कक्षा 4 के छात्र द्वारा लिखित

समय हमेशा से रहा है । हम मनुष्यों ने कई शताब्दियों से इसे मापने के अलग अलग तरीके ढूंढ रखे हैं। प्राचीन इजिप्त में, लगभग 1500 बी सी के आसपास, समय को सबसे पहले सनडाइल के द्वारा मापा गया जो सूर्य की स्थिति से समय बताता था । एक सनडाइल के 2 भाग होते हैं: एक फ्लैट (जो डायल होती है) और एक नोमोन (gnomon) जो डायल पर एक छाया डालती है । जैसे जैसे सूर्य आकाश में घूमता है, नोमोन की छाया अलग अलग घंटों को दर्शाती है ।

1505 में, पहली आधुनिक घड़ी का आविष्कार पीटर हेनलेन ने किया था, जो नूर्नबर्ग का एक ताला बनाने वाला था । उनकी यांत्रिक घड़ी जिसे पॉमैंडर घड़ी कहा जाता है, उसकी बस एक ही सुई थी जो घंटे के लिए थी और ताँबे से बना था: बाहर सोना था और अंदर चांदी से बना था । घड़ियों को बनाने का विचार पहले से था लेकिन उन्होने इसको पहनने और अपना निजी बनाने के लिए इसको रोबोट आविष्कार में बदलने का फैसला किया ।

दुनिया इतनी बदल गई है कि अगर अब हमारे पास समय की धारणा न हो तो हमे यह नहीं पता चलेगा कि क्या समय, क्या दिन और कौनसा साल है । तीन तरह के समय होते हैं : भूत, वर्तमान और भविष्य । अतीत में घड़ियाँ केवल इतना ही कर सकती थीं, लेकिन अब घड़ियाँ डिजिटल और एनालॉग हो गई हैं, जो हमारे कदम गिन सकती हैं और दिल की धड़कन भी । समय को विभिन्न तरह से मापा जा सकता है: यह एक नैनोसेकंड जितना छोटा भी हो सकता है या एक सदी जितना लंबा भी।