वंदना द्वारा लिखत, 20 साल की छात्रा

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर वर्ष 21 जून को पूरे विश्व मे मनाया जाता है। पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पूरे विश्व में धूम धाम से मनाया गया। इस दिन करोड़ों लोगों ने विश्व में योग किया जो कि बहुत बड़ा रिकॉर्ड था।

योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन मस्तिष्क, और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। यही कारण है कि योग केवल शारीरिक समस्याओं को ही नहीं बल्कि मानसिक समस्याओं से निजात पाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। योग के माध्यम से मानसिक समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है ।

योग की परिभाषा

योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के युज शब्द से हुई है जिसका अर्थ है जोड़ना या मिलना। अर्थात आत्मा का परमात्मा से मिलन योग कहलाता है। योग लगभग दस हजार साल से भी अधिक समय से अपनाया जा रहा है। योग मुख्य रूप से आध्यात्मिक अनुशासन है, जिसमें जीवन शैली का पूर्णसार आत्मसात किया गया है। योग एक कला के साथ साथ एक विज्ञान भी है। यह एक विज्ञान है क्योंकि यह शरीर और मन को नियंत्रित     करने के लिए व्यावहारिक तरीके प्रदान करता है, जिससे गहन ध्यान संभव है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास

योग दिवस के बारे में जानकारी

योग दिवस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है और पहली बार यह 2015 में 21 जून को मनाया गया था। इसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  ने 27 सिंतबर 2014 को सयुंक्त राष्ट्रमहासभा में अपने भाषण से की थी और इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया।

संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में प्रस्ताव 69/131 द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया।

योग का उद्देश्य: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग का अभ्यास करने के विभिन्न लाभों के बारे में संपूर्ण विश्व में जागरूकता बढ़ाना है।

योग की कला व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा को संतुलित एवं समन्वित करने में मदद करती है। यह भौतिक और मानसिक संतुलन कर द्वारा शान्त शरीर और मन प्राप्त करवाता हैं। तनाव और चिंता का प्रबंधन करके आपको राहत देता है। योग का उद्देश्य शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में जन चेतना को बढ़ावा देना है।

योग के पिता

योग की परम्परा भारत में हजारों साल से चली आ रही है, योग दर्शन के प्रणेता महश्री पतंजलि द्वारा योग सूत्र की रचना से भी पहले से है। भारतीय संस्कृति में शिव को पहला योगी माना गया है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कैसे मनाया जाता है?

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस को बहुत बड़े कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है। विभिन्न प्रकार के स्टेडियम में बड़े बड़े कार्यक्रम संगीत, नृत्य और योग की क्रियायें आयोजित की जाती हैं। रैलियों का आयोजन किया जाता है। योग से जुड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।

इसी प्रकार भारत मे भी योग से जुड़े विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। भारत मे योग दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। 2015 से हर वर्ष भारत मे इंडिया गेट पर योग दिवस से जुड़ा विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। विभिन्न प्रकार की रैलियों का आयोजन किया जाता है, विद्यालय और महाविद्यालयों में योग दिवस बड़ी धूमधाम से आयोजित किया जाता है ताकि जन जन को योग के विषय मे जागरूक किया जा सके।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का लोगो

योग दिवस लोगो

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लोगो में एक व्यक्ति को दोनों हाथ जोड़ते हुए दिखाया गया है, जो की योग के साथ साथ, मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच की एकता को दर्शाता है।

इस लोगो को बनाने में हरे, भूरे, पीले और नीले रंग का इस्तेमाल किया गया है और ये रंग अलग अलग चीजों को रिप्रेजेंट करते हैं।

योग के लोगो में दिखाई गई, हरे रंग की पत्तियां प्रकृति का प्रतीक हैं, भूरे रंग की पत्तियां पृथ्वी तत्व का प्रतीक हैं, नीला रंग पानी का प्रतीक है, पीला रंग आग तत्व का प्रतीक है और सूरज ऊर्जा और प्रेरणा के स्रोत का प्रतीक है।

इसके अलावा इस लोगो में सबसे नीचे ‘योग फॉर हारमनी एंड पीस’ लिखा गया है क्योंकि योग की मदद से लोगों को हारमनी एंड पीस मिलता है।

योग के फायदे

योग जीवन का अभिन्न अंग है जो हमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से दूर करता है तथा शांति प्रदान करता है। योग करने का सबसे बड़ा फायदा है कि इससे शरीर स्वस्थ रहता है, शरीर के वजन में संतुलन बना रहता है, योग के माध्यम से चिंता का भाव कम होता है, मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। मन शांत रहता है और मन दुरुस्त रहता है जिससे सकरात्मक विचारों का प्रवाह होता है।

योग के माध्यम से मानव के मनोबल में वृद्धि होती है उसमे कॉन्फिडेंस आता है। योग करने से प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। योग से उपापचय की क्रिया दुरुस्त होती है और श्वसन क्रिया सन्तुलित होती है जिससे मनुष्य में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। योग करने से जीवन मे उत्साह बढ़ता है, आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। योग करने से शरीर में एक नई ऊर्जा की वृद्धि होती है, शरीर को एक नई ताकत मिलती है तथा शरीर से आलस्य दूर हो जाता है तथा उसमें एक के बाद एक दूसरे काम करने की पूरी ताकत रहती है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम

आयुष मंत्रालय ने 21 जून 2022 को भारत तथा सम्पूर्ण विश्व में आयोजित होने वाले 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए मानवता के लिए योग विषय वस्तु (थीम) का चयन किया है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम करुणा, दया के माध्यम से लोगों को एक साथ लाएगी, एकता की भावना को प्रोत्साहित करेगी एवं दुनिया भर के लोगों के मध्य योग के प्रति जन चेतना में वृद्धि करने में मदद करेगी।

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