रानी एलिजाबेथ की मृत्यु से ब्रिटेन में आने वाले परिवर्तन
हम सभी जानते हैं ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ अब दुनिया में नहीं रही हैं। 9 सितंबर, 2022 के दिन उनका देहांत हो गया।
हम सभी जानते हैं ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ अब दुनिया में नहीं रही हैं। 9 सितंबर, 2022 के दिन उनका देहांत हो गया।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
हम सभी जानते हैं ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ अब दुनिया में नहीं रही हैं। 9 सितंबर, 2022 के दिन उनका देहांत हो गया। अब ब्रिटेन के किसी अन्य शासक को चुनने का समय आ चुका है और ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ के पुत्र किंग चार्ल्स को नया राजा बनाया जाएगा। इसके बारे में और अधिक जानते हैं।
रानी एलिजाबेथ का कार्यकाल
रानी एलिजाबेथ की मृत्यु 96 साल की उम्र में हुई। वह फरवरी 1952 से 8 सितंबर 2022 तक यूनाइटेड किंगडम अर्थात ब्रिटेन के रानी के पद पर रहीं।
उनका शासन लगभग 70 साल 214 दिन के आसपास चला जोकि बहुत बड़ा समय था यह अन्य शासकों की तुलना में सबसे लंबा शासन काल माना जाता है।
रानी एलिजाबेथ केवल ब्रिटेन की रानी नहीं थी ब्रिटेन के साथ-साथ वह 14 अन्य राष्ट्रमंडल देशों की भी रानी थीं।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ने अपने कार्यकाल में 15 प्रधानमंत्रियों का चुनाव देखा है। 1951 में विंस्टन चर्चिल से लेकर 2022 में लिज़ ट्रस का चुनाव।
रानी की मृत्यु के बाद आने वाले बदलाव
ब्रिटेन में सैन्य वस्तुओं से लेकर मुद्राओं और अन्य विभिन्न चीजों पर रानी के अधाक्षर होते हैं जो उस समय के रानी या राजा के प्रतीक चिन्ह रूप में जाने जाते हैं। ब्रिटेन की रानी का प्रतीक चिह्न ईआईआईआर था। इसे ब्रिटेन में रॉयल साइफर के नाम से जाना जाता है।
ईआईआईआर रानी एलिजाबेथ का रॉयल साइफर था जिसमें ई आईआईआर एलिजाबेथ द्वितीय को संदर्भित करता था और आर रेजिना के लिए उपयोग होता था। रेजिना का अर्थ रानी होता है।
एलिजाबेथ के रॉयल साइफर का उपयोग
जैसे कि हमने बताया कि रायल साइफर ब्रिटेन के शासक के प्रतीक चिह्न के रूप में कार्य करता है इसलिए इसका उपयोग अलग-अलग स्थानों और महत्वपूर्ण वस्तुओं पर हुआ है।
सैन्य वस्तुएं
सैन्य वस्तुओं पर भी रॉयल प्रतीक उपयोग किया गया है। ईआईआई आर ब्रिटेन पुलिस स्टेशनों और सैन्य झंडों पर भी वर्णित है।
ब्रिटिश सेना के झंडे का रंग नीला, लाल और सोने के रंग का होता है जिन्हें कई कार्यक्रमों में रानी भी फहराती हैं। इन झंडों पर भी ई आई आई आर वर्णित होता है।
ब्रिटेन में नेशनल फायर सर्विस स्टेशन में भी रानी के अधाक्षर होते थे और जैसा कि बताया कि रानी 14 और राष्ट्रमंडल देशों की भी रानी थीं, उन देशों के ई-फ्लैग में भी रानी के अधाक्षर हैं जिनमें ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
परंतु अब रानी की मृत्यु हो गई है और नए राजा किंग चार्ल्स बनेंगे और अधाक्षर में भी परिवर्तन आएगा इसीलिए इन सभी चीजों पर रानी के प्रतीक हटाए जाएंगे और परिवर्तन लाया जाएगा।
ब्रिटेन का राष्ट्रीय गान
ब्रिटेन के राष्ट्रीयगान में भी रानी के महत्व को दर्शाया गया हैं क्योंकि राष्ट्रीयगान में एक लाइन है “गाड सेव अवर ग्रेसियस क्वीन” जो एलिजाबेथ को समर्पित था। लाइन को बदलकर “गॉड सेव द किंग” रखा जाएगा।
इस प्रकार का बदलाव राष्ट्रीयगान में होने वाला है परंतु एक लंबे समय से ब्रिटेन की जनता उसी लाइन को दोहरा रही है इसलिए यह देखा जाना है कि वह कितनी आसानी से उस लाइन में परिवर्तन कर पायेंगे।
ब्रिटेन की मुद्रा
ब्रिटेन की मुद्रा पर भी रानी की तस्वीर छपी हुई है जिनमें से 4.5 बिलियन पौंड नोट आज भी प्रचलन में है।
पर अभी नोटों पर तस्वीर को बदलना है इस प्रक्रिया में बहुत लंबा समय लगता है। रानी एलिजाबेथ का चेहरा मुद्राओं में 1960 के आसपास आया जो अभी तक है।
कुछ सिक्के में भी रानी का चेहरा बनाया गया है जो रानी के महत्व और सम्मान को दर्शाते हैं।
पोस्ट बाक्स पर रॉयल साइफर
पोस्ट ऑफिस में उपयोग होने वाले बहुत सारे पोस्ट बाक्स में भी रानी एलिजाबेथ का प्रतीक छपा हुआ है।
यहां तक रानी एलिजाबेथ से पहले किंग जॉर्ज का भी फोटो भी कुछ पुराने पोस्टबाक्स में दिखाई दे जाता है।
पर अब इन सभी पोस्टबाक्स के प्रतीकों में परिवर्तन होगा और राजा किंग चार्ल्स के प्रतीक तथा फोटो लगाए जाएंगे।
ब्रिटेन के शासक के रूप में किंग चार्ल्स पद संभालेंगे। जिस प्रकार से रानी एलिजाबेथ का राज्यभिषेक 1953 में हुआ था उसी प्रकार से किंग चार्ल्स का होगा।
आशा है यह लेख आपके लिए बहुत ज्ञानवर्धक तथा उपयोगी होगा। हम इसी प्रकार के लेखों के साथ फिर मिलेंगे।
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