असांजे’ है। उनका जन्म 3 जुलाई, 1971 को ऑस्ट्रेलिया में हुआ था। विकिलीक्स पर काम करने से पहले जूलियन असांजे न केवल एक बेहतरीन कंप्यूटर प्रोग्रामर थे बल्कि एक मशहूर हैकर भी थे

वाट्सऐप (WhatsApp) की नई प्राईवेसी पॉलिसी पर बवाल क्यों?

जब स्पेस X कंपनी के मालिक एलन मस्क ने कुछ दिनों पहले ट्विटर पर ट्विट किया “Use Signal” तो अचानक से ही सिगनल मेसेजिंग ऐप के युजर्स की संख्या बढ़ गई। आइए जानते हैं, क्या है पुरा मामला।

होलोकास्ट : यहूदियों का नरसंहार

जब हम जर्मनी का ज़िक्र करते है तो वहाँ यहूदियों (jews) के साथ हुए नरसंहार का एक विचित्र व भयानक दृश्य हमारे सामने आता है। कौन था जिम्मेदार इस नरसंहार का? अडोल्फ़ हिटलर, जिसने यहूदियों को इस संसार से मिटाने का प्रण लिया।

मैगी : कैसे बना एक बहु-चर्चित ब्रांड?

आजकल की इस भागती दौड़ती जिंदगी में हम इतने फास्ट हो गए हैं कि, हम सभी अपने सारे काम दो मिनट में करना चाहते हैं नहाने से लेकर खाने तक।

श्रीनिवास रामानुजन कौन थे?

श्रीनिवास रामानुजन एक महान गणितज्ञ थे| उनका पूरा नाम श्रीनिवास अयंगर रामानुजन था| उनका जन्म 22 दिसंबर,1887 ईस्वी में तमिलनाडु के कोयंबतूर जिले के इरोड नामक गांव में हुआ था|

उइग़ुर समुदाय -‘चीन के हाथों में एक कठपुतली’

हम सभी इस बात से अवगत हैं कि चीन अपने फायदे के लिए किसी देश या किसी भी समुदाय का उपयोग करने से पीछे नहीं हटता। चीन ने कई बार बहुत से देशों को प्रताड़ित भी किया, भारत से भी चीन के रिश्ते कोई खास अच्छे नहीं है।

क्यों खास था इस साल का 21 दिसम्बर?

कुछ खगोलीय घटनाएँ सैंकड़ों वर्षों में एक बार होती है, जिन्हें शायद हम दोबारा नहीं देख सकते हैं। ऐसी ही एक घटना 21 दिसम्बर 2020 को हुई थी, जब बृहस्पति और शनि ग्रह लगभग 397 सालों के बाद बेहद नजदीक आए थे और पृथ्वी से एक तारे के रुप में दिख रहे थे।

ध्रुवीय ज्योति (Aurora Borealis)

हमारी पृथ्वी में अनेकों ऐसी चीज़े होती हैं जिन पर विश्वास तभी किया जा सकता है जब हम उन्हें अपनी आँखों से देख लें। चलिये आज पृथ्वी में होने वाली एक ऐसी ही अद्भुत चीज़ के बारे में जानते हैं। वो चीज़ है “ध्रुवीय ज्योति”। जी हाँ सही सुना आपने “ध्रुवीय ज्योति”।