हिन्दी दिवस कविता
लिपट जाता हूँ माँ से और मौसी मुसकुराती है, मैं उर्दू में ग़ज़ल क़हत हूँ हिन्दी मुसकुराती है …..
लिपट जाता हूँ माँ से और मौसी मुसकुराती है, मैं उर्दू में ग़ज़ल क़हत हूँ हिन्दी मुसकुराती है …..
किसी भी स्वतंत्र राष्ट्र की अपनी एक भाषा होती है जो उसका गौरव होती है, इसी भाषा को राष्ट्र भाषा के नाम से जाना जाता है, राष्ट्रीय एकता और राष्ट्र के स्थायित्व के लिए राष्ट्रभाषा की अनिवार्यता किसी भी शब्द के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है अतः यही भाषा शिक्षा के माध्यम तथा सरकारी काम-काज चलाने के लिए प्रयुक्त की जाती है ।
किसी भी समाज में भाषा का स्थान महत्वपूर्ण होता है। भाषा के जरिए एक व्यक्ति अपनी भावनाओं और संवेदनाओं को दूसरे व्यक्ति तक संप्रेषित करता है।
भारत में हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को हर साल मनाया जाता है। अंग्रेजी, स्पेनिश और मंदारिन के बाद हिन्दी दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। दुनिया में हिन्दी भाषा चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मानया जाता है 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत वर्ष 1949 से हुई थी। 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिन्दी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया था।
प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है और प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत वर्ष 1949 से हुई थी। 14 सितम्बर 1947 को भारत की संविधान सभा ने हिन्दी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया था तक से इस भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाने की शुरूआत हुई थी।
हिंदी भाषा के विकास की जब बात आती है तो मुझे आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाने वाले महान साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र की दो पंक्तियां याद आती है
जन्म के पश्चात् शिशु जिस भाषा को अपनी माता से सीखता है, उसे मातृभाषा कहते हैं। मातृभाषा किसी भी व्यक्ति की सामाजिक एवं भाषाई पहचान होती है । मातृभाषा हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। हिन्दी भारत में रहने वाले अधिकतर लोगों की मातृभाषा है। हिन्दी को भारत में रहने वाला हर व्यक्ति समझ सकता है, फिर चाहे उसे हिन्दी बोलनी या पढ़नी न आती हो ।
हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाने वाला हिन्दी दिवस भारतीय संस्कृति को सजाने और हिन्दी भाषा को सम्मान देने का एक तरीका है । वर्ष 1929 में इस दिन भारत का संविधान सभा द्वारा हिन्दी को देश आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था।
आपको बता दें कि हर साल 14 सितंबर को पूरे भारत देश में “हिंदी दिवस” बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है|14 सितंबर,1949 को भारत की संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा के रूप में दर्जा दिया गया|और फिर साल 1953 में हिंदी भाषा को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के उद्देश्य से राष्ट्रभाषा प्रचार समिति,वर्धा के द्वारा बहुत अनुरोध करने पर पूरे भारतवर्ष में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा|