Ashu द्वारा लिखित – 19 साल की छात्रा

30 मई 2020 के दिन नौ साल बाद नासा ने अपने दो अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा|इन यात्रियों को अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन ले जाने वाला रोकेट और अंतरिक्षयान एक निजी कंपनी स्पेस एक्स के थे|

नासा और स्पेस एक्स में साझेदारी आखिर क्यों एक ऐतिहासिक कदम है? नासा को कब इस साझेदारी की ज़रूरत महसूस हुई और क्यों? इस कदम से दोनों संस्थानों को क्या फायदा हो सकता है?

यकीनन पहली बार इतिहास में ऐसा हुआ है कि एक निजी संस्थान(स्पेस एक्स) इंसानों को अंतरिक्ष में लेकर गया| नासा, स्पेस एक्स और अंतरिक्ष में रुचि रखने वाले बहुत से लोग इस दिन का लंबे समय से इंतज़ार कर रहे थे| नासा और स्पेस एक्स दोनों के लिए ही ये साझेदारी एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इस कदम ने उनके अपने देश को अंतरिक्ष यात्रा के विषय में और आगे बढ़ा दिया है|

इस मिशन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि- “ आज का दिन ऐतिहासिक है| हमने अमेरिका की धरती से, अमेरिका के रोकेट में, अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लोन्च किया है|स्पेस एक्स ड्रैगन कैपसूल सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ है और हमारे अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित एवं स्वस्थ हैं| दशकों से कम एक्शन का जो दौर चल रहा है वो अब खत्म हो चुका है|”

इस मिशन के साथ नासा का कमर्शियल क्रू प्रोग्राम नौ साल बाद फिर शुरू हो गया है| इससे पहले नासा को अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए रूस या अन्य यूरोपीय देशों का सहारा लेना पड़ता था| अमेरिका को अपने एक अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए रूस को करीब 80 मिलियन डॉलर देने पड़ते थे|

जबकि स्पेस एक्स कम कीमत और अधिक सुरक्षा सुविधाओं वाले रोकेट के साथ सामने आया| अब नासा को करोड़ों अरबों रुपये खर्च करके अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष नहीं भेजना पड़ेगा|

स्पेस एक्स के रोकेट बाकी संस्थानों से बेहतर हैं| ये धरती से उड़ान भर के, अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में पहुँचाकर सही सलामत धरती पर वापिस लाने में सक्षम हैं|

साथ स्पेस एक्स के पास एक ऐसा अंतरिक्षयान है जो एक साथ सात अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में लेकर जा सकता है| इस अंतरिक्षयान का नाम क्रू ड्रैगन है| क्रू ड्रैगन में ही नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाया गया था|

क्रू ड्रैगन

इसके अलावा भी यह साझेदारी स्पेस एक्स के लिए एक बड़ी उपलब्धि है| क्योंकि इस मिशन के साथ ही एलोन मस्क ने मंगल ग्रह पर इंसानी बस्ती बसाने के अपने सपने की ओर एक कदम आगे बढ़ा लिया है|

इस मिशन में नासा के दो सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस एक्स के क्रू ड्रैगन में अंतरिक्ष में ले जाया गया| बोब बेनकेन और डग हर्ले ही वे दो अंतरिक्ष यात्री हैं जिन्हें इस मिशन में ले जाया गया| ये दोनों इस से पहले भी दो-दो बार स्पेस शटल के ज़रिए अंतरिक्ष में जा चुके हैं|

बोब बेनकेन और डग हर्ले

नासा और स्पेस एक्स दोनों के लिए ही यह साझेदारी एक बड़ी उपलब्धि है| भविष्य में अंतरिक्ष यात्राओं को और अधिक सरल बनाने की तरफ ये एक कदम है|