अभिषेक झा द्वारा लिखित – कक्षा 12 का छात्र

कमला हैरिस एक राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं|उनका जन्म 20 अक्टूबर,1964 को ऑकलैंड, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था|उनके पिता(डोनाल्ड हैरिस) एक अफ्रीकी हैं, जो इस समय स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं|जबकि उनकी माता(श्यामा गोपालन हैरिस) एक कैंसर शोधकर्ता थी|वह एक भारतीय थी जो चेन्नई की रहने वाली थी| जिनका साल 2009 में देहांत हो गया था|आपको बता दें कि कमला हैरिस ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हासिल की|इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून यानी लॉ की पढ़ाई भी की है|वह एक व्यवहारिक उदारवादी नेता के तौर पर जानी जाती है|

कहा जाता है कि साल 2016 में सीनेटर बनने से पहले वह एक मशहूर वकील के तौर पर जानी जाती थी|इसके साथ ही वह कैलिफोर्निया की पूर्व अटॉर्नी जनरल और सैन फ्रांसिस्को जिले की अटॉर्नी भी रह चुकी हैं|कमला हैरिस साल 2004 से 2011 तक एक वकील के तौर पर सैन फ्रांसिस्को जिले में अटॉर्नी थी| जबकि साल 2011 से 2017 तक वह कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल भी बनी रहीं|उन्होंने अपने बयान में कहा कि वह वकील इसलिए बनी क्योंकि उन्हें अपने ऊपर पूरा विश्वास था कि वह न्याय प्रणाली में पूरी तरह से बदलाव ला देंगी|जिससे किसी के भी साथ भेदभाव ना हो सके और सभी को पूर्ण रूप से न्याय मिले|

आपको बता दें कि इस साल अमेरिका में नवंबर के महीने में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव होने जा रहे हैं|जिसमें इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ‘जो बाइडेन’ खड़े हुए हैं|उन्होंने(जो बाइडेन) उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल की महिला यानी सीनेटर कमला हैरिस को चुना है|लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई अश्वेत महिला देश की किसी बड़ी पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनी है|

बहुत खुशी की बात होगी|अगर इस चुनाव में कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीत जाती हैं, तो वह इस पद पर बैठने वाली अमेरिका की पहली अश्वेत महिला होंगी और देश की पहली भारतीय-अमेरिकी और अफ्रीकी उपराष्ट्रपति होंगी|कहा जा रहा है कि कैलिफोर्निया की सांसद कमला हैरिस पहले भी जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुनौती दे रही थी|परंतु कुछ कारणों की वजह से उन्होंने अपना नाम चुनाव से वापस ले लिया था|