कक्षा 8 के छात्र द्वारा लिखित

एक सेकंड  में 415 से अधिक क्वाड्रिलियन गणना करने की कल्पना करें! यह कोई साधारण कंप्यूटर नहीं कर सकता इसीलिए यह दुनिया के सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर फुगाकू को अलग बनाता है । इस जापानी सुपर कंप्यूटर का नाम माउंट फ़ूजी के नाम के बाद रखा गया है, जो फ़ूजित्सु और रिकेन (जापान का एक बड़ा वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान) दोनों द्वारा मिलकर बनाया गया है । अभी हाल ही में टॉप 500 सुपर कंप्यूटर गति रैंकिंग की सभी श्रेणियों में सबसे ऊपर रहा है।

फुगाकू को कोब नाम के शहर की फ़ूजित्सु फैसिलिटी में बनाया गया था । यह वैज्ञानिक अनुसंधान और औद्योगिक और फौज की टेक्नालजी के विकास में उपयोग किए जाने वाले शक्तिशाली सिमुलेशन के लिए बहुत ही ज़रूरी है ।

यह नंबर एक इसलिए बना क्योंकि इसने अमेरिका के सम्मिट प्रणाली, जो कि पिछली रैंकिंग में टॉप पर था, से 3 गुना तेज़ गणना करी ।

कोब में रिकेन इंस्टीट्यूट के कम्प्यूटेशनल साइंस केंद्र में स्थित, फुगाकू को वर्तमान में ट्रायल के आधार पर COVID- 19 की वैक्सीन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है और उम्मीद है 2021 तक इसे पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा ।

फुगाकू ने ‘K’ सुपर कंप्यूटर (रिकेन द्वारा ही बनाया हुआ) की जगह ली है जो पहले दुनिया में सबसे तेज़ था । फुगाकू आज ‘K’ की 9 साल पुरानी बनाई हुई जगह पर है ।

जापान ने पिछली बार सबसे पहला स्थान K सुपर कंप्यूटर के साथ 2011 में पाया था । तब से चीन और अमेरिका ने सबसे पहला स्थान हासिल किया हुआ अपनी टीम के साथ जो इन अरब डॉलर की मशीनों के निर्माण में लगे हुए हैं ।