ऑस्ट्रेलियाई चुनाव 2022

ऑस्ट्रेलिया में 21 मई को चुनाव में लेबर पार्टी के नेता एंथनी अल्बानीस ने लिबरल पार्टी के स्टाक मारिशन को हराकर 76 सीटों पर जीत हासिल की है।

ओलंपिक खेलों में विजेताओं द्वारा पदक (मैडल) को दांतों से काटना – एक परंपरा या कुछ और?

किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलंपिक खेलों में भाग लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करे तथा स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक जीतकर अपने देश का नाम गौरवान्वित करें।

सीयूईटी : नई विश्वविद्यालय दाखिला प्रणाली

हमेशा से विश्वविद्यालय में दाखिला करवाना छात्रों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है। विशेष रुप से कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में दाखिला का सपना विद्यार्थियों का रहता है परंतु वहां अंकों की कट आफ बहुत ज्यादा आती है।

मेटावर्स क्या है?

मेटावर्स की 3D दुनिया की अवतार फिल्म जैसी होगी। इस तकनीक को हकीकत में लाने के लिए बहुत सारे क्षेत्र की कंपनियां जैसे कि हॉस्पिटैलिटी, टेलीकॉम, बैंकिंग, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर आदि कंपनियों को मिलकर एक ईको सिस्टम डिवेलप करना होगा तब जाकर ये तकनीक इस्तेमाल करने योग्य होगी।

कुलीन तंत्र (Oligarchy) क्या है?

कुलीन तंत्र भी एक प्रकार की शासन प्रणाली है। जिसमें सत्ता एवं शक्तियां कुछ आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के समूह अर्थात संपन्न वर्ग के पास होती हैं। वह लोग ही देश पर शासन करते हैं और राष्ट्र को चलाते हैं।

सोवियत संघ और रूस में क्या अंतर है?

गीतांजलि द्वारा लिखित, 18 साल का छात्र रूस, सोवियत संघ का एक हिस्सा था परंतु सोवियत संघ के विघटन के बाद यह एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया।

भारतीय लोकतंत्र में स्त्रियों की स्थिति

आज आजादी के 70 सालों के बाद भी भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं है। आधुनिकता के विस्तार के साथ-साथ देश में दिन-प्रतिदिन महिलाओं के प्रति अपराधों में तेजी से वृद्धि हुई है। आज के समय में भी महिलाएं कई सामाजिक, राजनितिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक समस्याओं को झेल रही है। भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं की स्थिति लगातार दयनीय होती जा रही है।

डॉ.वर्गीज कुरियन कौन थे?

डॉ. वर्गीज कुरियन एक सुप्रसिद्ध भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता व उद्यमी थे.उनका जन्म 26 नवंबर,1921 को कोझीकोड,केरल में हुआ था.उनके पिता केरल के कोचीन में एक सिविल सर्जन थे.उन्होंने साल 1940 में चेन्नई के लोयला कॉलेज से भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर उसके बाद उन्होंने चेन्नई के ही जीसी इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री भी हासिल की.इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद डॉ वर्गीज कुरियन ने कुछ समय तक जमशेदपुर के टिस्कों में काम किया.साथ ही आपको बता दें की साल 1965 से साल 1998 तक वह(डॉ वर्गीज कुरियन) राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष भी बने रहे.उनको भारतीय श्वेत क्रांति का जनक और मिल्क मैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है,क्योंकि उन्होंने ना केवल भारत को विश्व के सबसे बड़े दूध उत्पादक के रूप में उभरने का मौका दिया बल्कि उन्होंने भारत को विश्व के सबसे बड़े दूध उत्पादक का केंद्र बनाने में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया.