भारत का पहला भूकंप प्रबंधन मेमोरियल: स्मृति वन
गुजरात राज्य भूकंप के प्रभावों से कभी बचा नहीं है वहां बहुत उच्च क्षमता वाले भूकंप आए हैं जिसने लाखों लोगों की जान ले ली है।
गुजरात राज्य भूकंप के प्रभावों से कभी बचा नहीं है वहां बहुत उच्च क्षमता वाले भूकंप आए हैं जिसने लाखों लोगों की जान ले ली है।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
जैसा कि हम सभी जानते हैं सरकार प्राकृतिक आपदाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा उन्हें बचाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं लेकर आती रहती है। इसी कड़ी में कुछ दिनों पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गुजरात यात्रा पर गए, जहां उन्होंने पहले भूकंप प्रबंधन म्यूजियम की स्थापना की और उसका नाम स्मृति वन रखा गया है। आज हम स्मृति वन की स्थापना, उद्देश्य, संरचना आदि के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करेंगे।
स्मृति वन
गुजरात राज्य भूकंप के प्रभावों से कभी बचा नहीं है वहां बहुत उच्च क्षमता वाले भूकंप आए हैं जिसने लाखों लोगों की जान ले ली है। ऐसा ही एक उदाहरण 2001 में भुज में आया भूकंप है जिसने लगभग 20000 लोगों की जान को हानि पहुंचाई। स्मृति वन एक भूकंप प्रबंधन मेमोरियल है जिसका उद्घाटन 28 अगस्त को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस म्यूजियम में भूकंप संबंधी परीक्षण और जांच आदि किए जाएंगे।
स्मृति वन की स्थापना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात यात्रा पर पहुंचे जहां उन्होंने विभिन्न प्रकार की योजनाओं की शुरुआत की जो भविष्य में गुजरात के विकास को और तेज कर देगी। इन्हीं योजनाओं में से एक स्मृति वन अर्थात भारत देश से पहले भूकंप प्रबंधन मेमोरियल की स्थापना शामिल थी। 28 अगस्त को नरेंद्र मोदी जी ने इस मेमोरियल का उद्घाटन किया जिसमें बड़े-बड़े नेताओं और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।
स्मृति वन के निर्माण का उद्देश्य
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्मृति भवन एक भूकंप प्रबन्धन मेमोरियल है जो गुजरात के भुज में स्थापित किया गया है। अगर हम इस मेमोरियल से उद्देश्य को जानने का प्रयास करें तो इसका उद्देश्य लोगों को भूकंप के प्रति जागरूक बनाना तथा बचाव के उपायों को अपनाने को प्रेरित करना है। 2001 में भुज में आए भूकंप में हजारों की संख्या में लोगों की जानें गईं तथा गुजरात को भारी आर्थिक नुकसान सहना पड़ा, जिससे उभरने का प्रयास अभी भी जारी है।
इस मेमोरियल को 2001 के भूकंप में मारे गए लोगों की याद में बनाया गया है। यह मेमोरियल भूकंप के बाद गुजरात के लोगों की भूकंप से उबरने की क्षमता को दर्शाएगा तथा भविष्य में आने वाली इस प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से उभरने का साहस प्रदान करेगा।
2001 का भूकंप
2001 में गुजरात राज्य में चारों और हलचल थी, उसी समय आए इस भूकंप ने चारों ओर मातम और सन्नाटा फैला दिया। भुज के 2001 के इस भूकंप में गुजरात के 2000 से अधिक लोगों की जानें गईं।
इसी दौरान हुए एक घटना जिसमें स्कूल के बच्चे परेड के लिए जा रहे थे उन पर एक बिल्डिंग गिर गई थी जिसमें लगभग 185 मासूम बच्चों सहित अध्यापकों की मृत्यु हो गई।
भुज भूकंप में गुजरात राज्य को बहुत अधिक आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा जिससे उभरने में सालों लग गए। इसलिए इस भूकंप को गुजरात में आए सबसे भयानक भूकंपों में से एक माना जाता है।
स्मृति वन का निर्माण बजट
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर परियोजना के निर्माण में बहुत अधिक खर्च आता है इसी प्रकार स्मृति वन के उद्घाटन और निर्माण में 4400 करोड़ रुपए की लागत आएगी। स्मृति वन बहुत बड़े क्षेत्र अर्थात लगभग 477 एकड़ के इलाके की जमीन पर बनाया जा रहा है इसीलिए इसमें बहुत अधिक संसाधनों की भी आवश्यकता है।
स्मृति बनती संरचना
स्मृति वन के उद्घाटन के बाद से ही स्मृति वन की संरचना पर चर्चा चल रही है अर्थात इसे किस प्रकार से बनाना है उसमें क्या अद्भुत निर्मित करना है। हम आप को स्मृति वन की संरचना के बारे में बताने जा रहे हैं। उसमें सात ब्लॉक बनाने की बातें चल रही है जिसमें पुर्नजन्म, पुनःखोज, पुनःस्थापना, पुनर्निर्माण, पुनर्विचार राहत और नवीनीकरण ब्लाक शामिल है।
अब इन ब्लॉक्स के बारे में समझने का प्रयास करेंगे ।
पुनर्जन्म
जितना कि अभी अनुमान लगाया गया है पुण्य जन्म ब्लॉक में पुराने रिसर्च और प्रेषण कार्य होंगे।
पुनः खोज
पुनः खोज ब्लॉक रिसर्च को प्रेरित करेगा तथा भूकंप के दौरान हमारी परंपरा और संस्कृति नष्ट हो गई थी उसे पुनः खोजने का प्रयास करेगा।
पुनः स्थापना
पुनर्स्थापना ब्लॉक भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान गुजरात में विस्थापित हुए लोगों की पुनर्स्थापना और विस्थापित हमारी संस्कृति और सभ्यता संबंधित वस्तुओं की पूर्ण स्थापना पर विचार करेगा।
पुनर्निर्माण
पुनर्निर्माण ब्लॉक भूकंप के दौरान ध्वस्त हुए इमारतों और आधारभूत सुविधाओं के पुनर्निर्माण से संबंधित है।
राहत
राहत ब्लॉक भूकंप के दौरान लोगों को राहत देने से संबंधित है। यह सबसे महत्वपूर्ण ब्लॉक है क्योंकि इसमें ऐसे यंत्र रहेंगे जो भूकंप की संवेदनशीलता को माप सकते हैं और लोगों को पहले से ही सूचित कर सकते हैं।
नवीनीकरण
नवीनीकरण में भारत में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को कम करने के लिए नए-नए मशीनों और वैज्ञानिक उपायों के प्रयोग के बारे में ध्यान केंद्रित किया गया है।
आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा हम इसी प्रकार के ज्ञानवर्धक लेखों के साथ जल्द मिलेंगे।
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शीर्षक छवि स्रोत: sangath.org