मनरेगा केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसे 2 फरवरी 2006 को शुरू किया गया था| इस योजना का पूरा नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम है| इसे पहले नरेगा के नाम से जाना जाता था| बाद में इसका नाम बदलकर मनरेगा कर दिया गया| इस योजना के अंतर्गत लोगों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी जाती है|

मनरेगा का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस योजना का मुख्य उद्देश्य —

  1. गांव का विकास करना|
  2. गांव के लोगों को रोजगार की सुविधा देना|
  3. गांव में रोजगार उपलब्ध कराकर शहरी पलायन को कम करना|
  4. गरीबों की आजीविका के आधार को ताकतवर बनाना इसका मुख्य उद्देश्य है|

इस योजना के अंतर्गत किए जाने वाले काम—-

इस योजना के अंतर्गत अनेक काम किए जाते हैं|जैसे- जल को संरक्षित करना,बाढ़ को नियंत्रण करना,भूमि का विकास करना, लघु सिंचाई करना,घरों का निर्माण करना, सड़कों का निर्माण करना आदि जैसे काम किए जाते हैं|

मनरेगा योजना के लाभ क्या है?

इस योजना के अनेक लाभ हैं—–

  • इस योजना में लोगों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी जाती है और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाता है|
  • इस योजना के अंतर्गत मजदूरों का भुगतान बैंक, डाकघर के बचत खातों द्वारा किया जाता है|
  • जिन लोगों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है, उन्हें 15 दिन के अंदर रोजगार उपलब्ध कराया जाता है|
  • अगर किसी वजह से उन्हें रोजगार नहीं मिलता है, तो सरकार के द्वारा उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है| यह भत्ता पहले 30 दिन का एक चौथाई दिया जाता है और फिर 30 दिन बाद यह न्यूनतम मजदूरी दर का 50% मिलता है|
  • इस योजना ने भारत में गरीबी रेखा के स्तर को काफी मात्रा में कम करने में मदद की है|
  • साथ ही इस योजना ने ग्राम पंचायतों की शक्ति को बढ़ाने मैं भी काफी हद तक मदद की है|