कक्षा 7 की छात्रा द्वारा लिखित ।

ग्रुप ऑफ सेवन एक अंतरराष्ट्रिय अंतर सरकारी आर्थिक संगठन हैं जिसमें 7 प्रमुख देश हैं…..ग्रुप ऑफ सेवन एक अंतरराष्ट्रिय अंतर सरकारी आर्थिक संगठन हैं जिसमें यह 7 प्रमुख देश हैं – कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका । इस शिखर सम्मेलन का महत्व यह है कि सम्मेलन के सभी नेता मिलकर उन चुनौतियाँ का समाधान निकालें जो दुनिया कि अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं (जैसे कि बाज़ारों में आने वाली मंदी और तेल की कीमत में गिरावट)। G- 7 करीब 4 दशक पहले, वैश्विक आर्थिक सुरक्षा और ऊर्जा जसी कई मुद्दों पर चर्चा और विचारों के आदान प्रदान करने के लिए राजनीतिक नेताओं की एक वार्षिक सभा के रूप में बनाया गया था ।

एक शिखर सम्मेलन, राज्य या सरकार के प्रमुखों की एक अंतराष्ट्रिय बैठक जिसमें कड़ी सुरक्षा होती है, काफी मीडिया कवरेज भी रहती है और इसका अजेंडा पहले से तय होता है । ज़्यादातर, शिखर बैठकें उचित हितधारकों

को एक साथ लाने के लिए आयोजित की जाती हैं जिससे सब मिलकर व्यापार के संदर्भ में एक उच्च स्तरीय रणनीति और किसी महत्वपूर्ण समस्या के समाधान के लिए बात कर सकें । यह सम्मेलन व्यापार के भविष्य को प्रभावित करने वाली चीजों से निपटने के लिए होती हैं ना कि रोज़मर्रा के मुद्दों के लिए ।  G-7 के सभी सदस्य राज्यों के नेता के साथ-साथ यूरोपियन संघ के प्रतिनिधि भी इस शिखर सम्मेलन में शामिल होते हैं । यूरोपियन संघ के अध्यक्ष सभी बैठकों में प्रतिभागी रहे हैं और 1981 से हर तरीके के निर्णय लेने में मदद कर रहे हैं । अगला सम्मेलन कहाँ किया जाएगा यह भी राज्य के नेता तय करते हैं ।

पहले, G7 सम्मेलन G8 कहलाया जाता था, लेकिन 2014 में, जैसे ही रुस ने क्रीमिया को मिलाने की घोषणा करी उसे हमेशा के लिए निलंबित कर दिया गया और दोबारा से इसका नाम G7 कर दिया गया । G20 नाम से एक और मंच है लेकिन उसमें और G7 में काफी अंतर है । G7 का ध्यान औद्योगिक देशों की  राजनीति की तरफ रेहता है जिसमें स्वास्थ्य, ऊर्जा, पर्यावरण और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा होती है, जबकि G20 विकसित और उभरते देश के आर्थिक मुद्दों को देखता है । G7 ने हाल ही में कुछ ऐसे चीज़ें साझा करी जो दुनिया की विकसित अर्थव्यवस्थाओं को ना ही सिर्फ साथ लाया और बहुत से उलझे हुए मामलों को सुलझाने में मदद भी करी । G7 ने  अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और सुरक्षा नीतियों को मजबूत बनाया, परिवर्तित मौसम और लैंगिक समानता जैसे मुद्दों को सामने लाया, दान देने वालों को एक साथ लाया, और हथियारबंदी कार्यक्रमों का समर्थन किया ।