दुनिया का सबसे बड़ा कांच का पुल

दुनिया में बहुत से ऐसे अद्भुत और रोचक स्थान है जो बहुत आश्चर्यचकित करने वाले और भयानक है परंतु बड़ी मात्रा में पर्यटकों और यात्रियों को आकर्षित करते हैं।

सीयूईटी : नई विश्वविद्यालय दाखिला प्रणाली

हमेशा से विश्वविद्यालय में दाखिला करवाना छात्रों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है। विशेष रुप से कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में दाखिला का सपना विद्यार्थियों का रहता है परंतु वहां अंकों की कट आफ बहुत ज्यादा आती है।

फिलीपींस चुनाव में बोंगबोंग मार्कोस

संपूर्ण विश्व में चुनाव का माहौल है इसी बीच फिलीपींस के राष्ट्रपति चुनाव भी मई में हो रहे हैं जिसमें पूर्व तानाशाह फर्डिनेंड मार्कोस के बेटे बोंगबोंग मार्कोस के विजयी होने का अनुमान है।

महिलाओं के लिए संपत्ति अधिकार कानून

हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 2005 में पिता की संपत्ति पर केवल बेटों का अधिकार रहता था और बेटियों का अधिकार केवल अर्जित संपत्ति पर ही होता था। पिता और भाई अपनी इच्छा से उन्हें संपत्ति दे सकते थे परंतु वह संपत्ति के लिए आवाज नहीं उठा सकती थी।

रमेशबाबू प्रज्ञानानंद कौन है? जिन्होंने 16 साल की कम उम्र में दी वर्ल्ड चैंपियन को मात

रमेशबाबू प्रज्ञानानंद’ भारत के मशहूर युवा ग्रैंडमास्टर हैजिन्होंने हाल ही में 20 फरवरी,2022 को हुए ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट एयरथिंग्स मास्टर्स के आठवें दौड़ में वर्ल्ड चैंपियन नार्वे के ‘मैग्नस कार्लसन’(Magnus Carlsen) को 39 चाल में हराकर नया इतिहास रचा है।

तमिलनाडु बना दुनिया का सबसे बड़ा अक्षय ऊर्जा उत्पादक

अमेरिका के थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकनोमिक एंड फाइनेंशियल एनालिसिस रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु इस वर्ष भारत का शीर्ष अक्षय ऊर्जा उत्पादक राज्य बन गया है। इससे पहले तक शीर्ष स्थान पर कनार्टक था।

भारत सरकार ने यूएई में प्रथम आई आई टी संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया

भारतीय शिक्षा तो वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने यूएई में प्रथम भारतीय तकनीकी संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया है।

दिल्ली का पहला हॉल्ट प्लेटफार्म

दिल्ली विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले शहरों में से एक है। लोगों की सुविधाओं मेंवृद्धि करने के लिए यहां दिन प्रतिदिनआधारभूत सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है।

कनाडा में आपातकाल

संपूर्ण विश्व में करोना महामारी का कहर छाया हुआ है। इस दौरान विश्व के विभिन्न देशों में नागरिकों ने सरकार की वैक्सीन से संबंधित गलत नीतियों एवं अनुचित प्रतिबंधों का विरोध किया है।