गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 वर्ष का छात्र

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया अर्थात सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश का पद और कार्यभार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और इसके लिए बहुत कठिन चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। हमारे मुख्य न्यायधीश एनवी रमना का कार्यकाल इसी महीने 27 अगस्त 2022 को समाप्त हुआ और उन्हें सेवानिवृत्त प्राप्त हुई। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के लिए मुख्य न्यायाधीश चुनने की प्रक्रिया शुरू हुई। जस्टिस उदय यू ललित को नए न्यायाधीश के रूप में चुना गया तथा वह भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश बने। आज हम न्यायधीश के चुनाव प्रक्रिया तथा हमारे वर्तमान न्यायधीश जस्टिस उदय यू ललित के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।

संविधान में मुख्य न्यायाधीश से संबंधित अनुच्छेद

अगर हम संविधान के अनुरूप देखें तो भारत के संविधान के अनुच्छेद 124 में लिखा गया है कि भारत में एक सुप्रीम कोर्ट होगा जो न्यायिक फैसले लेगा तथा उसका एक मुख्य न्यायधीश होगा परंतु भारत के संविधान में मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति के बारे में विस्तृत वर्णन नहीं किया गया है इसीलिए मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति पुरानी परंपरा के अनुसार ही होती है।

मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया

मुख्य न्यायधीश सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण अंग होता है उनके चयन के बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम इस प्रक्रिया की बात करें तो रिटायर होने वाला मुख्य न्यायाधीश अगले मुख्य न्यायाधीश के लिए सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज़ के नाम की सिफारिश  करता है। उसके बाद यह सिफारिश प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति के पास जाती है। अंत में राष्ट्रपति मुख्य न्यायाधीश को शपथ ग्रहण करवाते हैं। फिर वह वरिष्ठ जज़ ही मुख्य न्यायाधीश का पद संभालता है।

इसमें एक अद्भुत बात यह है कि वरिष्ठ जज का चयन उम्र के अनुसार नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट में उनके अनुभव के अनुसार निर्धारित किया जाता है अर्थात जो जज़ सबसे लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट में है वो मुख्य न्यायाधीश के लिए नामित होगा नाकि वह जिसकी उम्र अधिक है।

कॉलेजियम सिस्टम

आज हम अद्भुत सिस्टम के बारे में जानने वाले हैं वह है कॉलेजियम सिस्टम। कॉलेजियम सिस्टम एक व्यवस्था है जिसके तहत सुप्रीम कोर्ट में नियुक्तियों तथा तबादले की सिफारिश होती है। कॉलेजियम सिस्टम में सुप्रीम के वरिष्ठ न्यायाधीश तथा चार वरिष्ठ वकील शामिल होते हैं जिन्हें पैनल के रूप में देखा जाता है। वही नियुक्ति तथा तबादले की सिफारिश रखते हैं।

मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति में कालेजियम का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। यदि प्रधानमंत्री को नामित मुख्य न्यायाधीश के नाम पर कोई आपत्ति है तो वह उसको वापस कॉलेजियम के पास भेज सकते हैं परंतु अगर कॉलेजियम उसी नाम को दोबारा भेजता है तो प्रधानमंत्री को उसे ही न्यायाधीश बनाना पड़ेगा।

मुख्य न्यायधीश 2022

जैसा कि हम सभी जानते हैं पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रामना ने 27 अगस्त को अपनी सेवानिवृत्ति प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के रूप में उदय यू ललित की सिफारिश की। हमारे नए मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललित चुने गए हैं। उनके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।

अगर हम उनके मुख्य न्यायधीश चुने जाने से पहले के कैरियर की बात करें तो वह सर्वोच्च न्यायालय में वरिष्ठ वकील बनकर काम तथा अभ्यास कर रहे थे।

उन्होंने 1986 में सर्वोच्च न्यायालय में वकील के रूप में अभ्यास करना शुरू किया था। 2004 में उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में चुना गया था।

अब वह मुख्य न्यायाधीश के रूप में चुने गए हैं परंतु आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उनका कार्यकाल केवल तीन महीनों का है।

उनकी सेवानिवृत्त 8 नवंबर, 2022 को है इस तरह से वह बस 3 महीने के लिए मुख्य न्यायाधीश रहेंगे फिर एक नए मुख्य न्यायाधीश का चुनाव होगा।

आशा है आपको यह लेख प्रासांगिक तथा उपयोगी लगा होगा। हम इसी प्रकार के विभिन्न लेखो के साथ जल्द मिलेंगे।

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शीर्षक छवि स्रोत: thestatesman