मनीषा द्वारा लिखित, कक्षा 10 की छात्रा

आज हम बात करेंगे अमेरिकन पॉपुलर स्टार यानी ब्रिटनी स्पीयर्स की जो कि एक सिंगर, डांसर और एक्ट्रेस  हैं। इनका जन्म 2 दिसंबर 1981 मैककोम्ब, मिसिसिपी, यूनाइटेड स्टेट्स  में हुआ था।

ब्रिटनी ने बचपन से शुरू की मेहनत

आज अगर उन्होंने इतना नाम कमाया है तो इसका कारण यह भी है कि उन्होंने बचपन से अपने कैरियर के लिये मेहनत करनी शुरू कर दी थी। आठ साल की उम्र में उन्होंने डिजनी चैनल के मिक्की माउस क्लब के लिए ऑडिशन दिया लेकिन उस समय उनकी उम्र कम होने की वजह से उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। इसके बाद वह न्यूयॉर्क सिटी में चली गई और वहाँ शिफ्ट हो गई।  वहा पर उन्होंने प्रोफेशनल परफॉर्मिंग आर्ट्स स्कूल में एडमिशन लिया । दिसंबर 1992 में उनको मिक्की माउस क्लब में भी शामिल कर लिया गया पर ये शो 1996 में बंद हो गया। इसके बंद होने के कारण वह अपने घर लौट आई ।

काफी संघर्ष करने के बाद उनका पहला वीडियो एल्बम 12 जनवरी 1999 में  रिलीज हुआ -“बेबी वन मोर टाइम”(baby one more time) और इन्होंने इसकी प्रमोशन के लिए अपनी पूरी जी जान लगा दी थी। यह गाना इतना हिट हुआ कि बिलबोर्ड  200 अब्लम में शामिल हुआ और इसकी करीब 10 मिलियन कॉपी की गई।

बेहतरीन गानों और फिल्मों से बढ़ी ब्रिटनी की लोकप्रियता-

इसी तरह इनकी दूसरी एल्बम का गाना मई 2000 में आया (oops!I did it again)। ये गाना पहले से भी ज्यादा हिट हुआ। इसके बाद उन्होंने दो पुस्तके भी रिलीज की। पहली पुस्तक का नाम है ‘ब्रिटनी स्पीयर्स हार्ट टु हार्ट’ (britney spear heart to heart) और दूसरी पुस्तक का नाम है  ‘अ मदर गिफ्ट’  (a mother gift)  जिसमे उन्होंने अपने जीवन के बारे में बताया है।  देखते ही देखते उन्होंने नवंबर 2001 में तीसरी एलबम  रिलीज की। इस एल्बम का गाना ‘आई एम स्लेव फॉर यू’ (I am slave for you) इतना हिट हुआ कि  उनकी लोकप्रियता बहुत ज्यादा बढ़ गई। इसी की वजह से साल 2002 में फोर्ब्स के मुताबिक ब्रिटनी  दुनिया भर में सबसे ज्यादा शक्तिशाली थी ।

ब्रिटनी और उनके पिता के बीच तनाव

2007 में ब्रिटनी अपने पति से अलग होने के बाद टूट सी गयी थी। उन्होंने अपने आप को घर में बंद कर लिया था। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया और उसके बाद उन्हें रीहैब सेंटर में भेज दिया गया। तबसे ब्रिटनी कंजरवेटरशिप में हैं यानि उनसे जुड़े वित्तीय फैसले वो खुद नहीं ले सकती।

असल में कंजरवेटरशिप अमेरिका में एक कानूनी अवधारणा है। इसके मुताबिक जो व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है, वह खुद से जुड़े कुछ अहम फैसले नहीं ले सकता। इसके साथ ही कोर्ट उसके लिये प्रतिनिधि चुनता है जो उसके लिये फैसले ले सके। चूँकि ब्रिटनी कंजरवेटरशिप में हैं इसलिए उनसे जुड़े फैसले या उनकी संपत्ति से जुड़े फैसले उनके पिता और वकील लेते हैं। इसी के चलते ब्रिटनी से उनके दोनों बच्चों की कस्टडी भी कोर्ट ने उनके पिता को दे दी थी। ब्रिटनी को ये कंजरवेटरशिप नहीं चाहिए और इसलिए वे कोर्ट में याचिका दायर कर चुकी हैं।

फैंस ने उठाई ब्रिटनी के लिये आवाज़

ब्रिटनी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट की थी। इस पोस्ट से उनके फैंस को लगा कि वह उन सब से मदद माँग रही हैं। इसके चलते सोशल मीडिया पर #freebritney और #savebritney का आंदोलन शुरू हो गया। फैंस का कहना है कि ब्रिटनी बिल्कुल ठीक हैं। उनके पिता द्वारा उनपर यह कंजरवेटरशिप जबरदस्ती थोपी गयी है ताकि वे उनकी प्रोपर्टी पर हक बनाये रख सके। #freebritney आंदोलन के चलते ब्रिटनी को कंजरवेटरशिप से छुटकारा दिलाने के लिये लाखों लोग पिटिशन को साइन कर चुके हैं।

हालांकि एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटनी के वकील ने कहा हैं कि ब्रिटनी के पिता को  कंजरवेटरशिप से कुछ मतलब नहीं है, वे सिर्फ अपनी बेटी के लिए जो ठीक है वही फैसले लेते हैं। वे अपनी बेटी को खुश देखना चाहते हैं। अगर फ़िर भी ब्रिटनी को कंजरवेटरशिप नहीं चाहिए तो वह कोर्ट में याचिका दायर कर सकती हैं।

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