अनू द्वारा लिखित, 22 साल की छात्रा

हम सभी इस बात से अवगत हैं कि चीन अपने फायदे के लिए किसी देश या किसी भी समुदाय का उपयोग करने से पीछे नहीं हटता। चीन ने कई बार बहुत से देशों को प्रताड़ित भी किया, भारत से भी चीन के रिश्ते कोई खास अच्छे नहीं है। चीन के साथ में ताइवान को भी चीन अपने प्रांत में लेने के लिए कई कोशिशें कर चुका है पर वहाँ के लोग चीन की बातों में नहीं आए और अपना आज़ाद रहना ही ठीक समझा। इसी तरह से चीन में रहने वाले उइग़ुर मुसलमानों को चीन प्रताड़ित कर रहा है। दरअसल इस्लाम को मानने वाले उइग़ुर समुदाय चीन के सबसे बड़े और पश्चिमी क्षेत्र शिंजियांग प्रांत में रहते है। चीन का शिंजियांग प्रांत दरअसल मंगोलिया और रूस सहित 8 देशों की सीमाओं से मिलता है। उइग़ुर समुदाय के लोग मुख्यतः अपने आप को मध्य एशिया के निवासी मानते हैं, ये अपने आपको तुर्की का भी बताते हैं।

दरअसल, चीन उइग़ुर मुसलमानों पर हर ज़ुल्म कर रहा है। चीन की हरकतों से हम सभी पूर्ण रूप से वाकिफ हैं। चीन इन समुदाय के लोगों पर बहुत सी पाबन्दियाँ लगा रहा है खास कर के धार्मिक पाबंदी। चीन के इन कारनामों की खबर पूरी दुनिया को है। चीनी सरकार उइग़ुर लोगों के अस्तित्व के खात्मे के लिए भरसक प्रयास करती रहती है। चीन सरकार तो इस हद तक गिर गई कि मुसलमानों के द्वारा पवित्र रमज़ान महीने में रखे जाने वाले उपवास पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया। न अब वे लोग ईद माना सकते हैं और न ही रोज़े रख सकते हैं। ये लोग चीन में लंबी दाढ़ी भी नहीं रख सकते, इस पर भी प्रतिबंध है। उइग़ुर समुदाय के औरतों की नसबंदी भी की जा रही है। यहाँ तक की 2 से अधिक बच्चे होने पर माता-पिता को अलग कर डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाता है। शिंजियांग प्रांत में मस्जिदों को भी ढहा दिया गया है। उइग़ुर मुसलमानों की धार्मिक आज़ादी पूरी तरह से चीन ली गई है। चीन के इस क्रत्य को लेकर  हमने कई बार अंतराष्ट्रीय स्तर पर सुना, मीडिया में भी कई बार इसके बारे में सुना पर हमने पूरी तरीके से इसकी आलोचना नहीं सुनी। चीन यूनाइटेड नेशन्स के 5 स्थायी सदस्यों में से एक है शायद इसी के कारण इस मामले में किसी भी अंतराष्ट्रिय संगठन ने पूरी तरह से चीन की आलोचना नहीं की और शायद इसी के कारण चीन में सत्तावादी सरकार और चीन की सत्तावादी रणनीति बढ़ती जा रही है। अगर चीन की इन रणनीतियों को अभी नहीं रोका गया तो यह निरंकुश हो जाएगा। उइग़ुर समुदाय के सभी लोगों के सभी मानवाधिकारों एवं अन्य अधिकारों का हनन हो रहा है। करीब 1 करोड़ से ज़्यादा उइग़ुर मुसलमान शिंजियांग प्रांत में रहते हैं जो कि एक बहुत बड़ी संख्या है, उनके अधिकारों के लिए किसी भी देश या अंतराष्ट्रीय संगठन को आगे ज़रूर आना चाहिए।

क्या आप भी नन्ही खबर के लिए लिखना चाहते हैं?
संपर्क करें nanhikhabar@gmail.com पर