अग्रिम द्वारा लिखित, कक्षा 9 का छात्र

नीति आयोग और पिरामल फाउंडेशन ने 8 जून को सुरक्षित हम सुरक्षित तुम अभियान 112 डिस्ट्रिक्टस मे लागू किया ताकि डिस्ट्रीक्स ऐड्मिनिस्ट्रेटर को जागृत किया जा सके कि कैसे COVID – 19 मरीजों का इलाज किया जाए जिनको कोई लक्षण न हो या कम लक्षण हों।

इस लेख में हम जानेंगे –

  • सुरक्षित हम सुरक्षित तुम अभियान
  • क्या है नीति आयोग और वह कैसे काम करता है
  • पिरामल फाउंडेशन का परिचय
  • क्या होता है आकांक्षकी जिले

सुरक्षित हम सुरक्षित तुम अभियान

आकांक्षी जनपदों में वेबिनार द्वारा ‘सुरक्षित हम सुरक्षित तुम’ अभियान की शुरूआत की गई। इस योजना का शुभारम्भ सीईओ नीति आयोग अमिताभ कान्त द्वारा किया गया। जिला प्रशासन की देखरेख में इस योजना का क्रियान्वन किया जायेगा। कोविड-19 की रोकथाम हेतु वॉलिन्टियर एवं एनजीओ इस योजना के अन्तर्गत होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को वर्चुअल माध्यम से स्वास्थ्य एवं मनोबल बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। सीईओ नीति आयोग ने बताया कि वॉलिन्टियर एवं एनजीओ मिलकर कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु मुख्य रूप से होम केयर ऑफ पेशेन्ट (Home care of Patient) तथा ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर (Oxygen Concentrator) के सही उपयोग के लिए कार्य करेंगे। उन्होने बताया कि प्रत्येक आकांक्षी जनपदों में पिरामल फाउण्डेशन के द्वारा एक एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर (Aspirational Disctrict Co-ordinator) व दो फैलो नियुक्त किये जायेंगे जो कि फैसीलिटेट करके जनपद में ‘सुरक्षित हम सुरक्षित तुम’ अभियान में सफल क्रियानव्यन हेतु जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करेंगे। इस योजना में जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

क्या है नीति आयोग और कैसे काम करता है ?

नीति आयोग (National Institute for Transforming India) भारत सरकार का एक सार्वजनिक नीति थिंक टैंक है, जिसे बॉटम-अप दृष्टिकोण का उपयोग करके आर्थिक नीति-निर्माण प्रक्रिया में भारत की राज्य सरकारों की भागीदारी को बढ़ावा देकर सहकारी संघवाद के साथ सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। इसकी पहलों में “15-वर्षीय रोड मैप”, “7-वर्षीय विजन, रणनीति और कार्य योजना”, AMRUT, डिजिटल इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन, चिकित्सा शिक्षा सुधार, कृषि सुधार (मॉडल भूमि पट्टे कानून, कृषि उत्पाद के सुधार) शामिल हैं। राज्यों की रैंकिंग के लिए विपणन समिति अधिनियम, कृषि विपणन और किसान अनुकूल सुधार सूचकांक, स्वास्थ्य, शिक्षा और जल प्रबंधन में राज्यों के प्रदर्शन को मापने वाले सूचकांक, केंद्र प्रायोजित योजनाओं के युक्तिकरण पर मुख्यमंत्रियों के उप-समूह, स्वच्छ पर मुख्यमंत्रियों के उप-समूह भारत अभियान, कौशल विकास पर मुख्यमंत्रियों का उप-समूह, कृषि और गरीबी पर टास्क फोर्स, और ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया लेक्चर सीरीज़ शामिल है।
ग्राम स्तर पर विश्वसनीय योजनाएँ बनाने के लिए तंत्र विकसित करना और सरकार के उच्च स्तरों पर इन्हें उत्तरोत्तर एकत्रित करना। यह सुनिश्चित करने के लिए कि विशेष रूप से इसे संदर्भित क्षेत्रों पर, राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों को आर्थिक रणनीति और नीति में शामिल किया गया है।

पिरामल फाउंडेशन का परिचय 

पिरामल फाउंडेशन पीरामल ग्रुप की परोपकारी शाखा है। फाउंडेशन चार व्यापक क्षेत्रों – स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, आजीविका सृजन और युवा सशक्तिकरण के तहत परियोजनाएं चलाता है। इन परियोजनाओं को विभिन्न समुदायों, कॉर्पोरेट नागरिकों, गैर सरकारी संगठनों और सरकारी निकायों के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है।

स्थापित हुआ 2006 को, मुख्य लोग अजय पिरामल और स्वाती पिरामल और इसका मुख्य केंद्र मुंबई में स्थित है।

आकांक्षी जिले क्या होते है ?

आकांक्षी जिला कार्यक्रम जनवरी 2018 में शुरू किया गया। इसका उद्देश्य उन जिलों को आगे बढ़ाना है जिनमें महत्वपूर्ण सामाजिक क्षेत्रों में कम प्रगति देखी गई है और कम विकसित इलाके के तौर पर सामने आये हैं। आकांक्षी जिलों की यह रैंकिंग हर महीने जारी की जाती है। सुरक्षित हम सुरक्षित तुम अभियान यही आकांक्षी जिलों में लागू किया गया था।

“पीरामल फाउंडेशन के सेवा के मूल्य के अनुरूप, हमारा लक्ष्य 112 आकांक्षी जिलों में प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचना है। हम सभी हितधारकों – सरकार, गैर सरकारी संगठनों, समुदायों और अन्य लोगों को इस पहल में हाथ मिलाने और अपनी सेवा प्रदान करने के लिए कहते हैं। द एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स कोलैबोरेटिव”, पिरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल ने कहा। (ANI)

क्या आप भी नन्ही खबर के लिए लिखना चाहते हैं?
संपर्क करें nanhikhabar@gmail.com पर