रजनी द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा

सऊदी अरब में महिलाओं के लिए एक ओर बड़ा फैसला लिया गया है जिसके अनुसार अब सऊदी अरब की महिलाएं बिना किसी पुरुष साथी के हज यात्रा के लिए अपना पंजीकरण (registration) कर सकती हैं। इस बात की घोषणा 10 जून को सऊदी अरब की सरकार के द्वारा कि गई है। दरअसल महिलाओं पर लगे इन प्रतिबंधों (restrictions) की वजह से सऊदी अरब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का शिकार हो रहा था। इसी के साथ ही कुछ महिलाओं ने देश से भागने की भी कोशिश की थी। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए  सऊदी अरब की सरकार ने ये फैसला लिया है। इस ऐतिहासिक फैसले के साथ ही सऊदी अरब में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इस ऐतिहासिक सुधार के साथ ही सऊदी अरब का पुराना नियम बदल जाएगा, जिसके हिसाब से महिलाओं को नाबालिग समझा जाता था और उनकी सुरक्षा के लिए किसी पुरुष साथी यानि पिता, पति, आदि को उनके साथ भेजा जाता था। इस फ़ैसले के साथ ही अब सऊदी अरब की महिलाएं भी अपने अनुसार हज यात्रा कर सकती हैं।

हज यात्रा का महत्व:

हज एक अरबी भाषा का शब्द है जिसका जिसका अर्थ होता है ‘तीर्थयात्रा’। हज इस्लाम धर्म की तीर्थयात्रा है। इसे इस्लाम धर्म का जन्म स्थान भी कहा जाता है। हज यात्रा को इस्लाम धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। मुस्लिम धर्म की मान्यता के अनुसार हर एक मुस्लिम को जीवन में एक बार हज यात्रा जरूर करनी चाहिए। मक्का एक ऐसा स्थान है जहां अल्लाह को नमाज अदा करने के लिए एक स्थान बनाया गया है। हज इस्लामिक कैलेंडर में 12वें महिने (जिलहिज्जा) में आठ से बारह तारीख के बीच किया जाता है। हज यात्रा के दौरान यात्रियों को सफा और मरवा नाम की पहाड़ियों के सात चक्कर लगाने होते हैं। इन दो पहाड़ियों के बीच ही पेगम्बर मोहम्मद की पत्नी ने अपने बेटे इस्माइल के लिए पानी की तलाश की थी।

कुरान के हिसाब से इस्लाम धर्म के पांच स्तम्भ होते हैं

▪तौहीद – इसके अनुसार हर मुसलमान का एक अल्लाह में विश्वास होना चाहिए

▪नमाज़ – हर मुसलमान को दिन में पांच बार नमाज अदा करनी चाहिए

▪रोज़ा – रमज़ान के पाक महिने में उपवास करना

▪ज़कात – गरीब और जरूरतमंद को दान देना

▪हज – मक्का की यात्रा करना

इस साल 60 हजार स्थानीय लोग कर पायेंगे हज यात्रा:

सऊदी अरब में महिलाओं को अकेले हज यात्रा करने की मंजूरी मिल गई है। इस साल हज यात्रा 17 जुलाई से 22 जुलाई तक होगी। कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल सऊदी अरब के 60 हजार स्थानीय लोगों को ही हज यात्रा की अनुमति दी गई है। इस बात की घोषणा सऊदी अरब की सरकार द्वारा 12 जून को की गई है लेकिन यात्रा के नियम पहले ही स्पष्ट कर दिए गए हैं, यात्रा करने के लिए सभी लोगों को वैक्सीन की डोज़ लेना अनिवार्य है।न वैक्सीन डोज लगवा चुके 18-65 साल के लोग इस बार की हज यात्रा में शामिल होंगे। लेकिन कोरोना महामारी के चलते लागातार दूसरी साल विदेश में रहने वाले मुस्लिम ये यात्रा नहीं कर पाएंगे।

सऊदी अरब की महिलाएं अब अकेले हज यात्रा कर सकती हैं, ये उनकी पूर्ण आजादी की तरफ एक और बड़ा कदम है।

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