अभिषेक द्वारा लिखित, 18 साल का छात्र

‘राफेल नडाल’ एक मशहूर ‘स्पेनिश टेनिस प्लेयर’ हैं जिन्होंने हाल ही में ‘ऑस्ट्रेलियन ओपन’ के फाइनल में रूसी स्टार ‘डेनियल मेदवेदेव’ को हराकर नया इतिहास रचा है। यह उनके जीवन का दूसरा ऑस्ट्रेलियन ओपन व 21वां ग्रैंड स्लैम का खिताब है, जिसे उन्होंने अपने नाम किया है। यह मुकाबला पांच सेट में 5 घंटे 24 मिनट तक चला। इससे पहले साल 2009 में उन्होंने ‘रोजर फेडरर’ को फाइनल में हराकर पहला ‘ऑस्ट्रेलियन ओपन’ अपने नाम किया था। जिसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन में जीतने का काफी प्रयास किया लेकिन फाइनल में उनको ना कामयाबी ही हाथ लगी। परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरकार लगभग 13 साल के लंबे इंतजार के बाद वह 21 ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले टेनिस खिलाड़ी बन गए।

तो चलिए विस्तार से जानते हैं ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल के बारे में।

जैसा कि हमने ऊपर जाना की यह मुकाबला करीब 5 घंटे 24 मिनट तक बरकरार रहा। फाइनल के पहले सेट के रिजल्ट की बात की जाए तो यह ‘डेनियल मेदवेदेव’ के नाम रहा, उन्होंने ‘राफेल नडाल’ को 6-2 से हराकर जीत हासिल की। हालांकि नडाल ने पहले चरण की शुरुआत में काफी अच्छा प्रदर्शन किया परंतु ‘मेदवेदेव’ ने शानदार वापसी करते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच दूसरा सेट काफी रोमांच भरा रहा, दोनों खिलाड़ियों ने दो बार एक दूसरे की सर्विस ब्रेक की। साथ ही जब नडाल 4-2 की पारी से आगे चल रहे थे और ‘डेनिल मेदवेदेव’ उनसे पीछे तो एक समय ऐसा आया जब ‘डेनियल मेदवेदेव ने शानदार वापसी करते हुए मुकाबले को 6-6 की बराबरी पर ला खड़ा किया। जिसके बाद टाईब्रेकर (Tiebreaker) में यह सेट ‘डेनिल मेदवेदेव’ ने 7-6 की पारी से अपने नाम किया। पहले के दोनों सेटों में मिली हार के बाद भी ‘राफेल नाडल’ घबराए नहीं बल्कि उन्होंने धमाकेदार वापसी करते हुए आगे के दो सेट यानी तीसरा और चौथा सेट में 6-4 से जीत हासिल की और मुकाबले को फाइनल सेट तक ले गए। फाइनल सेट में दोनों खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया,परंतु खेल के अंत में एक बार फिर ‘राफेल नाडल’ ही विजय घोषित हुए। उन्होंने आखिरी सेट में 7-5 की साझेदारी से जीत हासिल की और अपने करियर का 21वां ग्रैंड स्लैम का खिताब अपने नाम किया।

‘राफेल नडाल’ को कई बार उनकी उपलब्धियों व शानदार प्रदर्शन के लिए अनेक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है जैसे:

  • साल 2003 में उन्हें एटीपी ‘न्यूकमर ऑफ द ईयर अवार्ड’ से नवाजा गया।
  • साल 2005 में उन्हें ‘गोल्डन बैगल अवार्ड’ से पुरस्कृत किया गया। यह अवार्ड उनको उनके शानदार प्रदर्शन करने के लिए दिया गया था। इसी साल उनको एटीपी ‘मोस्ट इंप्रूव प्लेयर ऑफ द ईयर’ के अवार्ड से सम्मानित किया गया।
  • साल 2006 में उनको ‘ब्रेकथ्रू ऑफ द ईयर’ के लिए ‘लोरियंस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स’ से सम्मानित किया गया।
  • साथ ही साल 2008 में उनको ‘बेस्ट इंटरनेशनल एथलीट ईएसपीवाई अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
  • साल 2009 से 2010 के दौरान उन्होंने अनेक पुरस्कार जीते जैसे-दूसरी बार ‘गोल्डन बैगल अवार्ड’,’स्टीफन एडबर्ग स्पोर्ट्समैनशिप अवार्ड’ व ‘बीबीसी ओवरसीज द्वारा स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर’ का अवार्ड।
  • इतना ही नहीं साल 2013 से 2014 के बीच उनको ‘स्पोर्ट्स मैन ऑफ द ईयर’ व ‘कमबैक ऑफ द ईयर’ जैसे अनेक पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया।

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