अडानी ग्रुप कंपनी ने खरीदा एनडीटीवी
अडानी ग्रुप एशिया के सबसे अमीर लोगों के समूह में से एक है और वह अपने व्यापार और लाभ की वृद्धि के लिए विभिन्न अन्य कंपनियों को भी खरीदते रहते हैं।
अडानी ग्रुप एशिया के सबसे अमीर लोगों के समूह में से एक है और वह अपने व्यापार और लाभ की वृद्धि के लिए विभिन्न अन्य कंपनियों को भी खरीदते रहते हैं।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
अडानी ग्रुप एशिया के सबसे अमीर लोगों के समूह में से एक है और वह अपने व्यापार और लाभ की वृद्धि के लिए विभिन्न अन्य कंपनियों को भी खरीदते रहते हैं। ऐसे में कुछ समय पहले ही अडानी ग्रुप कंपनी ने मीडिया क्षेत्र में अपना व्यापार आरंभ किया है और उस क्षेत्र की प्रसिद्ध कंपनियों को खरीदना आरंभ कर दिया है। इसी सप्ताह मंगलवार को अडानी ग्रुप ऑफ कंपनी ने एनडीटीवी के 29% हिस्से को खरीद लिया है। आज हम इसी के बारे में पूर्ण जानकारी हासिल करने वाले हैं।
अडानी ग्रुप
सबसे पहले हम अडानी ग्रुप के बारे में कुछ मूलभूत जानकारी हासिल करते हैं।
देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों की बात की जाए तो सबसे पहले नंबर पर टाटा समूह का नाम आता है। टाटा समूह के बाद अडानी ग्रुप भारत का दूसरा सबसे बड़ा उद्योगपतियों का समूह है। इनकी कुल पूंजी लगभग 20 लाख करोड़ रुपए है। जैसे टाटा समूह के मालिक रतन टाटा हैं वैसे ही अडानी ग्रुप कंपनी के मालिक गौतम अडानी है। गौतम अडानी द्वारा अडानी ग्रुप कंपनी की स्थापना 1988 में की गई थी।
इस कंपनी का मुख्यालय मायानगरी मुंबई में है और प्रमुख रूप से यह कोयला तथा बिजली निर्माता कंपनी है परंतु आजकल अडानी समूह हर क्षेत्र में अपने व्यापार का विस्तार कर रहा है।
एनडीटीवी
आप सभी ने कभी ना कभी एनडीटीवी पर न्यूज़ देखा तथा सुना होगा। एनडीटीवी के बारे में अगर आधारभूत जानकारी ले तो एनडीटीवी देश का बहुत प्रसिद्ध और पुराना न्यूज़ चैनल है जो देश दुनिया के समाचार को लोगों के सामने लाता है। यह एक हिंदी समाचार चैनल है एनडीटीवी का विस्तृत रूप नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड है। एनडीटीवी की स्थापना प्रणव रॉय तथा उनकी पत्नी राधिका रॉय ने की थी।
कैसे खरीदा एनडीटीवी?
अगर हम कंपनी को खरीदने के तरीके पर बात करें तो अडानी ग्रुप ने सीधे तौर पर एनडीटीवी को नहीं खरीदा है। उसने एनडीटीवी के प्रमोटर कंपनी को खरीद लिया है आपको एक दिलचस्प बात बताएं कि एनडीटीवी को प्रमोट करने वाली कंपनी का नाम आरआरपीआर है जिसे 2009 में वीसीपीएल ने रिलायंस कंपनी से उधार लेकर दिया था जो अभी तक चुकाया नहीं गया है। अब अडानी ग्रुप ने वीसीपीएल को खरीद लिया है तथा आरआरपीएल और एनडीटीवी को नोटिस भेजकर उनका भी कुछ हिस्सा अधिग्रहण (टैकओवर) कर रही है।
एनडीटीवी के संस्थापकों का क्या कहना है?
एनडीटीवी ने मंगलवार को बताया कि उनकी अडानी ग्रुप के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत नहीं की गई। उन्हें सीधा नोटिस भेज दिया गया जिसके आधार पर वीसीपीएल का 99% तथा एनडीटीवी का 29.18% अडानी ग्रुप को दी जा रही है।
ओपन ऑफर लाया गया
अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी को खरीदने के लिए ओपन ऑफर लांच किया। इसी प्रकार ओपन ऑफर के द्वारा 11.75 करोड़ रुपए में उसने वीसीपीएल को खरीद लिया है। ओपन ऑफर एक प्रकार का मूल्य होता है जो एक कंपनी के शेयरधारकों को अपने शेयर को बेचने के लिए दिया जाता है अगर उन्हें वह मूल्य पसंद आता है तो वह उस मूल्य पर अपने शेयर बेच सकते हैं। अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी के शेयर धारकों को एक शेयर की कीमत 294 ऑफर किया है।
इस प्रकार अडानी ग्रुप एनडीटीवी के 55% से ज्यादा शेयर खरीदना चाहती है ताकि वह एनडीटीवी में स्वामित्व हासिल कर सकें।
आशा है आपको यह लेख जानकारी पूर्ण लगा होगा। हम इसी प्रकार के विभिन्न आर्थिक समाजिक लेखों के द्वारा आपको आसपास की घटनाओं के प्रति जागरूक करते रहेंगे।
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शीर्षक छवि स्रोत: thewire.in