टैरिफ क्या होते हैं? एक आसान गाइड
टैरिफ वे टैक्स (कर) होते हैं जो सरकार किसी दूसरे देश से आने वाले सामान पर लगाती है। इससे वह सामान महंगा हो जाता है, और लोग देश में बना सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।

टैरिफ वे टैक्स (कर) होते हैं जो सरकार किसी दूसरे देश से आने वाले सामान पर लगाती है। इससे वह सामान महंगा हो जाता है, और लोग देश में बना सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि टैरिफ का मतलब क्या होता है? टैरिफ के बारे में सब कुछ यहां पढ़ें
टैरिफ वे टैक्स (कर) होते हैं जो सरकार किसी दूसरे देश से आने वाले सामान पर लगाती है। इससे वह सामान महंगा हो जाता है, और लोग देश में बना सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
आपने ये शब्द कई बार सुना होगा – टैरिफ। लेकिन इसका मतलब क्या है, और इसका क्या असर पड़ता है? और आप सोच सकते हैं – टैरिफ अच्छे होते हैं या बुरे?
यहाँ जानिए।
टैरिफ मतलब – दूसरे देश से आने वाले सामान पर लगाया गया अतिरिक्त टैक्स।
जब कोई चीज़ जैसे फल, मसाले या फोन किसी और देश से बनकर आपके देश में आती है, तो सरकार उस पर एक एक्स्ट्रा टैक्स लगा देती है। जिससे वो चीज़ आपको ज़्यादा महंगी मिलती है।
कल्पना करें: आपने किसी विदेशी वेबसाइट से कुछ ऑर्डर किया। वह आपके पास आने से पहले सरकार उस पर टैक्स जोड़ देती है। यह टैक्स ही टैरिफ कहलाता है।
संक्षेप में: टैरिफ एक टैक्स है जो सरकार विदेशी सामान पर लगाती है। इससे वह सामान महंगा हो जाता है और लोग देश में बनी चीज़ें खरीदना पसंद करते हैं।
मान लीजिए आप एक iPhone खरीदना चाहते हैं जिसकी कीमत चीन में ₹50,000 है। अगर भारत चीन से आने वाले फोन पर 20% टैरिफ लगाता है, तो कंपनी को ₹10,000 एक्स्ट्रा टैक्स देना होगा।
इसलिए अब आपका ₹50,000 वाला फोन ₹60,000 या उससे ज़्यादा का हो सकता है।
ऐसे:
उदाहरण: ₹1,000 की टी-शर्ट पर 25% टैरिफ है, तो कंपनी को ₹250 टैक्स देना होगा। अब वह टी-शर्ट ₹1,250 या उससे ज़्यादा में बिकेगी।
कुछ कंपनियाँ प्रोडक्ट्स का इंपोर्ट बंद कर सकती हैं अगर टैरिफ उन्हें बेचने के लिए बहुत महंगे बना दे।
अगर दूसरे देश भारत से आने वाले सामान (जैसे टेक्सटाइल, आईटी सर्विसेस, मसाले) पर टैरिफ लगाएं, तो भारत के व्यापार और नौकरियों को नुकसान हो सकता है। क्योंकि अगर विदेशी ग्राहक वह चीज़ नहीं खरीदते, तो कंपनियों का मुनाफा घट जाता है।
अच्छे पहलू:
बुरे पहलू:
निष्कर्ष: टैरिफ के अच्छे और बुरे दोनों प्रभाव होते हैं। उनका असर इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें कैसे और कब लागू किया गया।
भारत भी टैरिफ लगाता है। भारत कई चीज़ों के इंपोर्ट पर टैक्स लगाता है ताकि देश की कंपनियों को बचाया जा सके। इसलिए कुछ विदेशी सामान भारत में उनके असली देश की तुलना में बहुत महंगे होते हैं।
टैरिफ एक दोधारी तलवार की तरह हैं। ये कुछ भारतीय कंपनियों और कामगारों को मदद करते हैं, लेकिन बहुत सारी चीज़ों को हमारे लिए महंगा बना देते हैं।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि लंबे समय में टैरिफ आर्थिक विकास और लोगों की आय को घटा सकते हैं।