महिलाओं के लिए संपत्ति अधिकार कानून

हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 2005 में पिता की संपत्ति पर केवल बेटों का अधिकार रहता था और बेटियों का अधिकार केवल अर्जित संपत्ति पर ही होता था। पिता और भाई अपनी इच्छा से उन्हें संपत्ति दे सकते थे परंतु वह संपत्ति के लिए आवाज नहीं उठा सकती थी।

भारतीय इतिहास में दफ्न महिला शक्ति के कुछ अनसुने किस्से।

भारत-चीन (1962) युद्ध के समय सीजफायर होने के बावजूद चीनी हमले का खतरा भारत पर मंडरा रहा था, क्योंकि चीन जैसे देश पर भरोसा करके भारत पहले ही बहुत बड़ी गलती कर चुका था।

सतत पोषणीय विकास इंडैक्स 2021: भारत का स्थान 120 वां

सतत पोषणीय विकास का अर्थ है ऐसा विकास जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना एवं आने वाली पीढ़ी के हितों को ध्यान में रखकर किया जाए।

रमेशबाबू प्रज्ञानानंद कौन है? जिन्होंने 16 साल की कम उम्र में दी वर्ल्ड चैंपियन को मात

रमेशबाबू प्रज्ञानानंद’ भारत के मशहूर युवा ग्रैंडमास्टर हैजिन्होंने हाल ही में 20 फरवरी,2022 को हुए ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट एयरथिंग्स मास्टर्स के आठवें दौड़ में वर्ल्ड चैंपियन नार्वे के ‘मैग्नस कार्लसन’(Magnus Carlsen) को 39 चाल में हराकर नया इतिहास रचा है।

तमिलनाडु बना दुनिया का सबसे बड़ा अक्षय ऊर्जा उत्पादक

अमेरिका के थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकनोमिक एंड फाइनेंशियल एनालिसिस रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु इस वर्ष भारत का शीर्ष अक्षय ऊर्जा उत्पादक राज्य बन गया है। इससे पहले तक शीर्ष स्थान पर कनार्टक था।

भारत सरकार ने यूएई में प्रथम आई आई टी संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया

भारतीय शिक्षा तो वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने यूएई में प्रथम भारतीय तकनीकी संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया है।

रूस का यूक्रेन पर हमला

रूस और यूक्रेन के बीच वर्षों से चल रहे विवाद में 2022 में फिर से चिगांरी भड़क गई है। इस बार इस विवाद ने युद्ध की विभीषिका का रूप ले लिया है।

वैवाहिक बलात्कार समाज के लिए कलंक

हमारा भारतीय समाज एक पुरुष प्रधान समाज है। जहां समाज में फैली विभिन्न कुरीतियां हमेशा से ही महिलाओं का शोषण करती आ रही है जिसमें भूण हत्या, दहेज प्रथा, बलात्कार जैसी घटनाएं शामिल है।

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस क्या है और क्यों मनाया जाता है?

हर साल 21 फरवरी को विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में अपनी भाषा व सांस्कृतिक की विविधताओं के प्रति लोगों में जागरूकता को फैलाना है, ताकि विश्वभर में बहुभाषिता यानी Multilingualism को बढ़ावा मिल सके।