गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा  

मामाअर्थ जो कि एक प्राकृतिक सौंदर्य उत्पाद ब्रांड है। अगले 1 वर्ष में लगभग 300 मिलियन डॉलर की आईपीओ जुटाने के प्रयास में लगा हुआ है। मामा अर्थ जल्द ही अपना आईपीओ निकालने वाला है।

आज आपके दिमाग में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आईपीओ क्या है तो चिंता ना करें हम मामाअर्थ तथा आईपीओ के बारे में संक्षिप्त विवरण देने जा रहे हैं।

मामा अर्थ क्या है?

ब्यूटी ब्रांड मामाअर्थ
छवि स्रोत: nextbigbrand.in

मामा अर्थ एक सौंदर्य पदार्थों जैसे फेस वॉश, शैंपूओ, हेयर केयर तथा बेबी केयर ब्रांड है। मामाअर्थ की स्थापना हिंदुस्तान युनिलीवर के अधिकारी वरुण तथा उनकी पत्नी गज़ल ने की थी।

मामा अर्थ की शुरुआत की कहानी बहुत प्रेरणादायक हैं। आपने यह सुना तो होगा ही कि “समस्याओं का समाधान निकालो समस्याएं मत ढूंढो” इस कंपनी के संस्थापकों ने इसी बात पर अमल किया। गज़ल जब मां बनी, तब उन्हें अपने बच्चे के लिए कुछ ऐसे उत्पाद चाहिए थे जो उसकी कोमल त्वचा को हानि ना पहुंचाएं जिसमें किसी भी प्रकार का रसायन ना हो परंतु भारत में बहुत ढूंढने पर भी उन्हें कोई ऐसा उत्पाद नहीं मिला।

कुछ समय ढूंढने के बाद उन्होंने अपने बच्चों के लिए दूसरे देशों से ऐसे क्रीम, पाउडर और अन्य चीजें आयात करना आरंभ कर दिया परंतु आयात करने के कारण उन्हें यह चीजें बहुत महंगी पडती थी। इस समस्या के दौरान उन्हें यह एहसास हुआ कि भारत की अधिकतर माताओं को ऐसी ही समस्याओं से जूझना पड़ता है। तब उन्होंने एक ऐसे उत्पाद की स्थापना करने की सोची जो पूर्ण रूप से रसायन फ्री तथा बच्चों की त्वचा के लिए लाभदायक हो। इस प्रकार 2016 में मामाअर्थ की स्थापना हुई और आज यह पूरे भारत सहित अन्य देशों में भी प्रसिद्ध हो गया है।

यह कंपनी सर्वप्रथम बेबी केयर पर आधारित थी तथा केवल 6 उत्पादों के साथ शुरू हुई थी परंतु आज इसके 200 से अधिक उत्पाद बाजार में मौजूद है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों अर्थात सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए है।

मामाअर्थ का मुख्यालय गुरूगाम में स्थित है और यह कंपनी ऑनलाइन बहुत प्रसिद्ध है साथ में ऑफलाइन मार्केट में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाती रहती है।

अब मामा अर्थ कंपनी अपने कंपनी के आईपीओ को लोगों के साथ बेचना चाहती है तो ऐसे में आपके दिमाग में आईपीओ के बारे में सवाल जरूर उठ रहा होगा तो चलिए जानते हैं आईपीओ के बारे में।

आईपीओ क्या होता है?

आईपीओ का पूर्ण रूप प्रारंभिक पब्लिक पेशकश या इनिशियल पब्लिक आफरिंग है‌। कोई कंपनी जब अपने ब्रांड के शेयर लोगों को बेचना आरंभ कर देती है तब उसे कंपनी का आईपीओ निकालना कहते हैं। इसमें कोई भी व्यक्ति शेयर खरीद सकता है। कंपनी के आईपीओ निकालने का अर्थ है कि कंपनी प्राइवेट से पब्लिक होने जा रही है।

कंपनी आईपीओ क्यों निकालती है?

एक कंपनी का आईपीओ निकालने का उद्देश्य आईपीओ द्वारा जुटाए गए पैसों से कंपनी का विस्तार करना या पुराने कर्ज को उतारना हो सकता है।

क्या हम एक शेयर खरीद सकते हैं?

किसी भी कंपनी का आईपीओ खरीदने के लिए एक कोटा निर्धारित किया जाता है जिसमें न्यूनतम संख्या तथा अधिकतम संख्या वर्णित होती है। इसे कोटे में ही खरीदा जा सकता है जैसे कि अगर किसी कंपनी ने न्यूनतम संख्या 25 रखी है तथा अधिकतम 150 तो कोई व्यक्ति 25 या 25 के गुणन में (25,50,75,100,125) और 150 से कम  शेयर खरीद सकता है।

कंपनियों के आईपीओ खरीदने का मूल्य क्या होता है?

कंपनियों में आईपीओ का मूल्य निर्धारित नहीं होता, वह लगभग में रखा जाता है परंतु यह एक सामान्य व्यक्ति के लिए खरीदने योग्य होता है जैसे एक शेयर का मूल्य 200 से 300 रखा जा सकता है इस प्रकार से 25 शेयर का मूल्य 5000 हुआ।

आईपीओ को खरीदने वाले लोगों को होने वाले फायदे

आईपीओ एक सबसे आधारभूत मूल्य होता है जो कंपनी सर्वप्रथम निकालती है इसके बाद अगर कंपनी तेजी से विकास कर रही है तो उसके आईपीओ लगातार बढ़ते जाते हैं। ऐसे में एक आईपीओ खरीदने वाले व्यक्ति की मुद्रा में वृद्धि होती है।

आईपीओ को निवेश के बेहतरीन साधन के रूप में देखा जा सकता है क्योंकि उसकी मूल्य में वृद्धि के बाद उसे बेचकर अधिक धन अर्जित कर सकते हैं।

परंतु कई बार आईपीओ से नुकसान भी होता है तथा किसी कंपनी के शेयर कम हो जाते हैं इसीलिए सावधानीपूर्वक इस पर रिसर्च करके ही निवेश करना चाहिए।

मामाअर्थ भी लगभग 300 बिलियन डॉलर का उद्देश्य लेकर अगले वर्ष 2023 में आईपीओ निकालने वाली है क्योंकि यह कंपनी अब अन्य देशों में भी विस्तार करने की सोच रही है।

आशा है कि आपको मामा अर्थ के बारे में यह जानकारी जानकर अच्छा लगा होगा तथा आपको आईपीओ के बारे में भी पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी हम इसी प्रकार की ज्ञानवर्धक जानकारियों के साथ मौजूद रहेंगे।

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