मैं भारत हूँ।
भारत हूँ मैं, मैं तो हूँ जंबुद्वीप की अखंड शान।
भारत हूँ मैं, मैं तो हूँ जंबुद्वीप की अखंड शान।
बच्चों को कविताएं और कहानियां सुनने में बहुत रुचि रहती है क्योंकि इन कविताओं और कहानियों से उनका मनोरंजन होता है। कविताएं और कहानियां सुनना बच्चों के विकास को बढ़ा देता है क्योंकि इससे उनके रचनात्मक, ज्ञानात्मक, भाषागत, शारीरिक और मानसिक विकास भी तीव्र हो जाता है।
मेरी कलम क्या लिखेगी उन वीरों की कहानी, जिनकी कुर्बानी से सुरक्षित है हम सबका बचपन, बुढ़ापा एवं जवानी। स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीरों ने दी कुर्बानी है, उनकी वीरगाथाओं को याद करके आ जाता आंखों में पानी है।
काश खुशियों की बारिश होती, जो गमों के बादलों को मिटा सकती काश खुशियों के घड़े होते जो गमों की प्यास भुजा सकते काश खुशियों का अपना घर होता जहां गम दस्तक न देता
पैदा हुए तो झूला झुलाया, उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, हमारे लिए चंदा को बुलाया, रोने पर हमको हँसाया, अपने हाथों से खाना खिलाया, रूठने पर हमको मनाया,
लिपट जाता हूँ माँ से और मौसी मुसकुराती है, मैं उर्दू में ग़ज़ल क़हत हूँ हिन्दी मुसकुराती है …..
आज फिर जा रहे हैं वो, अपने सीने पर बंदूक रखे । आज फिर जा रहे हैं वो, उस देश को समर्पित होने।