बोरिस जॉनसन के इस्तीफा का कारण एवं परिणाम| बोरिस जॉनसन ने इस्तीफा क्यों दिया?
ब्रिटेन की राजनीति में अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है। वहां के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
ब्रिटेन की राजनीति में अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है। वहां के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। आज हम बोरिस जॉनसन, उनसे संबंधित विवादों, उनके इस्तीफा के कारणों और भविष्य में होने वाले चुनाव के बारे में जानने का प्रयास करेंगे।
बोरिस जॉनसन
सबसे पहले हम बोरिस जॉनसन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी लेते हैं। बोरिस जॉनसन का पूरा नाम अलेक्जेंडर बोरिस डी फाफेल जॉनसन है। इनका जन्म 19 जून 1965 में ब्रिटेन में ही हुआ था। बोरिस जॉनसन ने अपनी पढ़ाई समाप्त करने के बाद पत्रकारिता में अपना कैरियर आरंभ किया परंतु उसके बाद वे राजनीति में आ गए।
बोरिस जॉनसन लंदन के मेयर बनने के बाद लोगों की नजरों में आने लगे। बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी में शामिल हुए और 2019 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में चुने गए। लोगों ने उन पर बहुत विश्वास जताया तथा बहुमत के साथ उनकी जीत हुई।
बोरिस जॉनसन से संबंधित विवाद
अगर हम बोरिस जॉनसन की बात करें तो प्रधानमंत्री बनने से लेकर आज तक वह विवादों में ही रहे हैं।
2019 में प्रधानमंत्री बनने के बाद कोरोना महामारी आ गई जिसे संभालने में जॉनसन की सरकार लगी रही परंतु इस दौरान पूरे देश में लाकडाउन होने के बावजूद प्रधानमंत्री निवास एवं ऑफिस में विभिन्न प्रकार की पार्टियों के होने की खबरें आई, जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ को जमा देखा गया। इसमें बोरिस जॉनसन भी शामिल थे परंतु जब उन पर सवाल उठाया गया तो उन्होंने गोलमोल उत्तर देने का प्रयास किया। इस प्रकार से जनता का विश्वास उनसे उठने लगा। वे स्वयं देश के लोगों को घरों में रहने तथा करोना संबंधित कानूनों को मानने को बोल रहे थे और अपने ही उन कानूनों को तोड़ रहे थे। इस मामले में बोरिस जॉनसन की बहुत आलोचनाएं हुई।
एक बार फिर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन विवाद में आए। जब वह भारत यात्रा पर आए थे तथा जेसीबी पर खड़े होकर फोटो खिंचवा रहे थे जिसके विरोध में ब्रिटेन की विपक्षी पार्टी ने भी आवाज उठाई तथा भारत में भी बहुत विवाद रहा।
अभी कुछ समय पहले ही 6 जुलाई को बोरिस जॉनसन पार्टी के एक नेता द्वारा क्लब में कुछ महिलाओं के साथ यौन शोषण करने की खबरें आई। जिस पर जॉनसन की प्रतिक्रिया बहुत ही लापरवाहीपूर्ण और अनौपचारिक रही।
यह कुछ विवाद थे जिसमे बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री बनने से लेकर आज तक रहे हैं परंतु उन्होंने अंत में माफी मांग पर अपनी कुर्सी बचा ली थी।
बोरिस जॉनसन का प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा
कुछ महीने पहले ही लॉकडाउन में पार्टी करने के विवादों के कारण बोरिस जॉनसन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था परंतु वह अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे थे।
जैसा कि हमने जाना 6 जुलाई 2022 में बोरिस जॉनसन के एक मंत्री पर यौन शोषण का आरोप लगा।
इस महीने 6 जुलाई को हुए विवाद के चलते पार्टी के मंत्री और सांसद उनके विरोध में होने लगे। सबसे पहले पार्टी के दो प्रमुख मंत्री ऋषि सुनक तथा जाविद ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन दोनों ने ही पत्र लिखकर अपना इस्तीफा दिया जिसमें उन्होंने बोरिस जॉनसन के नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया तथा उनके साथ अब काम न कर पाने की बात की। इन दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद बोरिस जॉनसन के पद से इस्तीफा देने की मांग होने लगी परंतु उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और उन दोनों मंत्रियों की जगह नए मंत्री नियुक्त कर लिए।
7 जुलाई को इस्तीफ़ा की संख्या 2 से बढ़कर लगभग 50 तक पहुंच गई तथा लगभग सभी महत्वपूर्ण मंत्री इस्तीफा दे चुके थे। ऐसे में बोरिस जॉनसन को भी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा है कि जब तक नया नेता और देश का प्रधानमंत्री नियुक्त ना हो जाए तब तक वह प्रधानमंत्री पद पर रहना चाहते हैं लेकिन अन्य नेता इससे सहमत नहीं है वे उन्हें जल्द से जल्द नंबर 10 (ब्रिटेन का प्रधानमंत्री निवास) से रवाना करना चाहते हैं।
नए प्रधानमंत्री का चुनाव
अब जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस्तीफा दे ही दिया है तो कंजरवेटिव पार्टी को अपने नए नेता का चुनाव करना होगा।
नए प्रधानमंत्री के चुनाव की प्रक्रिया में सबसे पहले कंजर्वेटिव पार्टी प्रधानमंत्री उम्मीदवारों में से अपने प्रधानमंत्री पद के नेता का चयन करेगी जो कंजरवेटिव पार्टी के लगभग एक लाख सदस्यों के वोटिंग के द्वारा चुना जाएगा। उसके बाद ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ द्वारा उस नेता को अपनी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। अभी नए चुनाव नहीं करवाकर इसी प्रक्रिया से प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाएगा क्योंकि कंजर्वेटिव पार्टी पूर्ण बहुमत में है।
बोरिस जॉनसन के इस्तीफा के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए विभिन्न दावेदार खड़े हो रहे हैं उन दावेदारों में ऋषि सुनक, साजिद जाविद, नाजिम जहावी, लिज ट्रूस, माइकल गोव आदि शामिल है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धा भारतीय मूल के ऋषि सुनक और पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद के बीच हो रही है।
आज हमने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बारे में जाना। उनसे संबंधित विवादों तथा इस्तीफा देने के कारणों को समझने का प्रयास किया एवं भविष्य में होने वाले चुनाव तथा उनके दावेदारों की भी जानकारी हासिल की। अब आगे देखते हैं कि ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री कौन बनता है। प्रधानमंत्री की नियुक्ति में अक्टूबर तक का समय लग जाएगा। हमारे और भी नई अपडेट्स के साथ जल्द मिलते हैं।
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शीर्षक छवि स्रोत: https://edition.cnn.com/