बच्चों के लिए कहानियां
कहानियां, मानव जीवन से बहुत लंबे समय से जुड़ी हुई हैं। बहुत प्राचीन और लंबे समय से बड़े बुजुर्गों विशेषकर दादी नानी द्वारा बच्चों को कहानियां सुनाई जाती रही हैं जो कि उन्हें अलग ही प्रकार का आनंद प्रदान करती हैं।
कहानियां, मानव जीवन से बहुत लंबे समय से जुड़ी हुई हैं। बहुत प्राचीन और लंबे समय से बड़े बुजुर्गों विशेषकर दादी नानी द्वारा बच्चों को कहानियां सुनाई जाती रही हैं जो कि उन्हें अलग ही प्रकार का आनंद प्रदान करती हैं।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
कहानियां, मानव जीवन से बहुत लंबे समय से जुड़ी हुई हैं। बहुत प्राचीन और लंबे समय से बड़े बुजुर्गों विशेषकर दादी नानी द्वारा बच्चों को कहानियां सुनाई जाती रही हैं जो कि उन्हें अलग ही प्रकार का आनंद प्रदान करती हैं। कहानी साहित्य की अद्भुत कला है जो दर्शकों को मनोरंजन एवं ज्ञान दोनों देती है और मुश्किल से मुश्किल चीजों को भी सरल तथा मनोरंजक रूप में प्रस्तुत करती हैं। कहानी एक विशेष समयकाल और समाज की स्थिति एवं परिदृश्य पर बनी होती हैं, लोगों को समाज के बारे में बताती हैं तथा उनमें नैतिकता भी डालती हैं।
बच्चे अपनी विकास की अवस्था में होते हैं जिसमें उन्हें भावनात्मक सहयोग की आवश्यकता होती है ऐसे में नानी दादी एवं बड़े बुजुर्गों द्वारा सुनाई गई कहानियां उनके विकास को और तेज कर देती हैं। आज के आधुनिक समय में बच्चे बड़े – बुजुर्ग जैसे नानी दादी से दूर होते जा रहे हैं और अपनी परंपरा और संस्कृति को भूलकर वीडियो गेम और आधुनिक तकनीकों में व्यस्त होते जा रहे हैं ऐसे में नानी दादी की कहानियों को सुनने से बच्चों का घर के बुजुर्गों के प्रति एक अलग स्नेह एवं प्रेम विकसित होता है जो बुजुर्गों को भी भावनात्मक सहयोग प्रदान करता है। कहानी सुनने से बच्चों के ज्ञान और नैतिकता में वृद्धि होती है और वह विभिन्न प्रकार के नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में अपनाते हैं परंतु आज के आधुनिक समय में इस पर भी ध्यान रखना आवश्यक है कि बच्चे किस प्रकार की कहानियां देख रहे हैं। परिवार के बड़ों का कर्तव्य है कि वह बच्चों को अच्छी और नैतिक कहानियों की ओर जाने को प्रेरित करें तथा गलत, अनुपयोगी एवं हिसंक चीजों से दूर रखें। ऐसे में हम बच्चों के लिए प्रसिद्ध कहानियों की पुस्तक तथा विभिन्न प्रकार की कहानियों के बारे में ज्ञानवर्धक लेख लेकर मौजूद हैं।
कहानियों की पुस्तक
अनेकों ऐसी पुस्तकें होती हैं जिनमें संपूर्ण कहानी संग्रह पाया जाता है इस प्रकार की पुस्तकें बच्चों के लिए बहुत लाभकारी होती हैं। इसे पढ़कर वह ज्ञान अर्जित करते हैं तथा उनका शारीरिक, मानसिक, ज्ञानात्मक और सामाजिक विकास तेजी से होता है। आज हम ऐसी कहानियों की पुस्तकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पूर्ण रूप से ज्ञान और नैतिकता से भरी हुई हैं।
जैसा कि आप सब जानते हैं संस्कृत भाषा हमारी जननी भाषा रही है और बहुत पुराने समय से चली आ रही है। संस्कृत भाषा में अनेक प्रकार के साहित्यिक रचनाओं का उद्भव हुआ हैं, उनमें से एक पंचतंत्र एक कहानी संग्रह है जिसका आज हिंदी भाषा समेत लगभग हर एक भाषा में अनुवाद मौजूद है परंतु सर्वप्रथम यह संस्कृत में ही लिखी गई थी। यह एक कहानियों की पुस्तक है जिसमें नैतिक मूल्यों से संबंधित कहानी लिखी गई है जो बच्चों को एक अलग ही प्रकार का मनोरंजन, रोचकता तथा ज्ञान प्रदान करती है। इस पुस्तक के रचयिता पंडित विष्णु शर्मा को माना जाता है जो कि हिंदी साहित्य के बहुत बड़े एवं प्रसिद्ध कवि रह चुके हैं।
पंचतंत्र कहानियों की एक अद्भुत पुस्तक है जिसमें मनोविज्ञान, व्यवहारिकता, राजा-रानी और जीव जंतुओं के बीच हुए घटनाओं आदि जैसे विषयों पर रोचक तरीके से लिखा गया है तथा इसके साथ-साथ बच्चों को कुछ नई सीख देने की कोशिश की गई है।
पंचतंत्र की कहानियों में केवल मनुष्य को ही पात्र नहीं बनाया गया, यहां पर कई प्रकार के पेड़- पौधे, पशु-पक्षियों को भी पात्र बनाया गया है एवं बच्चों को बहलाने के लिए जीव जंतुओं को भी बोलते हुए दिखाया गया है।
पंचतंत्र में विभिन्न कहानियां हैं जिसमें कुछ में मित्रों के साथ मनमुटाव या अलगाव, मित्रों के साथ अच्छी दोस्ती, हाथ लगी चीज हाथ से निकल जाना, सावधानीपूर्वक काम ना करने से होने वाले नुकसान आदि शामिल हैं।
पंचतंत्र की कहानियां बच्चों में भावनात्मक विकास करती हैं। इस पुस्तक की कहानियां दोस्ती, ईमानदारी, दृढ़निश्चय, मेहनत चालाकी, दूसरों की मदद करना आदि जैसे नैतिक मूल्यों का विकास करती है।
कहानियों की पुस्तकों मे अगर सबसे प्रसिद्ध एवं मनोरंजनपूर्ण पुस्तकों की बात की जाए तो दूसरे नंबर पर अति प्रसिद्ध पुस्तक तेनालीराम की कहानियां आती हैं।
तेनालीराम एक विकटकवि थे। वे चारों वेदों की जानकारी रखते थे, कविताएं और कहानियां लिखते थे, लोगों का मार्गदर्शन करते थे तथा समस्याओं का समाधान निकालते थे। वे कृष्णदेव राय के दरबार के अष्ठांग में से एक प्रमुख सलाहकार थे। माना जाता है कि तेनालीराम की तथाचार्य नाम के एक व्यक्ति से दुश्मनी थी इसलिए वह उनके चेलों को परेशान करने और फसाने का प्रयास करता रहता था और तेनालीराम अपने विवेक, बुद्धिमता एवं चालाकी का प्रयोग करके सभी समस्याओं का समाधान निकाल देते थे।
तेनालीराम की कहानी के पुस्तकों की अधिकतर कहानियों के लेखक तथा केंद्रीय पात्र स्वयं तेनालीराम ही है। उन्होंने विभिन्न प्रकार की कहानियों को लिखा है। उनकी कहानियां विशेष रूप से उनके द्वारा किए गए न्याय, चालाकी एवं समस्याओं के समाधान के उपाय पर केंद्रित है जो तेनालीराम की समस्याओं का समाधान करने की अद्भुत सूझबूझ की क्षमता को बताती है।
तेनालीराम पर अनेक प्रकार की फिल्मों, कहानियां एवं नाटक बनी हुई है इतना ही नहीं बच्चों के लिए एक कार्टून नेटवर्क ने एक नाटक भी बनाया है जो तेनालीराम पर आधारित है जिसका नाम “दी एडवेंचर ऑफ तेनालीराम” रखा गया है आप सभी इसका आनंद उठा सकते हैं।
अकबर बीरबल की कहानियां जिससे हम सभी परिचित हैं जब भी बुद्धिमता, चतुराई और राजा की मदद करने की बात आती है तो सबसे पहले हमें बीरबल का नाम याद आता है अकबर बीरबल की मित्रता तथा सहयोग बहुत ही अद्भुत था। बीरबल को बादशाह अकबर कज नौ रत्नों में एक विशेष रत्न माना जाता था जो बहुत ही बुद्धिमान थे और किसी भी समस्या का हल निकाल देते थे।
अकबर और बीरबल की कहानी की पुस्तक में बीरबल द्वारा अपनी सूझबूझ का प्रयोग करते सुलझाए गए समस्याओं के बारे में लिखा गया है। ऐसे तो यह कहानियां बहुत पुरानी समय की हैं परंतु आज भी इसका महत्वता कम नहीं हुआ है, ऐसी कहानियां बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाती है तथा उन्हें जीवन भर उपयोगी ज्ञान और नैतिक मूल्य भी देती है जिसे अपनाकर वे अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
अकबर बीरबल की कहानियां मुख्य रूप से मित्रता, न्याय व्यवस्था, राज व्यवस्था, चतुराई, समस्याओं के समाधान आदि जैसे नैतिक भावनाओं को उजागर करती है।
चंपक पुस्तक कहानियों की एक बहुत ही अद्भुत पुस्तक है जो भारत में 1969 में आरंभ हुई इसे दिल्ली का प्रेस पब्लिश करता है। यह बच्चों के लिए बहुत ही प्रसिद्ध पत्रिका है जो महीने में दो बार आती है मतलब कि 15-15 दिन के बाद प्रकाशित होती है। चंपक का अंग्रेजी और 7 अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका है जिन भाषाओं में गुजराती, हिंदी, अंग्रेजी, मराठी तमिल, तेलुगू आदि शामिल है। माना जाता है कि चम्पा की स्थापना विश्वनाथ ने की थी जो दिल्ली प्रेस में ही काम करते थे और आज चंपक बहुत ही प्रसिद्ध पुस्तक बन गई है और बड़ी मात्रा में बच्चों को अपनी और आकर्षित करती है।
चंपक पुस्तक में अनेक कहानियां मौजूद है जो बच्चों को मनोरंजन प्रदान करती हैं तथा नैतिकता की सीख भी देती हैं।
हितोपदेश की कहानियां प्रसिद्ध पुस्तक है। इसे प्राचीन ग्रंथ के रूप में भी माना जाता है जिसमें विभिन्न जंगली जानवरों पर आधारित कहानियां लिखी गई हैं। हितोपदेश की कहानियां बच्चों के लिए बहुत ही उपयोगी है क्योंकि इसकी भाषा सरल और ज्ञानवर्धक है। इसके रचयिता नारायण पंडित है अगर इस पुस्तक में मौजूद विशेष स्थानों की बात की जाए तो इसमें प्रमुख स्थान प्राचीन नगरों जैसे पाटलिपुत्र, उज्जैन, मालवा, हस्तिनापुर, वाराणसी, मगध देश, कलिंग देश आदि का वर्णन है। इसमें अनेकों कथाएं एवं कहानियां लिखी गई हैं।
हितोपदेश की कहानियां भी पंचतंत्र की कहानियों से प्रेरित हैं। उसमें भी बड़ी मात्रा में नैतिक मूल्यों से संबंधित कथाओं को शामिल किया गया है।
बच्चों के लिए नैतिक मूल्यों की कहानियां
यह एक शेर और चूहे की कहानी होती है जिसमें चूहा, शेर को परेशान करता है और गुस्से में आकर शेर चूहे को मारने वाला होता है पर वह उसे छोड़ देता है और एक बार जब शेर मुसीबत में पड़ता है तो चूहा उसकी मदद करता है। यह कहानी बच्चों को नैतिक शिक्षा देती है कि अपने से कमजोर व्यक्ति को कभी भी दबाना नहीं चाहिए क्योंकि मुश्किल समय पर वह भी तुम्हारे काम आ सकता है।
कछुए और खरगोश की कहानी बहुत प्राचीन समय से सुनाई जा रही है जिसमें तेज दौड़ने वाला खरगोश अपनी गति पर घमंड करके कछुए से रेस लगाता है जिसमें कछुए की मेहनत सफल होती है और वह जीत जाता है। यह कहानी बच्चों को नैतिक शिक्षा देती है कि कभी भी अति आत्मविश्वास में आकर दूसरे को नीचा नहीं दिखाना चाहिए, बाजी कभी भी पलट सकती है।
एक गड़रिया होता है जो जंगलों में अपनी भेड़ों को चराने ले जाया करता था। उसे लोगों को बेवकूफ बनाने में बहुत मजा आता था। वह लोगों को चिल्ला चिल्लाकर बुलाता था कि शेर आया शेर आया.. जब लोग आते थे तो वह हंसने लगता था और कहता था कि मैंने तुम सबको बुद्धू बनाया। एक बार सच में शेर आ जाता है वह चिल्लाता रहता है परंतु कोई भी मदद करने नहीं आता और फिर उसके सारे भेड़ों को शेर खा जाता है। इस प्रकार यह कहानी सीख देती है कि झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि हमारे द्वारा बोला गया झूठ, हम पर भारी पड़ सकता है।
एक बार बंदर और एक मगरमच्छ में दोस्ती हो जाती है और बंदर मगरमच्छ को पेड़ से तोड़कर फल खिलाया करता था परंतु मगरमच्छ की बीवी बहुत लालची थी उसने एक दिन बंदर को खाने का निर्णय लिया और मगरमच्छ को बोला कि जाकर उसे लेकर आओ। मगरमच्छ बंदर को फुसलाकर अपनी पीठ पर बैठा कर ले जाने लगा। तभी रास्ते में उसके मुंह से सच्चाई निकल गई और बंदर ने अपनी बुद्धि का प्रयोग करके अपनी जान को बचा लिया। इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि दोस्तों पर भी अंधविश्वास नहीं करना चाहिए।
यह एक प्यासे कौवे की कहानी है जो गर्मी में पानी की तलाश कर रहा था। उसे पानी नहीं मिलता है, बहुत तलाश करने के बाद एक घड़े में थोड़ा सा पानी मिलता है परंतु वहां तक उसकी चोंच नहीं पहुंच पाती है तब वह अपनी बुद्धि का प्रयोग करता है और घड़े में बहुत सारे कंकड़ भर देता है जिससे पानी ऊपर आ जाता है और वह पानी पी लेता है। यह कहानी हमें सीख देती है कि बुद्धि और विवेक के प्रयोग से हम अपने जीवन की सभी परेशानियों का समाधान निकाल सकते हैं।
बच्चों के लिए डरावनी कहानियां
बच्चे डरावनी कहानियों को भी बहुत रोचकता से पढ़ते हैं तथा इन्हें मनोरंजन का एक विशेष साधन माना जाता है कुछ डरावनी कहानियां इस प्रकार हैं-
भूतों की सच्ची कहानियां लेखक शैलेंद्र सिंह भाटी द्वारा रचित पुस्तक है जिसमें भूतों की कहानियों का संग्रह है। यह 5 दिसंबर 2019 में छपी थी इसमें 63 पेज है। इसमें अनेक भूतों की सच्ची कहानियां, डरावनी लघुकथाएं और उपन्यासों आदि को शामिल किया गया है जो बच्चों को एक विशेष मनोरंजन प्रदान करता है।
डरावनी कहानियां एक पुस्तक है जो कुशल ग्रोवर के द्वारा लिखी गई है। यह 4 मार्च 2021 में छपी है और लगभग 50 पेजों की है। इस पुस्तक में अनेक ऐसी कहानियों है जो आत्मा, भूत-प्रेत, चुड़ैल डायनों आदि से संबंधित है। ऐसी कहानियां बच्चों को रहस्य, रोचकता एवं मनोरंजन प्रदान करती हैं।
ब्लडी मैरी की कहानी भूत की कहानी है जो कि इंग्लैंड में रहती थी। वह केवल एक ही धर्म के लोगों को मानती थी और अन्य धर्म के लोगों को मार देती थी। इस वजह से लोग उससे नफरत करने लगे थे। एक बार मैरी द्वारा ही मारे गए किसी व्यक्ति ने आत्मा के रूप में आकर मैरी की हत्या कर दी। यह बहुत रोचक कहानी है जिसे पढ़कर बच्चों को आनंद आता है तथा शिक्षा मिलती है कि जैसा हम करते हैं वैसा ही फल हमें मिलता है।
इस प्रकार की डरावनी कहानियां बच्चों को अच्छी लगती हैं परंतु ध्यान देना चाहिए कि उन्हें रात को सोते समय ऐसी डरावनी कहानियों से दूर रखें ताकि उन्हें नींद में डर न लगे।
आज हमने कुछ बेहतरीन कहानियों तथा कहानियों की पुस्तकों के बारे में जानकारी प्राप्त की, जो बच्चों को नैतिक शिक्षा, मनोरंजन और ज्ञान प्रदान करती हैं तथा उनके विकास को भी तेज करती हैं। आशा है कि आपको यह ज्ञानवर्धक तथा उपयोगी लेख पसंद आया होगा। हम इसी प्रकार की विभिन्न सुझावों एवं उपयोगी लेखों के साथ मौजूद रहेंगे, तब तक आप इन कहानियों को पढ़िए, पढ़ाइए, सुनाइए तथा आनंद लीजिए।
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