रजनी द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा

विश्व की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी एशले बार्टी ने 10 जुलाई को खेले गए विंबलडन-2021 के फाइनल मे महिला एकल का खिताब अपने नाम कर लिया। ये उनके करियर का पहला विंबलडन ख़िताब है। उन्होंने फाइनल मैच में चेक गणराज्य की खिलाड़ी कैरोलिना प्लिस्कोवा को 6-3, 6-7, 6-3 से मात देकर पहली बार विंबलडन महिला एकल का खिताब अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने 2019 में फ्रेंच ओपन का ख़िताब भी जीता था। इसी जीत के साथ ही ऑल इंग्लैंड क्लब को अपनी नई चैंपियन भी मिल गई। ये फाइनल मैच करीब 1 घंटे 55 मिनट तक चला। कैरोलिना प्लिस्कोवा पिछले सात वर्षों में चेक गणराज्य की तरफ से फाइनल में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी थी।

क्या है विंबलडन टूर्नामेंट?

विंबलडन दुनिया में सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट है।इसे टेनिस जगत का सबसे प्रसिद्ध टूर्नामेंट माना जाता है। ये टूर्नामेंट 1877 के बाद से ही लंदन में ऑल इंग्लैंड क्लब में आयोजित किया जाता है। टेनिस के चार ग्रैंड स्लैम में से ये एकमात्र ऐसी प्रतियोगिता है जिसे आज भी घास पर ही खेला जाता है।

बार्टी ने समाप्त किया ऑस्ट्रेलिया का 41 साल पुराना इंतजार:

एशले बार्टी 41 साल बाद विंबलडन महिला एकल का खिताब अपने नाम करने वाली ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 1980 में इवोनी गुलागोंग ने अपने करियर का दूसरा विंबलडन ख़िताब जीता था।1980 के बाद से ही कोई भी ऑस्ट्रेलियाई महिला ये खिताब अपने नाम नहीं कर पाई थी। लेकिन एशले बार्टी ने 10 जुलाई को विंबलडन का ख़िताब जीतने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया का 41 साल का इंतजार खत्म कर दिया है। 1971 में इवोनी गुलागोंग विंबलडन का ख़िताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला खिलाड़ी बनी थी।

कैरोलिना प्लिस्कोवा को दुसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में करना पड़ा हार का सामना:

कैरोलिना को हराने के लिए एशले बार्टे को करीब 1 घंटे 55 मिनट तक संघर्ष करना पड़ा। किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में ये कैरोलिना की दूसरी हार है। इससे पहले 2016 में खेले गए यूएस ओपन के फाइनल में भी कैरोलिना को हार का सामना करना पड़ा था।

क्रिकेट का हिस्सा भी रह चुकी है एशले बार्टी:

केवल पांच साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू करने वाली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एशले बार्टी पहले क्रिकेट का हिस्सा भी रह चुकी हैं। एशले बार्टी 2015-16 में ऑस्ट्रेलिया की मशहूर टी20 क्रिकेट लीग बिग बैश में भी अपना परदर्शन दिखा चुकी हैं। बिग बैश लीग में खेले गए 9 मैच में वो एक भी अर्ध शतक लगाने में सफल नहीं हो पाई थी। 39 रन उनका बिग बैश में सबसे ज्यादा स्कोर रहा था।

जीत के बाद एशले बार्टी ने कहा कि किसी भी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंचना बहुत ही शानदार अनुभव होता है। उन्होने कहा कि ये जीत मेरे लिए बहुत ज्यादा खास है क्योंकि ये मेरे टेनिस करियर का पहला विंबलडन खिताब है।

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