कत्तर में फीफा विश्वकप 2022 का आयोजन
कुछ समय पहले ही 20 नवंबर से फीफा कप 2022 की शुरुआत हो चुकी है जो इस बार कतर देश द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
कुछ समय पहले ही 20 नवंबर से फीफा कप 2022 की शुरुआत हो चुकी है जो इस बार कतर देश द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
फुटबॉल की अंतरराष्ट्रीय शासी निकाय- फीफा - ने भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री के जीवन पर आधारित "कैप्टन फैंटास्टिक" नामक एक वृत्तचित्र श्रृंखला जारी करने की घोषणा की है।
फीफा का फुल फॉर्म या विस्तृत नाम फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन है। इस संस्था की स्थापना 1904 में हुई।
हॉकी इंडिया के नए अध्यक्ष बने हैं दिलीप टिर्की, चुनाव में निर्विरोध जीते हैं।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा रोजर फेडरर बहुत प्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी हैं उन्होंने कई मुकाबले और खिताब जीते हैं और अपने ही देश...
खेल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि खेलों के माध्यम से हम अपने आपको शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक सभी प्रकार से स्वस्थ रखते हैं।
कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ है जिसमें भारत ने भी अनेक पदक जीते हैं।
भारतीय खिलाड़ी मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ गेम में वेटलिफ्टिंग के रिकार्ड को तोड़कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया तथा भारत देश का झंडा गर्व से ऊंचा कर दिया। कॉमनवेल्थ गेम में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक था।
नीरज चोपड़ा का ओलंपिक खेलों में एक विशेष स्थान है। उन्होंने पिछले दो सालों में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अंतरराष्ट्रीय खेलों में अपना विशेष स्थान बनाया है तथा भारत के लिए अनेकों मैडल जीते हैं।
दिल्ली के नजफगढ़ देहात की रहने वाली 94 साल की भगवानी देवी डागर ने फ़िनलैंड वर्ल्ड मास्टर्स एथलिटिक्स चैंपियनशिप में अपने हुनर से गोल्ड मैडल हासिल किया।
आज के इस आधुनिक समय में बच्चे बहुत छोटी उम्र से ही वीडियो गेम में लग जाते हैं जिससे उनका विकास प्रभावित होता है तथा उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने का खतरा बना रहता है।
किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलंपिक खेलों में भाग लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करे तथा स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक जीतकर अपने देश का नाम गौरवान्वित करें।
सभी लोग इतिहास पढ़ते हैं परंतु कुछ लोग ऐसे होते हैं जो इतिहास रचने का सपना लेकर चलते हैं और अपनी मेहनत और लगन से उसे हासिल भी करते हैं। ऐसा ही व्यक्तित्व एक भारतीय मुक्केबाज खिलाड़ी निखत ज़रीन का था।
भारतीय बैडमिंटन टीम ने 15 मई, 2022 रविवार को इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर जीत हासिल की। यह भारतीय बैडमिंटन टीम की 73 वर्षों के बैडमिंटन इतिहास में पहली विजय थी।