श्वेता बंसल द्वारा लिखित

प्रिंस फिलिप इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ के पति थे। प्रिंस फिलिप का जन्म ग्रीस में 10 जून 1921 को ग्रीक और डैनिश शाही परिवारों में हुआ था। मात्र 18 महीने की आयु में उन्हें उनके परिवार समेत देश से निष्कासित कर दिया गया था, जिसके बाद फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे अलग – अलग देशों में रहकर उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई समाप्त करने के बाद 1939 में वह नेवी में शामिल हुए।

दूसरे विश्व युद्ध में ग्रेट ब्रिटेन के लिए लड़ते हुए उन्होंने भूमध्यसागरीय और प्रशांत बेड़े में भेद किया। युद्ध में उनकी भूमिका से प्रभावित होकर जॉर्ज 4 ने प्रिंस फिलिप को अपनी बेटी एलिजाबेथ 2 से शादी करने की अनुमति दी, जिसके लिए उन्हे अपने ग्रीक और डैनिश खिताबों और शैलियों का त्याग करना पड़ा। एलिजाबेथ से शादी के लिए उन्होंने अपने नाना के उपनाम माउंटबेटन को अपनाया पर जार्ज 4 के अचानक हुए निधन के कारण, शादी से पहले एलिजाबेथ को रॉयल महारानी और प्रिंस फिलिप को एडिनबर्ग के ड्यूक बना दिया गया। शादी के बाद फिलिप ने सक्रिय सेना सेवा छोड़ दी। एलिजाबेथ और फिलिप्स के चार बच्चे हैं  – प्रिंस चार्ल्स, राजकुमारी एनी, प्रिंस एंड्रयू और प्रिंस एडवर्ड। 

प्रिंस फिलिप ने एलिजाबेथ का हर मोड़ पर साथ दिया और उनके हर कार्य में हाथ बँटाना ही अपने जीवन का नया मकसद बना लिया। एक चीज जो उनके हृदय के बहुत करीब थी  – जंगली जानवरों की रक्षा। 4 मई 2017 को अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर 96 साल के फिलिप ने सबको चौंका दिया था। अपने पूरे ब्रिटिश कार्यकाल में उन्होंने 22, 219 रॉयल मुलाकातें अकेले पूरी की।

9 अप्रैल 2021 को प्रिंस फिलिप की मृत्यु की खबर ने पूरी दुनिया को शोकाकुल कर दिया। रानी एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप का 70 वर्षों का साथ छूट गया। उनकी मृत्यु की वजह तो पता नहीं चल पाई परंतु रॉयल परिवार से आई खबर को माने तो वह बहुत सुकून पूर्वक मृत्यु को प्राप्त हुए। मृत्यु के समय वह 99 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार 8 दिन तक चले शोक के बाद 17 अप्रैल को किया गया। परिवार में अभी 30 दिन ओर प्रिंस फिलिप की मृत्यु का शोक मनाया जाएगा, जिसके दौरान सारे रॉयल कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।

दुनिया भर के बड़े-बड़े नेताओं और व्यापारियों ने प्रिंस फिलिप की मृत्यु पर रॉयल परिवार को शोक सम्वेदना दी। बकिंघम पैलेस के गेट पर लोगों ने फूलों के गुलदस्ते भी रखें। ब्रिटेन की पार्लियामेंट का झंडा भी नीचे कर दिया गया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी कहा – ‘हमें प्रिंस फिलिप की मृत्यु का बहुत खेद है, हमारी दुआएं सदा रानी और परिवार के साथ हैं। इस राष्ट्र की तरफ से मैं फिलिप के योगदान की प्रशंसा करते हुए उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहता हूं – May his soul rest in peace’

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