गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल का छात्र

मेटावर्स की 3D दुनिया की अवतार फिल्म जैसी होगी। इस तकनीक को हकीकत में लाने के लिए बहुत सारे क्षेत्र की कंपनियां जैसे कि हॉस्पिटैलिटी, टेलीकॉम, बैंकिंग, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर आदि कंपनियों को मिलकर एक ईको सिस्टम डिवेलप करना होगा तब जाकर ये तकनीक इस्तेमाल करने योग्य होगी।

मेटावर्स के निर्माण में लगा फेसबुक 

कुछ समय पहले आपने देखा होगा कि फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा कर लिया क्योंकि फेसबुक कंपनी के मालिक मार्क जुकरबर्ग फेसबुक का विस्तार करना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि एक वर्चुअल दुनिया तैयार की जाए और उसमें हम सभी उसी तरह से जीवन का आनंद ले पाएंगे जैसे असली दुनिया में लेते हैं। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए फेसबुक के द्वारा 10,000 लोगों को नौकरी देने की घोषणा की गई है, इसके अलावा फेसबुक के द्वारा 50 मिलियन डॉलर का निवेश मेटावर्स कंपनी में किया जाएगा।

मेटावर्स के निर्माण में लगी अन्य कंपनियां 

मेटावर्स एक अद्भुत अविष्कार है जिसे सच करने के लिए कई टेक्नोलॉजी कंपनियां जैसे Google, Microsoft, NVIDIA, Fortnite, Roblox Corp एक साथ मिलकर काम कर रही है। एपिक गेम्स, मेटावर्स के निर्माण के लिए $1 बिलियन का निवेश कर रहा है।

मेटावर्स के लाभ 

मेटावर्स एक अद्भुत दुनिया है जिसके द्वारा मानव को बहुत से लाभ होंगे जैसे-

मेटावर्स के ज़रिए हम अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ घर बैठे ही मिल पाएंगे।

इसका उपयोग करके हम घर बैठे किसी भी तरह की यात्रा कर सकते हैं, कलाकृति को देख और बना सकते हैं, साथ ही बिजनेस करना व मीटिंग अटेंड करना काफी हद तक आसान हो जाएगा। हर कार्य के लिए समय प्रबंधन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

इसकी सहायता से हम अपने वास्तविक जीवन एवं मेटावर्स द्वारा दिखाए गए जीवन में अतंर करने योग्य बनेंगे।

मेटावर्स एक तरह से इंटरनेट का अपडेट वर्ज़न है जिस प्रकार से इंटरनेट ने एक स्थान से दूसरे स्थान तक बातचीत को सफल बनाया, इसकी सहायता से हम एक दूसरे से दूर होकर भी वर्चुअल दुनिया में एक दूसरे को छू सकते हैं, महसूस कर सकते हैं, हाथ मिला सकते हैं, जिससे वर्चुअल दुनिया की दूरी असल दुनिया से एकदम खत्म हो जाएगी।

इस वर्चुअल टेक्नोलॉजी के जरिए व्यक्ति हर तरह की डिवाइस यहां तक कि घर और गाड़ी जैसी चीजों को भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के द्वारा खरीद सकेगा।

मेटावर्स की हानियां 

हर प्रकार की तकनीक अपने साथ कुछ लाभ तथा कुछ हानियां लेकर आती है। जिस तरह से इंटरनेट के आने से लोगों में आपसी दूरियां बढ़ी है उसी प्रकार से मेटावर्स  की भी अपनी कुछ हानियां है-

मेटावर्स में व्यापक रूप से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा तो प्राइवेसी का खतरा भी बढ़ेगा। कंपनी हमारे निजी बातचीत और निजी डेटा पर नियंत्रण कर सकेगी।

लोग अपने दिन का अधिकतर समय मेटावर्स के साथ बिताएंगे, वही निजी जिंदगी मे लोगों के बीच दूरियां भी हो जाएगी।

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